हिंदू धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्व है। श्रावण मास को मनोकामनाओं को पूरा करने का महीना माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, भोलेनाथ को सावन का महीना अति प्रिय है और जो भी भक्त सावन के महीने में पूरे विधि-विधान से गौरी और शंकर की पूजा करते हैं, उन पर भोलेनाथ की विशेष कृपा होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन के महीने में भगवान शिव का अभिषेक करना बहुत ही फलदायी होता है, इसलिए सावन में लोग रुद्राभिषेक भी करते हैं।
हिंदी पंचांग के अनुसार, सावन का महीना 25 जुलाई से शुरू हो चुका है। पूजा के दौरान भगवान शिव पर बेलपत्र, धतूरा, जल और दूध चढ़ाया जाता है, लेकिन यदि बेलपत्र न मिले या फिर आप बेलपत्र ले जाना भूल जाएं, तो फिर क्या करें? ज्योतिषाचार्य पंडित जनार्दन जी बताते हैं कि भगवान शिव को कुछ दालें और अन्य कुछ चीजें प्रिय होती हैं। यदि आप बेलपत्र ले जाना भूल गए हैं, तो भगवान शिव को उनकी अति प्रिय दालें और अन्य प्रिय चीजें अर्पित कर सकते हैं। भगवान शिव इन चीजों से भी प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
मूंग दाल करें अर्पित
पंडित जनार्दन जी बताते हैं कि भगवान शिव को मूंग दाल बेहद प्रिय है। इसे चढ़ाने से आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी। मूंग से शिव की पूजा करने पर हर सुख और ऐश्वर्य मिलता है। इसे सावन के हर सोमवार पर महादेव को अर्पित करें। जीवन की तमाम समस्याएं और बाधाएं इससे दूर होंगी। शिवपुराण के अनुसार, शिव को मूंग चढ़ाने से किसी विशेष काम या मकसद से जुड़ी विशेष मनोरथ तुरंत पूरी होती है।
अरहर दाल करें अर्पित
शिवपुराण में बताए अलग-अलग अनाज का चढ़ावा जो सुख-सौभाग्य व धन सहित कई मनचाहे फल देने वाला माना गया है, उसमें एक अरहर दाल भी है। अरहर के पत्तों या दाल से शिव की पूजा करने से तन- मन और धन से जुड़े हर तरह के दुख दूर हो जाते हैं। बिल्वपत्र या बेलपत्र की जगह अरहर की दाल भगवान शिव पर चढ़ाते वक्त ओम नमः शिवाय का जाप भी करें। इससे महादेव प्रसन्न होंगे और आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
चना दाल करें अर्पित
कहा जाता है कि बेलपत्र चढ़ाने से ऐश्वर्य व वैभव मिलने के साथ सारे पापों का नाश होता है। बेलपत्र चढ़ाते वक्त यह ध्यान देना जरूरी है कि वह कटा-फटा न हो। खंडित बेलपत्र से पूजा करने की बजाय आप चना दाल से महादेव की पूजा कर सकते हैं। चने की दाल चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होंगे और अविवाहित लड़कियों को श्रेष्ठ जीवनसाथी का सुख मिलता है।
उड़द दाल करें अर्पित
इस महीने में भगवान शिव को खुश करने के लिए लोग कई तरह के उपाय करते हैं। उन्हें खुश करने का मकसद यही है कि जीवन से तमाम दुख और मुश्किलें दूर हों। जिन लोगों पर शनि की दशा भारी होती है, उन्हें सावन के महीने में उड़द की दाल शनिवार को अर्पित करनी चाहिए। शिव जी को शनि देव का गुरु माना जाता है, इसलिए सावन में यह खास उपाय करने से आप पर शिव जी और शनिदेव दोनों की कृपा होती है।
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चावल करें अर्पित
देव पूजा में अक्षत का चढ़ावा बहुत ही शुभ माना जाता है। अक्षत यानी कच्चे चावल अर्पित करने पर कलह से मुक्ति और शांति मिलती है और लक्ष्मी की कृपा से धन लाभ होता है। इसे चढ़ाते वक्त यह ध्यान रखना आवश्यक है कि शिव पूजा में महादेव या शिवलिंग के ऊपर टूटे या खंडित चावल न चढ़ाएं। चावल चढ़ाते वक्त भगवान शिव का जाप करना भी आवश्यक है।
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काले तिल करें अर्पित
तिल का पूजा-पाठ में विशेष महत्व होता है। सावन के महीने में भगवान शिव को काले तिल अर्पित करने से या फिर पानी में तिल डालकर जलाभिषेक करने से बुरा समय टलता है। शिव पूजा के दौरान शिवलिंग पर बेलपत्र या फूल की जगह काले तिल चढ़ाने से भक्त के जीवन के समस्त कलह-क्लेश दूर हो जाते हैं और उसका मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर हो जाता है।
भगवान शिव को भोलेनाथ भी कहा जाता है। कहा जाता है कि उनके भोले नेचर की वजह से उन्हें यह नाम दिया गया है। उन्हें खुश करने के लिए आप इन चीजों को महादेव को अर्पित करें। आपकी मनकामनाएं जल्दी पूरी होंगी। आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करें। सावन माह और सावन के व्रत से जुड़े अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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