रेंट पर रहने से पहले किरायेदार को अपने मकान मालिक से कुछ अहम सवाल पूछ लेनी चाहिए, ताकि आप फैसला ले सके और आने वाली समस्याओं से बच सकें। उदाहरण के तौर पर महीने के किराया का ब्योरा क्या है? कितना किराया शामिल है या किसी अन्य सेवा के लिए अलग-अलग भुगतान करना होगा, जैसे पानी, बिजली, और इंटरनेट? या फिर क्या आपके पास पार्किंग और पानी की सप्लाई है? क्या मकान में कोई खास सुविधाएं हैं, जैसे कि वाशिंग मशीन, फर्नीचर, या फ्रीज? मकान मालिक से ये सवाल पूछने से आपको यह तय करने में मदद मिलेगी कि घर आपके लिए सही है या नहीं।
किराया और शर्तों पर क्या नियम है?
किराएदार द्वारा बताए गए किराये में आमतौर पर बिजली, पानी, पार्किंग, सुरक्षा और रखरखाव शामिल नहीं होते हैं। इसलिए, यह बेहद जरूरी होता है कि आप यह सभी जानकारी पहले से ले लें और किराये में क्या-क्या सेवाएं जुड़ी है यह सुनिश्चित कर लें। किराया कितना है? और क्या यह हर महीने या अन्य कॉन्ट्रैक्ट पर देना है? किराया कब और कैसे भुगतान किया जाना है? किराये देने के किसी भी दिनांक और शर्तों को स्पष्ट कर लेनी चाहिए।
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सुविधाएं और सुरक्षा पर क्या नियम है?
बहुत सारे किरायेदार अब नियमित तौर पर सिक्योरिटी डिपॉजिट के साथ कुछ क्राइटेरिया को पूरा करने की मांग करते हैं। यह एक तरह की सुरक्षा होती है जिससे मकान मालिक अपनी प्रॉपर्टी देने से पहले सुरक्षित महसूस करते हैं। सिक्योरिटी डिपॉजिट या फिर एडवांस के तौर पर माना जाता है। मकान मालिक ये अमाउंट अपनी प्रॉपर्टी के मुकाबले कॉलेटरल के तौर पर लेते हैं।
साथ ही मकान मालिक से ये जान लें कि जब आप मकान छोड़ेंगे तो एडवांस का कितना पैसा रिफंडेबल होगा। क्या आपको किसी तरह की सुविधाएं मिलेंगी, जैसे पार्किंग, वाटर सप्लाई, बिजली, गैस, और इंटरनेट? क्या मकान में सुरक्षा की सुविधाएं हैं, जैसे कि सुरक्षा कैमरे, सुरक्षित दरवाजे और लॉक्स?
मकान से जुड़ी शर्तों पर क्या है नियम?
क्या मकान मालिक द्वारा कोई अलग से नियम लगाए हैं, जैसे अपने पालतू जानवरों के लिए परमिशन, पार्किंग से जुड़े नियम ? साथ ही ये कन्फर्म जरूर कर लें कि नोटिस पीरियड कितना होगा? आमतौर पर नोटिस पीरियड एक महीने का होता है, कुछ जगहों पर दो महीना भी हो सकता है। इसके अलावा रेंट एग्रीमेंट तोड़ने पर क्या होगा और एग्रीमेंट में पेनाल्टी अमाउंट कितना भरना पड़ सकता है। किरायेदार के आने और जाने के लिए क्या समय-सीमा है।
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मरम्मत होने पर लागत कौन भरेगा?
कौन सी लागतें किरायेदार द्वारा भुगतान की जानी हैं, जैसे कि निर्माण या मरम्मत की लागतें? आपको अलग से भरना है या फिर आप रेंट में ही शामिल करके ये चार्ज देने वाले हैं? किरायेदार को इस मामले पर मकान मालिक से बातचीत कर लेनी चाहिए?
यूटिलिटिज के लिए क्या करना होगा?
जब आप किराए पर घर लेते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि किस तरह के यूटिलिटिज आपके लिए उपलब्ध हो सकते हैं। यूटिलिटिज (Utilities) का मतलब होता है उन सुविधाओं और सेवाओं का समूह जो किसी व्यक्ति को उसके मकान में जरूरत के सामान होते हैं। यह सुविधाएं बिजली, पानी, गैस, इंटरनेट, स्वच्छता से जुड़ी सेवाएं, अपार्टमेंट सुरक्षा, पार्किंग आदि शामिल हो सकती हैं।
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