पायल पहनना हमारे सोलह श्रृंगारों में से एक माना जाता है। यह न सिर्फ पैरों की खूबसूरती को बढ़ाती हैं बल्कि सुहाग की निशानी भी मानी जाती है। हममें से ज्यादातर लोग स्टाइल के लिए पायल पहनते हैं और रकुछ ऐसे भी हैं जो इसे श्रृंगार का एक हिस्सा मानकर पहनते हैं।
वहीं हममें से कुछ लोग रीति रिवाजों का पालन करते हुए इसे पहनना जरूरी समझते हैं। वजह कुछ भी हो लेकिन पायल आजकल हमारी खूबसूरती और स्टाइल में चार-चांद लगाने वाला एक मुख्य आभूषण बन गया है। आमतौर पर हम चांदी की पायल पहनते हैं। आइए नारद संचार के ज्योतिष अनिल जैन जी से जानें चांदी की पायल पहनने के ज्योतिष लाभों के बारे में।
ज्योतिष में चांदी की पायल पहनने के फायदे
चांदी को चंद्रमा ग्रह की धातु माना जाता है। चंद्रमा हमारे मन का कारक है जो हमारी मानसिक शक्ति को बढ़ाता है और यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है। चांदी की पायल पहनने से शरीर की सभी नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। दरअसल चन्द्रमा शरीर को ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करता है।
जब हमारी मानसिक शक्ति अच्छी होती है तब हम किसी भी बड़ी समस्या का समाधान भी कर सकते हैं। यही वजह है कि ज्योतिष में चांदी की पायल पहनने की सलाह दी जाती है।
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वास्तु के अनुसार चांदी की पायल पहनने के फायदे
वास्तु की मानें तो जब हम घर के भीतर पायल पहनते हैं तो उसके घुंघरू से निकलने वाली आवाज से घर की सभी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं और इसकी ध्वनि घर में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है। मुख्य रूप से चांदी की पायल पहनने की सलाह दी जाती है और इससे घर के लोगों के बीच भी सुख समृद्धि बनी रहती है।
शरीर को शीतलता प्रदान करती है चांदी की पायल
पैरों का वह स्थान जिसमें पायल पहनी जाती है उसे केतु का स्थान माना जाता है। अगर केतु में शीतलता न हो तो वो हमेशा नकारात्मक सोच और कलेश का कारण बनता है। सहनशक्ति को बढ़ाने के लिए चांदी की पायल पहनना ज़रूरी माना जाता है।
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चांदी को प्रेम की धातु के रूप में माना जाता है
ज्योतिष में भावनाओं, उपचार और प्रेम की धातु के रूप में जानी जाने वाली चांदी धातु के आभूषणों को पहनने से वैवाहिक जीवन में प्रेम बना रहता है और इससे न केवल धैर्य और दृढ़ता लाने के लिए माना जाता है बल्कि चांदी जीवन में संतुलन और सुरक्षा भी प्रदान करती है। भारतीय संस्कृति चांदी पहनने के आध्यात्मिक लाभों को विशेष महत्व देती है।
चांदी की पायल पहनने के वैज्ञानिक कारण
विज्ञान की दृष्टि से देखें तो हमारे भीतर होने वाले सभी हार्मोन को संतुलित रखने में चांदी धातु (चांदी के उपाय) का योगदान होता है। चांदी की पायल शरीर की ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करती है। चांदी धातु स्त्रियों के कई स्वास्थ्य विकारों को रोकने में मदद करती है।
चांदी की पायल शरीर के परिसंचरण में सुधार, सर्दी को रोकने और शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती है। चांदी की पायल को पैरों में पहनने से पैरों और पीठ का दर्द ठीक रहता है। सोने के आभूषण पहनने से शरीर में विद्युत तरंगे उत्पन्न होती हैं जो नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकती हैं। चांदी इन तरंगों को नियंत्रित करने में मदद करती है।
इस प्रकार चांदी की पायल पहनना ज्योतिष के अनुसार बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Image Credit: freepik.com
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