Shardiya Navratri 2022: अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन में क्यों खिलाया जाता है पूड़ी, चना और हलवा?

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि क्यों नवरात्रि कन्या पूजन में पूड़ी, चना और हलवा खिलाया जाता है।

WHAT IS SIGNIFICANCE OF PURI CHANA HALWA IN  KANYA PUJA

नवरात्रि का त्योहार हिंदू धर्म के लोग पूरे विधि-विधान के साथ मनाते हैं। नवरात्रि पर देवी माता दुर्गा की पूजा नौ दिनों के लिए उनके नौ रूपों की पूजा करी जाती है।

आपको बता दें कि अष्टमी और नवमी को कन्या पूजन किया जाता है। कई लोग कन्याओं को पूड़ी, काला चना और हलवा खिलाते हैं लेकिन आखिर क्यों कन्या पूजन में पूड़ी, चना और हलवा खिलाया जाता है इसके बारे में हम आपको इस लेख में बताएंगे।

क्यों होता है कन्या पूजन?

आपको बता दें कि नवरात्रि में अष्टमी को माता शैलपुत्री का दिन होता है और नवमी के दिन सिद्धिदात्री माता की पूजा की जाती है। आपको बता दें कि इन दोनों दिनों में ज्यादातर घरों पर कन्या पूजन किया जाता है।

कन्या पूजन की परंपरा हमारे समाज में कई सालों से चली आ रही है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार कन्या पूजन करने से मां दुर्गा की कृपा उनके भक्तों पर बनी रहता है और इसका शुभ फल प्राप्त होता है।

आपको बता दें कि इस पूजन में दस वर्ष तक की कन्याओं को दुर्गा माता का रूप मानकर भोजन और उनका पूजन किया जाता है। कई लोग इस परंपरा को कंजक पूजन भी कहते हैं।

इसे भी पढेंः Navratri 2022: घर में अखंड ज्योति जलाने से बरसेगी मां दुर्गा की कृपा, जानें इसका महत्व

क्यों खिलाते हैं पूड़ी, चना और हलवा?

why kanya pujan is done on astami and navmi

आपको बता दें कि अष्टमी और नवमी के दिन लोग कन्या पूजन से पहले कई सारे पकवान बनाते हैं और फिर दुर्गा माता की पूजा करके और फिर उन्हें भोग लगाकर ही कन्याओं को भोजन कराया जाता है। ज्यादातर लोग भोग के लिए हलवा, पूड़ी और चने बनाते हैं। हिंदू मान्यताओं के अनुसार दुर्गा माता को हलवा, पूड़ी और चने का भोग काफी प्रिय है।

इसे भी पढ़ेंः अखंड दीपक जलाने की सही विधि पंडित जी से जानें

कन्या पूजन में कन्याओं को पूड़ी, चना और हलवा खिलाने से माता घर में सभी को सद्बुद्धि और समृद्धि देती हैं। ऐसा कहा जाता है कि स्वामी रामकृष्ण परमहंस ने बेलूर मठ में कन्या पूजन की परंपरा को विधि-विधान के साथ शुरू किया था। इसलिए हर साल अष्टमी या नवमी पर कन्याओं की पूजा करने के साथ ही उन्हें सात्विक खाना ही खिलाया जाता है।आपको बता दें कि बिना प्याज और लहसुन के सूखे काले चने बनाए जाते हैं।

कई घरों में लोग हर नवरात्रि पर यहीं भोजन कन्याओं को कराते हैं ताकि माता की कृपा उनके परिवार पर हमेशा बनी रहे।

तो यह नवरात्रि कन्या पूजन से जुड़ी हुई जानकारी।

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

Image Credit:shutterstock/pexels

Recommended Video

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP