Gangaur Festival 2025: राजस्थान में गणगौर का त्योहार क्यों है खास? जानें इसका महत्व

गणगौर त्योहार भगवान शिव और मां पार्वती के आशीर्वाद के लिए मनाया जाता है। इस त्योहार को मनाने से प्रेम और सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है। इसलिए इसे बहुत उत्साह और खास तरीके से मनाया जाता है। साथ ही, व्रत भी रखा जाता है। 
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Gangaur Ka Tyohar 2025: हिंदू धर्म में हर त्योहार की महत्वता अलग होती है। इसे मनाने का तरीका भी सबका अलग-अलग ही होता है। किसी राज्य में होली धूमधाम से मनाई जाती है, तो कहीं पर गणगौर का त्योहार अच्छे से मनाया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हर किसी की भगवान के प्रति मान्यता अलग-अलग होती हैं। सभी के रीति-रिवाज अलग होते हैं। उसी के हिसाब से त्योहार मनाएं जाते हैं।

राजस्थान का बेहद खास त्योहार में से एक है गणगौर। इस त्योहार को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। ये सिर्फ राजस्थान में ही नहीं बल्कि गुजरात, मध्य प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों में मनाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस त्योहार में माता पार्वती और भगवान शिव का विवाह कराया जाता है। इसलिए ये त्योहार सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है। इस साल ये त्योहार 31 मार्च को मनाया जाएगा। लेकिन इसकी पूजा और तैयारी 15 दिन पहले से होने लगती है। चलिए आपको भी बताते हैं इस त्योहार की खासियत और महत्व

गणगौर का त्योहार क्यों होता है खास

Gangaur

गणगौर न केवल एक धार्मिक त्योहार है, बल्कि यह सांस्कृतिक महत्व भी रखता है। इस त्योहार में महिलाएं एक दूसरे से मिलने जाती हैं। ऐसी मान्यता है कि इस त्योहार से हर कोई अपनी संस्कृति और परंपराओं को जोड़ने की कोशिश करता है। इसलिए इस त्योहार को कोई भी अलग-अलग नहीं मनाता, बल्कि साथ में इस त्योहार को मनाया जाता है।

गणगौर का क्या होता है महत्व

Gangaur festival

गणगौर पूजा को गौरी तृतीया के नाम से भी जाना जाता है। गण का मतलब है शिव और गौर का मतलब गौरी माता होता है। इस पूजा में महिलाएं व्रत करती हैं और पति की लंबी आयु की कामना करती हैं। वहीं कुंवारी लड़कियां भी इस पूजा और व्रत को रखती हैं, ताकि उन्हें मनचाहा वर मिल सके।

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गणगौर का त्योहार कैसे मनाया जाता है

Gangaur puja

गणगौर पूजा के लिए तैयारियां काफी समय पहले से होने लगती है। इसके लिए महिलाएं मिट्टी लेकर आती हैं और इससे माता गौरी और ईसर की मूर्तियों को बनाती हैं। इनका साज श्रृंगार करती हैं। अच्छे कपड़े पहनाती हैं। इनकी पूजा करती हैं और सबको पूजा का प्रसाद बांटती हैं। इससे भगवान का आशीर्वाद मिलता है। इस पूजा के समय कई महिलाएं गीत भी गाती हैं, ताकि इस उत्सव को और अच्छे से मनाया जा सके।

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गणगौर के त्योहार के लिए आप ट्रेडिशनल कपड़े, ज्वेलरी और श्रृंगार करके तैयार हो। फिर इस पूजा को करें। इससे आपका व्रत और पूजा दोनों अच्छे से हो जाएंगी। साथ ही, आपका त्योहार भी अच्छे से बन जाएगा। त्योहार में व्रत रख रहे हैं, तो विधि और नियमों का खास ध्यान रखें।

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Image Credit-Shutterstock, Twitter, Udaipur City Rajasthan India🇮

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