हिंदू धर्म में कई तीज त्योहार मनाए जाते हैं। सभी का एक अलग-अलग महत्व होता है। हर महीने कोई न कोई त्योहार अपने एक अलग महत्व के साथ लोगों में हर्ष और उल्लास भर देता है। ऐसा ही एक त्योहार है मौनी अमावस्या। इस त्योहार में मौन रहा जाता है। यनी एक बार आप शुभ मुहूर्त में पूरे दिन चुप रहने का संकल्प ले लें तो उस दिन आपको अपने मुंह पर नियंत्रण रखना होता है। क्योंकि यह अमावस्या माघ महीने में आती है इसलिए इसे माघी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन स्नान करने की भी परंपरा है। हिंदू धर्म के लोग इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन पवित्र नदी गंगा का पानी अमृत हो जाता है।
यदि आप शुभ मुहूर्त में इस दिन स्नान करते हैं या फिर दान करते हैं तो आपको इसका लाभदायक फल मिलता है। तो चलिए जानते हैं कि मौनी अमावस्या क्यों मनाई जाती हैं? इसका शुभ मुहूर्त क्या है और इस क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
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शुभ मुहूर्त
वर्ष 2020 में मौनी अमावस्या 24 जनवरी को पड़ रही है। यह अमावस्या सुबह 2 बजकर 17 मिनट से शुरू होगा और 25 जनवरी सुबह 3 बजकर 11 मिनट तक चलेगी।
क्या है महत्व
यदि धार्मिक मान्यताओं पर विश्वास किया जाए तो इस मौनी अमावस्या के दिन पित्रों की शांति के लिए तर्पण किया जाता है इससे उन्हें शांति मिलती है। वहीं इस दिन दान-पुण्य करने का भी रिवाज है। अगर आप मौनी अमावस्या के दिन शुभ मुहूर्त में स्नान करके भगवान विष्णु और भगवान शिव के आगे मौन रहने का संकल्प लेती हैं तो आपको पूरे दिन शांत रहना होगा। इस हिन मौन रहने की परंपरा का आधार है कि यदि आप चुप रहते हैं तो इससे आप ईश्वर को अपने क्रोध, अहंकार और ईष्या के त्याग को समर्पित करते हैं। भगवान कृष्ण ने भी गीता में अपने उपदेशों में इस बात का जिक्र किया है कि मनुष्य यदि ईश्वर को कुछ समर्पित करना चाहता है तो उसे अपने अहंकार और क्रोध को त्याग देना चाहिए। ऐसा भी कहा जाता है कि यदि आप हरि को पाना चाहते हैं तो इस दिन आपको शुभ मुहूर्त में स्नान जरूर करना चाहिए।
क्या करें और क्या न करें
- यदि आपकी आदत देर तक सोने की है तो जान लें कि मौनी अमावस्या के दिन सूर्योदय होने से पहले ही आपको सो कर उठना भी है और स्नान भी करना है। यदि आप इस दिन भी देर तक सोते रहते हैं तो यह आपके लिए अशुभ हो सकता है। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना बहुत ही शुभ होता है।
- गरुण पुराण में इस बात का जिक्र है कि मौनी अमावस्या के दिन पति पत्नी को अपने मन और शरीर को पवित्र रखना चाहिए इससे आपका दांपत्य जीवन सुखद हो जाता है।
- यदि आप इस दिन क्रोध करती हैं तो यह अशुभ हो सकता है। वैसे तो कभी भी आपको अपशब्द का इस्तेमाल किसी के लिए नहीं करना चाहिए मगर मौनी अमावस्या के दिन इस बात का आपको विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस दिन जितना कम बोलेंगे उतना ही शुभ होगा।
- यदि आपके घर के आसपास पीपल का पेड़ है तो आपको इस दिन इस पेड़ की पूजा करनी चाहिए। पीपल के पेड़ को स्पर्श करने भर से ही यह दिन आपके लिए शुभ हो जाता है। आपको इस दिन पीपल के पेड़ की 108 बार परिक्रमा भी करनी चाहिए।
- मौनी अमावस्या के दिन आपको तेल, तिल, सूखी, लकड़ी,कंबल, गरम कपड़े और बताशे दान करने चाहिए। अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा नीच का है तो आपको दूध, चावल या खीर दान करना चाहिए। इससे आपको बहुत लाभ होगा।
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