Property Rights For Women: प्रॉपर्टी के इन 4 अधिकारों के बारे में महिलाओं को जरूर होनी चाहिए जानकारी

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि महिलाओं के लिए प्रॉपर्टी में कौन-कौन से अधिकार होते हैं। 

PROPERTY RIGHTS IN INDIA FOR WOMEN

आजकल महिलाएं अपने अधिकारों को लेकर बहुत जागरूक रहती हैं लेकिन फिर भी कई बार ऐसा होता है कि उनके हिस्से की प्रॉपर्टी पर कोई और व्यक्ति अपना अधिकार गलत तरह से जमा लेता है जिसके बाद उन महिलाओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

आपको बता दें कि अगर आप एक महिला हैं और आपको अपने प्रॉपर्टी से जुड़े हुए अधिकार पता होंगे तो आपके साथ कोई भी धोखाधड़ी करके आपके हिस्से की प्रॉपर्टी पर कब्जा नहीं कर पाएगा। अगर आप इन अधिकारों के बारे में जानना चाहती हैं तो यह लेख जरूर पढ़ें।

1)मैरिड वुमन प्रॉपर्टीज एक्ट 1874

WHAT ARE THE PROPERTY RIGHTS FOR WOMEN

आपको बता दें कि मैरिड वुमन प्रॉपर्टीज एक्ट 1874 के सेक्शन 6 के अनुसार अगर किसी महिला का पति उसकी सेविंग, सैलरी या प्रॉपर्टी पर अपना हक जमाता है तो उसे ऐसा करने का कानूनी अधिकार नहीं होता है।

इसके साथ-साथ आपको यह भी बता दें कि अगर पत्नी प्रॉपर्टी से किसी तरह का ब्याज पाती है तो भी पति का उसमें कानूनी रूप से कोई अधिकार नहीं होगा लेकिन अगर पत्नी अपनी इच्छा अनुसार उसे हक देती है तो वह कानून के खिलाफ नहीं होता है।

इसे भी पढें-पिता की संपत्ति में क्या होते हैं बेटी के अधिकार, जानिए

2)अगर पत्नी के नाम पर है प्रॉपर्टी

अगर पति और पत्नी एक प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं तो हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 14 के अनुसार अगर प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री में नाम पत्नी का है तो पत्नी का उस पर पूरा हक होता है।

इस बात से भी फर्क नहीं पड़ता है कि उस प्रॉपर्टी को खरीदने के लिए दोनों ने पैसे लगाए हो। अगर प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट में सिर्फ पत्नी का नाम दर्ज है तो कानूनी रूप से वहीं उसकी हकदार होती है।

इसे भी पढ़ें- कानूनी प्रावधानों और महिला अधिकारों के बारे में बताकर हमने बढ़ाया आपका आत्मविश्वास

3)पिता की प्रॉपर्टी पर बेटी का हक

आपको बता दें कि हिंदू उत्तराधिकार (संशोधन) अधिनियम 2005 के अनुसार अगर कोई फैमली विभाजित होकर नहीं रहती है तो उस परिवार में बेटी और बेटे को पिता की प्रॉपर्टी में समान अधिकार मिलते हैं।

अगर किसी कारणवश पिता की मृत्यु हो जाती है तो बेटी अपने पिता की प्रॉपर्टी में से हिस्सा मांग सकती है और अगर उसे उसका हिस्सा नहीं मिलता है तो वह इसके खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कर सकती है।

4) अगर खरीदी है कोई प्रॉपर्टी

अगर किसी महिला ने कोई अपने पैसों से प्रॉपर्टी खरीदी हुई है तो वह सिर्फ उसकी ही प्रॉपर्टी होगी और वह जब चाहें अपनी प्रॉपर्टी को अपने हिसाब से बेच सकती है।

इसके साथ-साथ अगर किसी अन्य की खरीदी हुई प्रॉपर्टी में महिला ने अपने पैसे भी लगाये हैं तो उस प्रॉपर्टी में उसका भी हिस्सा भी होता है।

तो यह थे प्रॉपर्टी से जुड़े हुए महिलाओं के अधिकार।

अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

image credit-freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP