Period Customs: भारत के इस गांव में है अजीब प्रथा, पीरियड्स होने पर महिलाओं को निकाल दिया जाता है गांव से बाहर

Menstrual Tradition: क्या आप जानते हैं कि भारत में पीरियड से जुड़े कई रिवाज हैं, जिनका आज तक पालन किया जाता है। 

  • Hema Pant
  • Editorial
  • Updated - 2022-09-29, 20:28 IST
period weird ritual in india

First Period Traditions: आपने पीरियड्स से जुड़े कई रीति-रिवाजों के बारे में जरूर सुना होगा? ज्यादतर मामलों में महिलाएं को अलग-थलग कर दिया जाता है। पीरियड्स होने पर उन्हें अछूत माना जाता है। उनके साथ बुरा व्यवहार किया जाता है। इसी तरह आंध्रप्रदेश के एक छोटे से कस्बे में महिलाओं को घर से नहीं बल्कि गांव से बाहर निकाल दिया जाता है। यह इस गांव में निभाई जाने वाली पीरियड्स से संबंधित प्रथा है, जिसे आज तक निभाया जाता है। चलिए विस्तार से जानते हैं इस बारे में।

आंध्रप्रदेश में निभाई जाती है यह प्रथा (Andhra Period Tradition)

andhra pradesh period ritualsआपने यह जरूर सुना होगा कि कई जगहों पर पीरियड्स के दौरान महिलाओं को घर से बाहर कर दिया जाता है? लेकिन क्या हो जब गांव से ही बाहर निकाल दिया जाए? आंध्रप्रदेश के अनंतपुर ज़िले के एक गांव में ऐसी ही एक प्रथा निभाई जा रही है। इस गांव में ओरुगोल्ला और कादुगोल्ला के लोग रहते हैं। कादुगोल्ला जाति के लोग हिंदू धर्म को मानते हैं। यहां के लोग एट्टप्पा और चिक्कन्ना देवता के भक्त हैं।

ताड़ से बनी झोपड़ी में रहती हैं महिलाएं

period related ritualsपीरियड्स के दौरान कई जगहों पर महिलाओं को अलग कमरे में रखा जाता है, जहां उनका खाना-पीना होता है और वह उसी कमरे में रहती हैं। इसी तरह आंध्रप्रदेश केगंताहल्लागोट्टी गांव में भी महिलाओं के साथ कुछ ऐसा ही व्यवहार किया जाता है। यहां की महिलाओं को गांव से दूर कर एक छोटी सी ताड़ से बनी झोपड़ी में रखा जाता है। उन्हें पीरियड्स के पांचों दिन इस झोपड़ी में खाना बनाने से लेकर सभी काम करने होते हैं। इस प्रथा में केवल महिलाएं नहीं बल्कि स्कूल जाने वाली बच्चियां भी शामिल हैं।

महिलाओं को छूने से है मनाही

पीरियड्स के दौरान इस गांव के अन्य लोगों को इन्हें छूने से मनाही होती है। ऐसा कहा जाता है कि अगर वह महिलाओं को छू दे तो वह अशुद्ध हो जाएंगे। यहां तक की पुरुषों को लड़कियों से बात तक नहीं करने नहीं दिया जाता है। अगर किसी ने इस नियम को नहीं माना तो उसे भी गांव में घुसने नहीं दिया जाता है। (पीरियड्स से जुड़े रिवाज)

इसे भी पढ़ें:पीरियड्स होने पर इस राज्य में खुशी से मनाया जाता है त्योहार, लड़की को नहीं मानते अछूत

मंदिर में नहीं जा सकती हैं लड़कियां

पीरियड्स के दौरान महिलाएं पूजा भी नहीं कर सकती हैं। यहां तक कि उन्हें मंदिर भी नहीं जाने दिया जाता है। इस दौरान केवल पुरुष ही पूजा करते हैं। बता दें कि इस प्रथा को खत्म करने के लिए सरकार अभियान भी चला रही है। इसमें लोगों को शिक्षित किया जा रहा है। हालांकि, जमीनी हकीकत वैसी की वैसी ही है। (जानें शादी से जुड़े अजीब रिवाज)

इसे भी पढ़ें:Nepal Period Custom: क्या है नेपाल की चौपाड़ी प्रथा? जहां लड़कियों के साथ पीरियड्स में किया जाता है ऐसा व्यवहार

प्रेग्नेंसी के बाद भी किया जाता है ऐसा व्यवहार

केवल पीरियड्स में ही नहीं बल्कि बच्चा होने के बाद तीन महीने तक महिलाओं को गांव से बाहर रखा जाता है। हालांकि, अब समय सीमा कम कर दी गई है। पहले पांच महीने तक महिलाएं अपने बच्चे के साथ झोपड़ी में रहा करती थी।

21वीं सदी में जीने के बाद भी आज ऐसी कई जगहे हैं जहां पीरियड्स से जुड़े इन रिवाजों का पालन किया जाता है। यह एक नेचुरल प्रोसेस है, लेकिन इसे अंधविश्वास से लेकर हीन भावना से जोड़ा जाता है। न जाने महिलाओं के लिए पीरियड्स को कब सामान्य तौर पर देखा जाएगा।

उम्मीद है कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। इसी तरह के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए हमें कमेंट कर जरूर बताएं और जुड़े रहें हमारी वेबसाइट हरजिंदगी के साथ।

Image Credit: Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP