किसी के लिए भी शादी में देरी होने की न जाने कितनी वजहें हो सकती हैं। कई बार आपकी शादी की बात बनते-बनते बिगड़ जाती है और उसके सही कारणों का पता भी नहीं चल पाता है। दरअसल किसी भी अन्य समस्या की ही तरह शादी में होने वाली देरी का कारण भी कुछ ग्रहों की नाराजगी हो सकती है।
जो ग्रह विवाह में देरी का कारण बनते हैं उनकी पहचान किसी भी व्यक्ति की कुंडली देखकर की जा सकती है। लेकिन यदि आप इन ग्रहों के बारे में ठीक से जानकारी ले लेते हैं और कुछ आसान ज्योतिष उपायों को आजमाते हैं तो आपके विवाह में आने वाली परेशानियों को दूर कर सकते हैं। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी जी से जानें कि कौन से ग्रह हैं जो आपके विवाह में अड़चनें डाल सकते हैं और उनका निवारण कैसे किया जा सकता है।
कुंडली के किस भाग में होता है विवाह का योग
किसी भी व्यक्ति की कुंडली में सप्तम भाव विवाह का होता है। शनि और गुरु दोनों सप्तम भाव या लग्न के लिए शुभ होते हैं तभी शादी के योग बनते हैं। इसी तरह शुक्र-गुरु की महादशा-अंतर्दशा में भी विवाह का योग बनता है। सप्तम भाव में स्थित ग्रह की महादशा अंतर्दशा में विवाह की संभावना होती है।
इसे जरूर पढ़ें: कुंडली में चंद्रमा को मजबूत करने के उपाय
क्यों हो सकती है विवाह में देरी
विवाह में देरी होने का एक कारण कुंडली में मांगलिक होना है। इन लोगों के विवाह के योग काफी उम्र में बनते हैं। सप्तम और बारहवें भाव में गुरु या शुभ ग्रह योग कारक न हो और चंद्रमा कमजोर हो तो विवाह में बाधाएं आती हैं।
इसके साथ ही कुंडली मिलान (हिंदू शादी से पहले क्यों किया जाता है कुंडली मिलान) के दौरान भी कुछ ऐसे दोष होते हैं जो विवाह में होने वाली देरी का कारण बन सकते हैं। जिसमें नाड़ी दोष और भकुट दोष हो सकते हैं।
इन ग्रहों के कारण हो सकती है शादी में देरी
यदि आपकी कुंडली में सप्तम भाव में शनि और गुरु मौजूद हैं तो आपके विवाह में देरी हो सकती है। चंद्र की राशि कर्क से गुरु सप्तम हो तो विवाह में बाधाएं आती हैं। कुंडली के सप्तम भाव में बुध और शुक्र दोनों मौजूद हों तो भी आपके विवाह में देरी हो सकती है।
हालांकि इस योग में विवाह होता तो है, लेकिन काफी ज्यादा उम्र में। कुंडली में चौथे भाव या लग्न भाव में मंगल हो और सप्तम भाव में शनि हो तो व्यक्ति खुद ही शादी से दूर भागता है। कई बार शनि की नाराजगी और शनि की साढ़े साती की वजह से भी विवाह में देरी हो सकती है। शनि ऐसा ग्रह है जो शादी में देरी और रात टूटने के लिए जिम्मेदार होता है। इसके साथ मंगल ग्रह भी शादी में होने वाली देरी के लिए जिम्मेदार होता है।
ग्रह दोष दूर करने के लिए क्या करें
अगर आपकी शादी में देरी हो रही है और रिश्ता बनते-बनते बिगड़ जाता है तो सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और माता गौरा का पूजन करें। शिव-पार्वती का एक साथ पूजन आपके लिए फलदायी हो सकता है।
- शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर शनि जी को सरसों का तेल चढ़ाएं और दीपक जलाएं। इस दिन पीपल के वृक्ष में जल जरूर चढ़ाएं।
- गुरूवार के दिन गाय को गुड़ और रोटी खिलाएं और भगवान विष्णु को हल्दी चढ़ाएं। इससे आपकी शादी के जल्द ही योग बनेंगे।
- गुरूवार के दिन आप केले के पेड़ पर जल चढ़ाएं और भगवान विष्णु का पूजन करें। विष्णु पूजन से जल्द ही आपकी शादी के योग बनेंगे।
- मंगल ग्रह को प्रसन्न करने के लिए आप मंगलवार के दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाएं इससे आपकी शादी में आने वाली अड़चनें दूर हो सकती हैं और ग्रह दोषों से मुक्ति भी मिल सकती है।
शादी के लिए कुछ ग्रह जिम्मेदार होते हैं और आप उन्हें कुछ आसान ज्योतिष उपाय आजमाकर किसी भी तरह के ग्रह दोषों से मुक्ति मिल सकती है।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Images: shutterstock. com, freepik.com
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों