herzindagi
nag panchami  ki puja vidhi

Nag Panchami Kab Hai 2023: कब है नाग पंचमी? जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और सावन में नागों की पूजा का महत्व

हिन्दू धर्म में नागों की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। नागों का स्थान देव तुल्य बताया गया है। जहां एक ओर भगवान विष्णु शेषनाग पर विराजते हैं तो वहीं, भगवान शिव के गले में वासुकी नाग का स्थान है।  
Editorial
Updated:- 2023-07-26, 12:29 IST

Nag Panchami 2023 Date, Shubh Muhura, Puja vidhi Aur Mahatva: हिन्दू धर्म में नागों की पूजा का विशेष महत्व है। 

इसलिए सनातन परंपरा में नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है ताकि इस दिन नागों की विधि-विधान से श्रद्धापूर्वक पूजा की जा सके। 

ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स का कहना है कि सावन में नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा बहुत शुभ और लाभकारी मानी जाती है। 

ऐसे में आइये जानते हैं नाग पंचमी की तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में। साथ ही जानेंगे सावन में नागों की पूजा का महत्व।  

कब है नाग पंचमी 2023 (Nag Panchami Kab Hai 2023)

nag panchami  ki puja

  • सावन शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि आरंभ: 20 अगस्त, दिन रविवार, रात 12 बजकर 23 मिनट
  • सावन शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि समापन: 21 अगस्त, दिन सोमवार (सोमवार को न खरीदें ये चीजें), रात 2 बजे 
  • ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, नाग पंचमी की पूजा 21 अगस्त को की जाएगी।  

यह भी पढ़ें: Sawan 2023 Shiv Putri Puja: भगवान शिव की ये बेटी सावन में बरसाती हैं कृपा, मिलती है सफलता

नाग पंचमी 2023 शुभ मुहूर्त (Nag Panchami 2023 Shubh Muhurat) 

  • नाग पंचमी पूजा मुहूर्त: सुबह 5 बजकर 53 मिनट से 8 बजकर 30 मिनट

नाग पंचमी 2023 पूजा विधि (Nag Panchami 2023 Puja Vidhi) 

nag panchami  ki tithi

  • नाग पंचमी के दिन प्रातः जल्दी स्नान कर लें और अपने इष्ट का ध्यान करें। 
  • फिर लकड़ी की चौकी लें। उसे गंगाजल से शुद्ध कर लें और कपड़ा बिछाएं।
  • मिट्टी से नाग देवता की मूर्ति बनाएं। नाग देवता का दूध से जलाभिषेक करें।
  • इसके बाद नाग देवता को हल्दी, सिंदूर, चावल (कच्चे चावल के उपाय) और फूल अर्पित करें।
  • कच्चे दूध में घी और चीनी मिलाकर नाग देवता को भोग भी लगाएं। 
  • नाग पंचमी के दिन नाग देवता के मंत्रों का जाप करें। 
  • नाग देवता की कथा पढ़ें और अंत में आरती भी करें। 

यह भी पढ़ें: Sawan Somwar 2023: घर की इस दिशा में रखें बेलपत्र, होगा लाभ

नाग पंचमी 2023 महत्व (Nag Panchami 2023 Mahatva) 

  • नागों को पूजनीय माना गया है। भगवान विष्णु और शिव जी का संबंध नागों से है। 
  • भगवान विष्णु की शैय्या शेषनाग हैं तो भगवान शिव के गले में वासुकी नाग हैं। 
  • ऐसे में नागों के पूजन से श्री हरि और महादेव की कृपा पाई जा सकती है। 
  • विशेष तौर पर सावन में नागों का पूजन करने से नाग दंश का भय नहीं रहता है। 
  • यहां तक कि काल सर्प दोष से भी मुक्ति मिल जाती है।

 

आप भी नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व से जुड़ी समस्त जानकारी यहां से ले सकते हैं। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।  

Image Credit: shutterstock

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

FAQ
सापों के देवता कौन हैं?
सापों के देवता गोगाजी माने जाते हैं।
सापों में सबसे बड़ा कौन है?
सापों में सबसे बड़े शेषनाग माने जाते हैं। वह सापों के राजा भी कहलाते हैं।
Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।