महाशिवरात्रि का पर्व हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। इस दिन भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए भक्त शिव जी का पूजन करते हैं और शिवलिंग पर जल, कच्चा दूध, बेलपत्र, धतूरा आदि चढ़ाते हैं। इस अवसर पर कुछ विशेष अनुष्ठान और पूजन भी किए जाते हैं। इन्हीं अनुष्ठानों में सबसे प्रभावशाली और महत्वपूर्ण अनुष्ठान रुद्राभिषेक को माना जाता है। रुद्राभिषेक भगवान शिव को प्रसन्न करने का एक अत्यंत शुभ और मंगलकारी उपाय माना जाता है। इससे न केवल भक्तों की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है, बल्कि जीवन की नकारात्मक ऊर्जा भी समाप्त होती है। रुद्राभिषेक के माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन के सभी संकटों से मुक्ति पा सकता है और समृद्धि, स्वास्थ्य एवं शांति की प्राप्ति कर सकता है।
ऐसा माना जाता है कि यदि आप महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर अपने घर पर ही रुद्राभिषेक का आयोजन करने जा रहे हैं तो आपको कुछ विशेष नियमों का पालन करने की सलाह दी जाती है, यही नहीं आपको रुद्राभिषेक करते समय कुछ गलतियों से भी बचना चाहिए जिससे पूजन में कोई त्रुटि न हो और शिव जी की पूर्ण कृपा प्राप्त हो सके। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें इसके बारे में कि आपको रुद्राभिषेक के समय किन बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता है।
रुद्राभिषेक के समय अशुद्ध जल या दूध का उपयोग न करें
रुद्राभिषेक के दौरान भगवान शिव का जल, दूध, शहद, दही, घी आदि चीजों से अभिषेक किया जाता है। यदि आप घर पर ही रुद्राभिषेक का आयोजन कर रहे हैं तो आपको इस बात का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है कि शिवलिंग का अभिषेक करते समय जिस जल या दूध का इस्तेमाल कर रहे हैं वो पूरी तरह से शुद्ध होना चाहिए।
आपको कभी भी बासी दूध का इस्तेमाल शिवलिंग का अभिषेक करते समय नहीं करना चाहिए। किसी भी प्रकार के अशुद्ध जल या बासी दूध का प्रयोग करने से पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है। पूजन के समय शुद्ध जल या दूध का प्रयोग करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
रुद्राभिषेक के दौरान चमेली के तेल का दीपक जलाने से बचें
रुद्राभिषेक के दौरान भगवान शिव की पूजा में घी का दीपक जलाना सबसे शुभ माना जाता है। यदि आपके घर पर घी न हो, तो तिल के तेल का दीपक भी जलाया जा सकता है। हालांकि, चमेली के तेल का दीपक जलाने से बचना चाहिए क्योंकि इसे शिव पूजा के लिए उचित नहीं माना गया है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चमेली का तेल देवी पूजा में अधिक उपयुक्त होता है, जबकि भगवान शिव की आराधना में इसका प्रयोग वर्जित माना जाता है। इसलिए, रुद्राभिषेक के समय शुद्ध घी या तिल के तेल का दीपक प्रज्वलित कर भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करें। सही विधि से पूजा करने से शिव कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
रुद्राभिषेक के दौरान शिवलिंग पर हल्दी न चढ़ाएं
भगवान शिव की पूजा में हल्दी चढ़ाना वर्जित माना जाता है। इसका मुख्य कारण यह है कि हल्दी को देवी पार्वती का प्रतीक माना जाता है, जो सौभाग्य का प्रतीक होती हैं। भगवान शिव योगी स्वरूप में रहते हैं, इसलिए उन्हें हल्दी अर्पित नहीं की जाती। हल्दी के स्थान पर आप चंदन, भस्म, बेल पत्र, भांग, धतूरा और जल अर्पित कर सकते हैं।
चूंकि रुद्राभिषेक शिवलिंग का किया जाता है इसलिए इस पर हल्दी चढ़ाने से पूजा की पूर्ण सफलता नहीं मानी जाती है। हल्दी के साथ आपको तुलसी की पत्तियों के इस्तेमाल से भी बचना चाहिए, लेकिन आप तुलसी की मंजरी शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं। आपको दूर्वा घास भी शिवलिंग पर नहीं चढ़ानी चाहिए।
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रुद्राभिषेक के समय तांबे के पात्र से दूध न चढ़ाएं
जिस समय आप घर पर रुद्राभिषेक कर रहे हैं तब शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि आप कभी भी तांबे के पात्र से दूध न चढ़ाएं। ऐसा माना जाता है कि तांबा धातु के संपर्क में आकर दूध में विषैले तत्व घुल जाते हैं और पूजा की शुद्धता समाप्त हो जाती है। हालांकि यदि आप जल से अभिषेक कर रहे हैं तो इसके लिए तांबे के पात्र का इस्तेमाल किया जा सकता है। दूध से रुद्राभिषेक करते समय आप पीतल, चांदी, मिट्टी या स्टील के पात्र का इस्तेमाल कर सकती हैं।
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रुद्राभिषेक के दौरान चमड़े की वस्तुएं न पहनें
यदि आप घर पर रुद्राभिषेक का आयोजन कर रही हैं तो आपके लिए शिव पूजा के दौरान शुद्धता का विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है। इस दौरान आप चमड़े से बनी वस्तुएं जैसे बेल्ट, पर्स, जूते आदि पहनकर रुद्राभिषेक न करें। ऐसा करने से पूजा की शुद्धता पर असर होता है। आपके लिए पूजा के दौरान सफेद या हल्के रंग के पारंपरिक वस्त्र पहनना उचित है। इससे पूजा का शुभ फल प्राप्त होता है और भगवान शिव की कृपा बनी रहती है।
यदि आप घर पर ही रुद्राभिषेक का आयोजन कर रहे हैं तो आपको यहां बताई गलतियों से बचना चाहिए जिससे आपको पूजा का पूर्ण फल मिले। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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