Muharram Quotes & Shayari 2025: मुहर्रम पर याद करें शहादत-ए-हुसैन, शेयर करें दिल छू लेने वाले कोट्स और शायरी

Muharram 2025 Shayari: मुहर्रम के महीने में हर शिया मुसलमान हजरत इमाम हुसैन की शहादत पर अपना दर्द, प्यार और जज्बात जाहिर करता है। ऐसे में अगर आप भी अपना दर्द जाहिर करना चाहते हैं, लेकिन आपको सही शब्द नहीं मिल पा रहे हैं तो यह लेख आपकी मदद कर सकता है।
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अगर आप भी अपना दर्द जाहिर करना चाहते हैं, लेकिन आपको सही शब्द नहीं मिल पा रहे हैं तो यह लेख आपकी मदद कर सकता है। हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ ऐसे जज्बाती कोट्स, शायरी और संदेश, जिन्हें आप अपने दोस्तों, परिवार और करीबियों को भेजकर मुहर्रम के महीने और कर्बला की अहमियत को आपस में बांट सकते हैं।

बता दें मुहर्रम का महीना मुस्लिम समुदाय के लिए बहुत अहम होता है। मुहर्रम के महीने के हर दिन मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए अहम होते हैं, लेकिन इस महीने का 10वां दिन बहुत खास माना जाता है। वहीं, मुहर्रम का त्योहार 10वें आशूरा को पड़ता है, जबकि इस साल 6 जुलाई को मनाया जाएगा।

मुहर्रम शायरी 2025 (Muharram Shayari 2025)

नहीं देखा कहीं ऐसा सब्र, ऐसी वफा, ऐसा इमां,
कर्बला की जमीन गवाह है, हुसैन हैं इस्लाम की जान।

जो प्यासे रहकर भी अल्लाह से शिकायत ना करे,
ऐसी शख्सियत को हुसैन इब्ने अली कहते हैं।

आज भी तेरे अकीदे पर, लाखों लोग चलते हैं,
या हुसैन! तेरी शहादत, है हमेशा के लिए अमर।

मुहर्रम हम सब मिलकर शहीदे कर्बला की याद में,
नमाज, मातम और मजलिस में शामिल होते हैं।
या हुसैन! आपकी शहादत ने हमें सिखाया है,
कि कैसे तकलीफ में आपने हमें बचाया है।
Youm-E-Ashura

कर्बला की रेत पर बिखरी जो हुसैन की लाश,
हर ज़र्रा कह रहा था, हुसैन हम शर्मिंदा हैं।
रूहें भी आज रोईं, हर शब गम में डूबी,
कर्बला की मिट्टी आज भी नम है हुसैन की कुर्बानी से।

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लुटा के अपने घर-बार कर्बला में,
हुसैन ने जमाने को इंसानियत का सबक दिया।
कर्बला की रूहानी जमीं पे, हुसैन का है नाम,
जो वफा का पैगाम लाए, उसे हुसैन कहते हैं।

मुहर्रम के मौके पर याद करो वो कुर्बानी,
जो सिखा गया सही मतलब इस्लाम की,
जमाना हुसैन का सर दे के दो जहां की हुकूमत खरीद,
ली महंगा पड़ा यजीद को सौदा हुसैन का।

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मुहर्रम कोट्स इन हिंदी (Muharram Quotes in Hindi)

जिसने हक के लिए सिर कटाया,
उस हुसैन को सलाम हमारा,
कर्बला की जमीं पे जो लहू बहा, हुसैन का,
उसकी हर बूंद ने, जमाने को रास्ता दिखाया।
Youm-E-Ashura 2025

कर्बला की धरती पर, हुसैन का लहू बहा,
सच्चाई की राह में, उन्होंने शहादत पाया,
या हुसैन! तेरी शहादत, हमेशा रहेगी याद,
तेरे ही नक्शे कदम पर, चलेंगे हम सदा।

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मुहर्रम में गम की रौशनी होती है,
हर मोमिन की आंख नम होती है,
कर्बला की वो जंग याद आती है,
जहां हर कुर्बानी इस्लाम के लिए होती है।

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कर्बला के शहीदों की कुर्बानी हमें यह सिखाती है,
कि सच्चाई की राह पर चलने के लिए हमें,
किसी भी कुर्बानी से पीछे नहीं हटना चाहिए।

मुहर्रम स्टेटस इन हिंदी (Muharram Status in Hindi)

खुदा की मर्जी पर, किया हुसैन ने खुद को कुर्बान,
कर्बला की धरती पर, उन्होंने लिख दिया अपना नाम,
या हुसैन! आपके नाम की हमेशा रहेगी धूम,
आपकी शहादत है, हर मुसलमान के लिए महकता फूल।
Youm-E-Ashura

कर्बला के मैदान में हुसैन ने दिया बलिदान,
सच्चाई और इंसाफ के लिए, उन्होंने दिया अपना नाम,
मुहर्रम का मतलब है सच्चाई और इंसानियत के लिए लड़ना,
कर्बला के शहीदों की कुर्बानी को सलाम।

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मुहर्रम का यह पवित्र महीना,
हमें कर्बला के शहीदों की याद दिलाता है,
अल्लाह हमें उनकी का पालन करने की तौफीक दे।

इस मुकद्दस मौके पर दुआ करें,
कि अल्लाह तआला हमारी गलतियों को,
माफ करे और हमें सच्चे मुसलमान बनाए,
सच्चाई की राह में शहीद होना ही सच्ची ज़िंदगी है।

मुहर्रम मैसेज इन हिंदी (Muharram Message in Hindi)

कर्बला की घटना हमें यह सिखाती है,
कि सच्चाई की राह पर चलने के लिए,
हमें किसी भी कुर्बानी से पीछे नहीं हटना चाहिए।

हुसैन की शहादत से जगमगा रही है जमीन,
आसमान भी रो पड़ा, उनके लहू के रंग से,
हुसैन के नाम से, है सजी ये दुनिया सारी,
कर्बला की कहानी से, चलती है ये दुनिया प्यारी।

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अल्लाह की राह में, जो कुर्बान हुआ हुसैन,
उनकी शहादत है, हर मुसलमान के लिए नूर,
सच्चाई और इंसाफ के लिए, लड़ा हुसैन ने जंग,
कर्बला के मैदान में, उन्होंने लिख दी इतिहास की नई संग।

मुहर्रम के इस मौके पर,
हम सब मिलकर कर्बला के शहीदों की याद में झुकते हैं,
और उनकी कुर्बानी को याद करते हैं,
अल्लाह हमें उनके रास्ते पर चलने की तौफीक दे।

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Image Credit- freepik

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