क्या होता है गुरुद्वारे में मिलने वाला 'कड़ा प्रसाद'? जानें क्यों इसे खाना चाहिए

भारत में जरूरतमंदों और गरीबों को पेट भर कर खाना खिलाये जाने का रिवाज है। जहां हिन्दू धर्म में इसे भंडारे या पंगत के नाम से जाना जाता है तो वहीं, सिख धर्म में इसे लंगर के रूप में जाना जाता है।  

What does Kada Prasad Symbolise

Kya Hota Hai Kada Prasad: भारत में भंडारे की परंपरा शुरू से रही है जिसमें जरूरतमंदों और गरीबों को पेट भर कर खाना खिलाये जाने का रिवाज है। जहां हिन्दू धर्म में इसे भंडारे या पंगत के नाम से जाना जाता है तो वहीं, सिख धर्म में इसे लंगर के रूप में जाना जाता है। सिख धर्म के अनुसार, गुरुद्वारे में आने वाले हर व्यक्ति को बिना किसी भेदभाव के समान रूप से लंगर में खाना खिलाया जाता है।

इसी लंगर में मिलता है एक विशेष प्रसाद जिसे 'कड़ा प्रसाद' कहते हैं। 'कड़ा प्रसाद' को गुरु प्रसाद के नाम से भी जाना जाता है। आज हम आपको इस लेख में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स द्वारा दी गई जानकारी के माध्यम से यही बताने जा रहे हैं कि आखिर क्या है गुरुद्वारे में मिलने वाले इस 'कड़ा प्रसाद' का महत्व और इसे गुरुद्वारे में जा कर क्यों खाना चाहिए। साथ ही, जानेंगे किसने शुरू किया था यह प्रसाद।

किसने शुरू की थी गुरुद्वारे में 'कड़ा प्रसाद' की परंपरा?

who started kada prasad

'कड़ा प्रसाद' की परंपरा सिखों के पहले गुरु गुरुनानक देव जी ने शुरू की थी। पौराणिक कथा के अनुसार, गुरुनानक देव जी के पिता ने उन्हें 20 रुपए हाथ में देकर व्यापार (व्यापार बढ़ाने के उपाय) करने के लिए कहा था।

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तब गुरुनानक देव जी ने उन 20 रुपयों से खाने का सामान खरीदकर उन्हें जरूरतमंदों में बांट दिया था। उन्होंने अपने पिता को यह बात बताते हुए कहा था कि गरीबों को खाना खिलाने के बदले उनकी अनमोल दुआएं पाने से बड़ा और कोई व्यापार नहीं।

क्या है गुरुद्वारे में मिलने वाले 'कड़ा प्रसाद' का महत्व?

What is the meaning of kada prasad

'कड़ा प्रसाद' असल में गुरुद्वारे में मिलने वाले हलवे को कहा जाता है। सबसे पहले लंगर के लिए बने सभी व्यंजनों को गुरु ग्रंथ साहेब के सामने परोसा जाता है। फिर किरपान के माध्यम से उन्हें हलवे का भोग लगाया जाता है।

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इसके बाद लंगर शुरू होता है और फिर सभी व्यंजनों और हलवे को भक्तों में बांटा जाता है। मान्यता है कि गुरुद्वारे में मिलने वाले इस गुरु प्रसाद यानी कि कड़ा प्रसाद को खाने से व्यक्ति पर गुरु कृपा बनी रहती है।

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि क्या होता है गुरुद्वारे में मिलने वाला 'कड़ा प्रसाद' और क्या है इसका महत्व। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image credit: shutterstock, pinterest

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