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mang tikka significance in hindu religion

क्यों दुल्हनों के लिए खास होता है मांग टीका, जानें हिंदू धर्म में क्या है इसका महत्व

भारतीय दुल्हनों के लिए सिंदूर से लेकर चूड़ी तक हर एक चीज बेहद खास महत्व रखती है। चलिए जानते हैं मांग टीका का महत्व।
Editorial
Updated:- 2022-05-12, 17:59 IST

दुल्हन के श्रृंगार का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है मांग टीका। यह न केवल दुल्हन की खूबसूरती बढ़ाता है बल्कि इसका हिंदू धर्म में खास महत्व है। यह सिर के बीच पहना जाता है। इसमें एक लटकन होती है, जिसे मांग में पिन या क्लिप की मदद से लगाया जाता है, वहीं टीका माथे के बीच सेट होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मांग टीका का हिंदू धर्म में क्या महत्व है? क्यों यह दुल्हन के लिए खास माना जाता है? इसी तरह के सवालों के जवाब आज हम आपको इस आर्टिकल में देंगे। इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

आत्मा की शक्ति का है प्रतीक

significance of maang tikka

मांग टीका उस जगह पर पहना जाना है, जो 'आत्मा की शक्ति' का प्रतिनिधित्व करता है। जिस तरह यह जगह तीसरी आंख से संबंधित है, जिससे दुल्हन को एकाग्रता का एहसास होता है। वह अपने ज्ञान, साहस और इच्छा शक्ति को सक्रिय करती है। इसके अलावा यह आध्यात्मिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से एक-साथ आने का भी प्रतीक है। यानी अब दो लोग एक-दूसरे से जुड़ गए हैं। जिसके कारण है दूल्हा-दुल्हन को जोड़ा कहा जाता है।

सोलह श्रृंगार का है हिस्सा

पायल, चूड़ी, मंगलसूत्र और सिंदूर की तरह ही मांग टीका भी सोलह श्रृंगार का हिस्सा है। यही कारण है कि शादी के दिन दुल्हन को मांगटीका पहनाया जाता है। साथ ही दूल्हे की तरफ से भी दुल्हन को मांगटीका दिया जाता है। इसे सुहाग की निशानी भी माना जाता है।

संस्कृति के हिसाब से होता है डिजाइन

significance of maang tikka in hindi

हालांकि मांग टीका अलग-अलग डिजाइन, पैर्टन और आकार में आते हैं। साथ ही संस्कृतियों के हिसाब से भी इसके डिजाइन अलग-अलग होते हैं। जैसे राजस्थान में मांग टीका को बोरला (एक गोलाकार आकार का हेडपीस) कहा जाता है, अन्य लोग इसे झूमर टिक्का कहते हैं, हालांकि इसे उनके सिर के किनारों पर रखा जाता है।(हिंदू धर्म में नथ का महत्व जानें)

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भगवान शिव है संबंध

मांग टीका माथे के बीच में पहना जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि यह वह जगह होती है, जिसे छठा च्रक कहा जाता है। यानी 'तीसरी आंख। यह वह बिंदु है जहां जहां शिव-शक्ति मिलकर 'अर्धनारीश्वर' बनाती है, जो आधे पुरुष और आधी महिला का प्रतीक है। (मेहंदी की रस्म क्यों की जाती है)

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नकारात्मक ऊर्जा से है बचाता

माना जाता है कि मांग टीका दुल्हन को नकारात्म ऊर्जा से बचाता है। इससे दुल्हन हर तरह के बुरे साए से दूर रहती है। इसलिए ही शादी के दिन दुल्हन को मांग टीका पहनाया जाता है।(चावल फेंकने की रस्म क्यों होती है?)

वैज्ञानिक कारण

ऐसा कहा जाता है कि मांग टीका पहनने से कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है। जैसे सिर दर्द और मानसिक तनाव। इसे पहनकर दिमाग शांत रहता है, जिसके कारण महिलाएं अपना काम सही तरीके से करती हैं।

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