पहलगाम हमले में 26 लोगों की जान का बदला भारत ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर स्ट्राइक करके लिया है। भारत ने 6-7 मई की आधी रात पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में एयर स्ट्राइक की है और इसे ऑपरेशन सिंदूर का नाम दिया है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने 7 मई की सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत ने क्या एक्शन लिया और उसका नतीजा क्या हुआ इसकी सभी डिटेल्स दुनिया के सामने रखी हैं। ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस कॉन्फ्रेंस को विदेश सचिव के साथ दो महिला ऑफिसरों ने लीड किया है। जिनमें से एक का नाम व्योमिका सिंह है और तो दूसरीं सोफिया कुरैशी हैं।
सोफिया कुरैशी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं और व्योमिका सिंह एयरफोर्स में विंग कमांडर हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद से चारों तरफ व्योमिका सिंह और सोफिया कुरैशी की चर्चा हो रही है। अगर आप भी कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के बारे में जानना चाहते हैं, तो यहां हम उनके बारे में कुछ डिटेल्स लेकर आए हैं और साथ ही बता रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर से दोनों महिला ऑफिसरों का क्या कनेक्शन है।
कौन हैं सोफिया कुरैशी?
लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी का जन्म साल 1981 में गुजरात के वडोदरा में हुआ था। पब्लिक डोमेन में मौजूद जानकारी के मुताबिक, सोफिया कुरैशी ने बायोकेमिस्ट्री में हायर एजुकेशन ली है। इसके अलावा ऐसा भी कहा जा रहा है कि सोफिया के दादा जी भी भारतीय सेना का हिस्सा रह चुके हैं और उनके पिता ने सेना में धार्मिक शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं।
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सोफिया कुरैशी ने मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री के अधिकारी मेजर ताजुद्दीन कुरैशी से शादी की है। कर्नल सोफिया का एक बेटा भी है जिसका नाम समीर कुरैशी है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, कर्नल सोफिया कुरैशी ने भारतीय सेना साल 1999 में ज्वाइन की थी। साल 1999 में चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से ट्रेनिंग लेने के बाद उन्होंने लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन हासिल किया था।
लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी की बारे में पब्लिक डोमेन में मौजूद जानकारी के मुताबिक, वह साल 2006 में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना मिशन में सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में भी सेवाएं दे चुकी हैं। इसके अलावा पंजाब बॉर्डर पर ऑपरेशन पराक्रम में भी अपनी सेवाओं के लिए सोफिया कुरैशी को जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ का लेटर ऑफ एप्रिसिएशन मिल चुका है।
कौन हैं व्योमिका सिंह?
विंग कमांडर व्योमिका सिंह कोई आम पायलट नहीं हैं। व्योमिका सिंह ने साल 2004 में इंडियन एयरफोर्स ज्वाइन की थी। आज विंग कमांडर व्योमिका सिंह के पास 2500 से भी ज्यादा घंटों का हवाई उड़ान का एक्सपीरियंस है। व्योमिका सिंह ने जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व के कई मुश्किल इलाकों में ऑपरेशन्स किए हैं।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह के बारे में पब्लिक डोमेन में मौजूद जानकारी के मुताबिक, उन्होंने बचपन यानी स्कूल के दिनों में ही पायलट बनने का सपना देख लिया था और उन्होंने इसी वजह से नेशनल कैडेर कोर (NCC) ज्वाइन किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयरफोर्स में शामिल होने के 13 साल के बाद 2017 में व्योमिका सिंह को विंग कमांडर का पद मिला।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह के मिशन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कई बड़े मिशन में अपनी सेवाएं दी हैं। उन्होंने साल 2020 में अरुणाचल प्रदेश में आई आपदा में कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला था। इतना ही नहीं, साल 2021 में विंग कमांडर ने माउंट मणिरंग की चढ़ाई की थी और 21, 650 की चोटी पर फतह हासिल की थी। विंग कमांडर व्योमिका सिंह को चीफ ऑफ एयर स्टाफ और एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ जैसे अधिकारियों से सम्मान भी मिल चुका है। अब पहलगाम हमले के बाद भारत की जवाबी स्ट्राइक ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस ब्रीफिंग के बाद व्योमिका सिंह के नाम की चर्चा सोशल मीडिया पर जमकर हो रही है।
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Image Credit: Jagran.Com and ANI
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