महाशिवरात्रि के दिन पार्थिव शिवलिंग का बहुत महत्व है। पार्थिव शिवलिंग यानी मिट्टी से बना हुआ शिवलिंग। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। ऐसी मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन पार्थिव शिवलिंग बनाकर विधि-विधान से पूजा करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। महाशिवरात्रि के दिन पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। जो व्यक्ति नियमित रूप से पार्थिव शिवलिंग की पूजा करता है, उसके जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं। पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। अब ऐसे में इस दिन पार्थिव शिवलिंग बनाने के दौरान किन नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके बारे में इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
महाशिवरात्रि के दिन पार्थिव शिवलिंग बनाने के दौरान इन नियमों का करें पालन
- महाशिवरात्रि के दिन पार्थिव शिवलिंग का निर्माण बहुत शुभ माना जाता है। घर पर पार्थिव शिवलिंग बनाने और उसका पूजन करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। लेकिन पार्थिव शिवलिंग बनाने के दौरान कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है।
- महाशिवरात्रि के दिन पार्थिव शिवलिंग का निर्माण ब्रह्म मुहूर्त में करना चाहिए।
- पार्थिव शिवलिंग का निर्माण हमेशा उत्तर दिशा की ओर मुख करके करना चाहिए।
- पार्थिव शिवलिंग बनाने के लिए शुद्ध मिट्टी का उपयोग करें। आप चाहें तो इसमें गंगाजल, गाय का गोबर, और थोड़ा सा शहद भी मिला सकते हैं।
- पार्थिव शिवलिंग का आकार 12 अंगुल से ज्यादा और एक अंगूठे से कम नहीं होना चाहिए।
- पार्थिव शिवलिंग की पूजा हमेशा किसी पवित्र नदी के किनारे या घर के मंदिर में ही करनी चाहिए।
इसे जरूर पढ़ें - Maha Shivratri 2025: महाशिवरात्रि पर करें ये उपाय, मिल सकता है मनचाहा जीवनसाथी
महाशिवरात्रि के दिन पार्थिव शिवलिंग बनाने के दौरान करें मंत्रों का जाप
महाशिवरात्रि के दिन पार्थिव शिवलिंग बनाने के दौरान मंत्र जाप का बहुत महत्व है। यहां कुछ मंत्र दिए गए हैं जिनका जाप आप पार्थिव शिवलिंग बनाते समय कर सकते हैं।
- मिट्टी लेते समय - "ऊं हराय नमः"
- मिट्टी को गीला करते समय -"ऊं महेश्वराय नमः"
- लिंग का आकार बनाते समय - "ऊं शूलपाणये नमः"
- लिंग को स्थापित करते समय- "ऊं स्थाणवे नमः"
- लिंग को पूजते समय-"ऊं नमः शिवाय"
इसे जरूर पढ़ें - Maha Shivratri 2025 Panchkoshi Parikrama: महाशिवरात्रि के दिन पंचकोसी परिक्रमा से पूरी होती हैं मनोकामनाएं, जानें किसने की थी शुरुआत
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Image Credit- HerZindagi
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों