बहुत से लोगों का मानना है कि ऐसे बच्चे जिनका जन्म पितृ पक्ष के दौरान होता है वो परिवार के लिए कुछ नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है। दरअसल, ज्योतिष की मानें तो इस अवधि में जन्में बच्चे हमारे पूर्वजों का प्रतिनिधित्व करते हैं और हमारे लिए बहुत ही शुभ संकेत लेकर आते हैं।
इन बच्चों के बारे में ऐसी धारणा होती है कि ये कोई भी पितर हो सकते हैं जिनका स्वर्गवास हो चुका है। किसी अधूरी इच्छा को पूरा करने के लिए ही ऐसे पितर घर में बच्चे के रूप में जन्म लेते हैं और ऐसे बच्चों पर पूर्वजों की भरपूर कृपा होती है।
आइए ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ आरती दहिया से जानें उन बच्चों के व्यक्तित्व के बारे में जिनका जन्म पितृ पक्ष की अवधि के दौरान हुआ हो।
पितृ पक्ष में जन्म लेने का कारण
ऐसा माना जाता है कि जिन बच्चों का जन्म पितृ पक्ष (पितृ पक्ष में करें इन चीजों का दान) के दौरान होता है दरअसल वो पिछले जन्म में मृत्यु के बाद जब देवलोक में जाते हैं तब उनसे पूछा जाता है कि वो क्या चाहते हैं तो वो पुनः अपने ही घर में जन्म लेने की इच्छा प्रकट करते हैं। कभी कभी आकस्मिक जिसकी मृत्यु हो जाती है या कम उम्र में ही मृत्यु हो जाती है उसके मन में बहुत सारी इच्छाएं होती हैं और मन में वो सब चीज़े नहीं कर पाते हैं उससे पहले उनकी मृत्यु हो जाती है। अपनी उसी इच्छा को पूरा करने के लिए वो पुनः उसी कुल में जन्म लेते हैं। ऐसे बच्चों का व्यक्तित्व थोड़ा अलग होता है।
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परिवार से रखते हैं लगाव
जिन बच्चों का जन्म पितृ पक्ष के दौरान होता है वो अपने परिवार के साथ बहुत अधिक लगाव रखते हैं। बड़े होने पर भी इनका ये प्रेम और लगाव कम नहीं होता है और वो हमेशा परिवार के लोगों को अहमियत देते हैं। ये लोग किसी भी परिस्थिति में अपने परिवार का साथ नहीं छोड़ते हैं। कई बार इनका ये स्वभाव इन्हें होम सिक भी बना देता है।
दिमाग से बहुत तेज होते हैं ऐसे बच्चे
पितृ पक्ष में जो बच्चे जन्म लेते हैं वो अन्य बच्चों की तुलना में बहुत ही तेज दिमाग के होते हैं। ये बच्चे अपनी उम्र के अनुसार कई ऐसी बातें भी जानने लगते हैं जो उनसे काफी बड़ी उम्र केलोगों को पता होती है। इनका दिमाग हर बात को अलग तरीके से सोचता है और उस पर ही अमल करता यही। 10 साल के बच्चे का अनुभव ऐसा रहेगा जैसे वो 50 साल का हो।
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इन बच्चों को मिलता है बुजुर्गों का आशीर्वाद
पितृपक्ष के दिनों में जन्म लेने वाले बच्चों (सूर्यास्त के बाद जन्मे बच्चों का स्वभाव)को हमेशा परिवार के लिए शुभ माना जाता है। इन बच्चों पर हमेशा पूर्वजों का आशीर्वाद बना रहता है। ये बच्चे कुछ विशेष गुणों से युक्त होते हैं। ऐसे बच्चे बहुत क्रिएटिव होते हैं और इनकी बौद्धिक क्षमता अन्य बच्चों की तुलना में बेहतर होती है। ऐसे बच्चे बहुत ज्यादा आत्मविश्वासी होते है। इनके गुण परिवार के किसी पितर से मिलते-जुलते भी हो सकते हैं। ये अपने जीवन में बहुत नाम कमाते हैं और कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखते हैं।
कुछ ऐसे ही होते हैं पितृ पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चों का स्वभाव, यदि आपके बच्चे का जन्म भी इस अवधि में हुआ है तो ये उसकी पर्सनैलिटी हो सकती है। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit: freepik.com
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