Operation Sindoor Social Media Guidelines: पहलगाम अटैक के बाद भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी अड्डों पर हमला किया था। इस हमले को ऑपरेशन सिंदूर का नाम दिया गया। लेकिन, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की तरफ से भारत के बॉर्डर से सटे शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। तनाव की स्थिति में सोशल मीडिया पर तरह-तरह की फोटोज और वीडियो वायरल हो रही हैं।
वायरल तस्वीरों और वीडियोज ने आम जनता के बीच डर पैदा कर दिया है। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर एक तस्वीर भी जमकर वायरल हो रही है, जिसे एडवाइजरी नोटिस यानी सलाहकार सूचना बताया जा रहा है। इस तस्वीर में लोगों को जरूरी सामान और रिसोर्सेज को स्टोर करने की सलाह दी जा रही है। इस तस्वीर को लोग बिना सोचे-समझे धड़ल्ले से व्हॉट्सएप ग्रुप्स और अपने कॉन्टेक्ट्स के साथ शेयर कर रहे हैं। हालांकि, यह एडवाइजरी नोटिस पूरी तरह से फेक है और सरकार की तरफ से ऐसी कोई सूचना जारी नहीं की गई है।
अगर आप भी ऑपरेशन सिंदूर या उससे जुड़ी कोई भी जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर कर रही हैं, तो तुरंत सावधान हो जाएं। ऐसा इसलिए, क्योंकि आपका एक मैसेज कानूनी तौर पर अपराध बन सकता है। बता दें, रक्षा मंत्रालय ने भी अहम एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उन्होंने सोशल मीडिया शेयरिंग का जिक्र किया है।
रक्षा मंत्रालय ने क्या एडवाइजरी जारी की है?
All media channels, digital platforms and individuals are advised to refrain from live coverage or real-time reporting of defence operations and movement of security forces. Disclosure of such sensitive or source-based information may jeopardize operational effectiveness and…
— Ministry of Defence, Government of India (@SpokespersonMoD) May 9, 2025
रक्षा मंत्रालय ने देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय की तरफ से 9 मई 2025 यानी शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर प्रेस नोट जारी किया गया है। रक्षा मंत्रालय के प्रेस नोट के मुताबिक, सभी मीडिया चैनलों, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और व्यक्तियों को रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की आवाजाही की लाइव कवरेज या रियल टाइम रिपोर्टिंग से बचने की सलाह दी जाती है। संवेदनशील जानकारी का समय से पहले खुलासा दुश्मनों की अनजाने में मदद कर सकता है और इससे प्रभावशीलता और कर्मियों की सुरक्षा में खतरा पैदा हो सकता है।
कारगिल युद्ध, 26/11 अटैक और कंधार हाईजैक जैसी घटनाएं प्री-मैच्योर रिपोर्टिंग यानी समय से पहले रिपोर्टिंग के जोखिम को बताती हैं। केबल टेलीविजन नेटवर्क (संशोधन) नियम, 2021 के खंड 6 (1) (पी) के मुताबिक, आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान सिर्फ नामित अधिकारियों को ब्रीफिंग की अनुमति है। सभी हितधारकों से आग्रह है कि वह राष्ट्र की सेवा में उच्चतम मानकों को बनाए रखें और कवरेज में सतर्कता, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का पालन करें।
सोशल मीडिया पर पोस्ट करते समय इन बातों का रखें ध्यान

अगर आप ऑपरेशन सिंदूर के बाद सोशल मीडिया पर भारतीय या पाकिस्तान आर्मी के एक्शन्स की कोई भी फोटो या वीडियो पोस्ट करते हैं, तो यह गंभीर कानूनी अपराध बन सकता है।
अगर आप सोशल मीडिया पर बम गिरते या किसी हानि का पुराना या फेक वीडियो शेयर करती हैं, तो यह आईटी एक्ट के तहत आ सकता है और इसके लिए आपको कड़ी सजा मिल सकती है।
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सैनिकों की मूवमेंट, लोकेशन या ऑपरेशन की जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर करना भी कानूनी अपराध माना जा सकता है। क्योंकि, इसे सुरक्षा में सेंध माना जाएगा और ऐसे में Official Secrets Act के तहत सजा मिल सकती है।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के समय देश के सभी नागरिकों से संयम और समझदारी की अपील की जाती है। ऐसे में आप जो भी सोशल मीडिया पर शेयर करें, तो सोच-समझकर ही करें।
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Image Credit: Freepik
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