बॉलीवुड की 'रानी' कंगना रनौत ऐसे कलाकारों में शुमार हैं, जिन्होंने अपने एक्टिंग टैंलेट का लोहा मनवाया है। 'मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी' और 'मेंटल है क्या' जैसी फिल्मों में जल्द नजर आने वाली कंगना को एक्टिंग विरासत में नहीं मिली और ना ही उनका कोई गॉडफादर था, उन्होंने पर्सनल फ्रंट पर कड़ी मुश्किलों का सामना करते हुए अपने दम पर कामयाबी हासिल की। कंगना कभी अपनी रिलेशनशिप को लेकर तो कभी बॉलीवुड की अंडरकवर चीजों के बारे में बिंदास तरीके से बोलने के लिए निशाने पर आईं, लेकिन हर बार उन्होंने साफगोई के साथ अपनी बात रखी। उन्होंने परंपरागत समाज के कई स्टीरियोटाइप्स को चैलेंज किया और वही किया, जो उन्हें सही लगा। लोग उनके बारे में क्या कहेंगे, इसकी परवाह उन्होंने कभी नहीं की, अपने इसी जज्बे की बदौलत कंगना ने अपने करियर में कामयाबी पाई। कंगना की बोल्डनेस दर्शाते इन चार स्टेटमेंट्स को पढ़कर आप अंदाजा लगा सकती हैं कि वह कितनी बेबाक हैं-
बदला लेने का बेहतरीन तरीका है कामयाब होना
आप जिंदगी में जितना अच्छा करते हैं, लोगों में आपसे उतनी ही ज्यादा जेलसी हो जाती है। बहुत से लोग आपसे नफरत भी करने लगते हैं। कंगना का मानना है कि खुद से जलने वालों और धोखेबाजों से बदला लेने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप कामयाब हो जाएं। आप जब अपने लिए अच्छा करती हैं तो आप खुद से सेटिसफाइड रहती हैं, मेंटली भी रिलैक्स्ड रहती हैं। वहीं आपसे जलने वाले दिन-रात यही सोचा करते हैं कि आप कितनी ज्यादा कामयाब हो गईं और वे कितना पिछड़ गए।
फ्रेंक बात है कि हम पुरुषवादी समाज में रहते हैं
कंगना कहती हैं, 'हम पूरी तरह से पुरुषवादी समाज में रहते हैं और यहां महिलाओं के लिए बहुत सम्मान नहीं दिखाया जाता। फिल्म इंडस्ट्री में महिला एक्टर्स के साथ यह और भी ज्यादा नजर आता है, जहां महिलाओं से उम्मीद की जाती है कि वे ग्लैमरस डॉल्स की तरह अट्रैक्टिव और सेक्सी नजर आएं। चीजें तभी बदल सकती हैं, जब महिलाएं सोसाइटी के हिसाब से चलने के बजाय खुद को महत्वपूर्ण लगने वाली चीजों पर ध्यान दें।' एक्टर और एक्ट्रेसेस को मिलने वाले पे-पैकेज में फर्क का मुद्दा सबसे पहले कंगना ने उठाया। यही नहीं उन्होंने एक फेयरनेस क्रीम के अच्छा पे करने वाले कमर्शियल को करने से इनकार कर दिया था, क्योंकि वह प्रॉडक्ट कहीं ना कहीं बॉडीशेमिंग की वकालत करता है।
'लोग चाहें मुझे असामाजिक कहें या चुड़ैल, फर्क नहीं पड़ता'
आप तभी अपमानित होती हैं, जब आप उसे स्वीकार करें। कंगना को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि लोग उनके बारे में क्या कह रहे हैं, क्योंकि वह खुद अपने बारे में पूरी तरह कन्विंस्ड हैं। कंगना पर एक आरोप यह लगा था कि वह पीरियड्स ब्लड से अपने एक्स-बॉयफ्रेंड पर काला जादू करती थीं। लेकिन कंगना ने अपने अंदाज में इसका जवाब दिया। कंगना ने कहा, ';चुड़ैल बहुत मजेदार कैरेक्टर होती हैं, जैसेकि हैरी पॉटर सीरीज में। और मुझे अपने मेंस्ट्रुअल ब्लड को लेकर भी कोई शर्म महसूस नहीं होती क्योंकि यह मेरी प्रजनन क्षमता को दिखाता है। इसी तरह एक वैश्या का किरदार निभाने को लेकर कही जाने वाली बातों या फिर बाइपोलर डिसऑर्डर जैसी बीमारी से पीड़ित होने की बात कही जाने पर भी उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। हां, इतना जरूरी है कि वह इनका दर्द समझती हैं, लेकिन वह इन्हें निचले तबके का नहीं मानतीं। कंगना कहती हैं कि अगर किसी के बेइज्जत करने पर आप उससे प्रभावित ना हों तो उसकी ऊर्जा आपको मिल जाती है।
खुद के लिए सेंसिटिव नहीं हैं तो दूसरों के लिए कैसे होंगी?
महिलाएं अगर ईमानदारी से यह स्वीकार करें कि वे बहुत इमोशनल हैं और कभी-कभी दुखी और डिप्रेस्ड महसूस करती हैं तो वे कहीं ज्यादा स्ट्रॉन्ग तरीके से खुद को प्रजेंट कर सकती हैं। यही जिंदगी का सबसे बड़ा विरोधाभास है, जो दिखा सकते हैं कि वे कमजोर हैं, वे ही सबसे ताकतवर होते हैं।
अपने सेंस ऑफ ह्यूमर से पॉजिटिवटी बनाए रख सकती हैं आप
कंगना खुद को सीरियल ऑफेंडर कहती हैं और इसी बहाने वह अपने लाजवाब सेंस ऑफ ह्यूमर का भी प्रदर्शन करती हैं। कंगना का मानना है कि जिंदगी में फूल और कांटे दोनों ही मिलते हैं और कभी-कभी इंसान को अपनी नेगेटिविटी को हंसी में उड़ा देना चाहिए। अगर कोशिश की जाए तो मुश्किल से मुश्किल स्थितियों में भी कोई ना कोई ऐसी चीज जरूर मिल जाएगी, जिससे आपके चेहरे पर मुस्कान आ जाए।
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