Sawan Shivratri 2023 Puja Vidhi and Mahatva: सावन का पावन महीना 4 जुलाई, दिन मंगलवार से शुरू होने वाला है।
शिव पूजन के लिए जितना महत्व सावन माह का है उतना ही महत्व इस माह में पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि का भी माना गया है।
मान्यता है कि सावन की शिवरात्रि में भगवान शिव का पूजन करने से और उनका जलाभिषेक करने से कष्टों से मुक्ति मिलती है।
ऐसे में ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि सावन शिवरात्रि पर शिव शंभू की पूजा विधि के बारे में विस्तार से।
सावन शिवरात्रि 2023 तिथि और शुभ मुहूर्त (Sawan Shivratri 2023 Shubh Muhurat)
- सावन शिवरात्रि डेट: 15 जुलाई, दिन शनिवार
- सावन शिवरात्रि सुबह का मुहूर्त: 6 बजकर 24 मिनट से 9 बजकर 3 मिनट
- सावन शिवरात्रि दोपहर का मुहूर्त: 11 बजकर 43 मिनट से 2 बजकर 22 मिनट
- सावन शिवरात्रि रात का मुहूर्त: 9 बजकर 3 मिनट से 11 बजकर 30 मिनट
सावन शिवरात्रि 2023 पूजा सामग्री (Sawan Shivratri Puja Samagri)
- गंगाजल, जल, दूध दही, शुद्ध देशी घी, शहद, पंच रस, इत्र, गंध रोली
- मौली जनेऊ, आम्र मंजरी, जौ की बालें, पुष्प, पूजा के बर्तन, कुशासन
- मदार पुष्प, पंच मिष्ठान्न, बेलपत्र, धतूरा, भांग, बेर, गुलाल, अबीर, भस्म
- सफेद चंदन, पंच फल, दक्षिणा, गन्ने का रस, कपूर, धूप, दीप, रूई
- मलयागिरी, चंदन, शिव जी और मां पार्वती की श्रृंगार की सामग्री आदि
सावन शिवरात्रि 2023 पूजा विधि (Sawan Shivratri 2023 Puja Vidhi)
- सावन की शिवरात्रि के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्यकर्मों से निवृत्त हो जाएं।
- इसके बाद गंगा नदी में या गंगाजल (गंगाजल का पूजा में महत्व) को स्नान के पानी में मिलाकर नहाएं।

- फिर स्वच्छ वस्त्र धारण कर भगवान शिव के 'ॐ' का निरंतर जाप करें।
- एक थाली में फल, फूल, दीप, नैवेद्य, बेलपत्र, धतूरा, दूध और जल का लोटा रखें।
- उसके बाद घर में शिवलिंग है तो वहां नहीं तो शिवालय में पूजा हेतु जाएं।
- शिवलिंग पर सर्व प्रथम दूध चढ़ाएं फिर उसके बाद जलाभिषेक करें।
- फिर शिवलिंग को बाकी सारी सामग्री अर्पित कर शिव मंत्रों का जाप करें।

- भगवान शिव के प्रिय मृत्युंजय मंत्र का जाप करना भी उत्तम रहेगा।
- भगवान शिव को शाद, शक्कर या मिष्ठान आदि का भोग लगाएं।
- फिर अंत में उनकी आरती कर प्रसाद वितरित करें।
- शाम को फलाहार के साथ सावन शिवरात्रि का व्रत पारण करें।
सावन शिवरात्रि 2023 महत्व (Sawan Shivratri 2023 Mahatva)
- सावन की शिवरात्रि को बहुत चमत्कारी माना जाता है।
- इस दिन व्रत रखने से भगवान शिव का सानिध्य मिलता है।
- जीवन के कष्ट दूर होते हैं और सुखों का आगमन होता है।
सावन मासिक शिवरात्रि पर आप भी इस पूजा विधि से भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: shutterstock, pexels
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों