Maa Baglamukhi Ka Mantra: हिन्दू धर्म में मंत्रोच्चार का अत्यंत महत्व है। हर देवी-देवता के सात्विक एवं तांत्रिक मंत्रों का वर्णन मिलता है। सात्विक मंत्र वो होते हैं हैं जिनका जाप कोई भी कर सकता है वहीं, इसके विपरीत तांत्रिक मन्त्र वो होते हैं जिनका जाप मात्र अघोरी या तांत्रिक ही कर सकते हैं।
सात्विक मंत्रों की बात करें तो यूं तो हर एक मंत्र फिर चाहे वो किसी भी देवी या देवता का हो प्रभावशाली माना जाता है लेकिन कुछ विशेष मंत्र होते हैं जिनका जाप असंख्य रूप से लाभ पहुंचाता है। उन्हीं में से एक है मां बगलामुखी का मंत्र जिसके बारे में हमारे ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स ने हमें जानकारी दी।
जिस प्रकार मां बगलामुखी के मंदिर को रहस्यमयी मंदिर माना जाता है ठीक उसी प्रकार मां बगलामुखी के मंत्रों में अनेकों रहस्य छिपे हुए हैं, जिनके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं। साथ ही, मंत्र का अर्थ, महत्व और उसके लाभों के बारे में भी विस्तार से जानकारी देंगे।
मां बगलामुखी का मंत्र और अर्थ
'क्क ऐं ऐ क्क ह्रीं बगलामुखी ईशानाय भूतादिपतये, वृषभ वाहनाय कर्पूर वर्णनाय त्रिशूल हस्ताय सपरिवाराय, एहि एहि मम्। विघ्नान् विभंज्जय विभंज्जय, क्क मम पत्नी अस्य अकाल मृत्यु मुखं मृत्यु स्तम्भय स्तम्भ्य, क्क हृीं मम पत्नी अस्य आकाल मृत्यु मुखं भेदय भेदय, क्क वश्यम् कुरू कुरू, क्क हृीं बगलामुखि हुम फट् स्वाहा।'
यह मंत्र अवश्य पढ़ने में बहुत लंबा है लेकिन इसका अत्यंत महत्व है। इस मंत्र में मां बगलामुखी के स्वरूप का वर्णन करते हुए उनसे अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना की है। वृषभ अर्थात बैल पर सवार हाथ में त्रिशूल (क्या है त्रिशूल और पंचशूल में अंतर) लिए मां बगलामुखी परिवार पर कृपा बनाए रखें और अकाल मृत्यु के मुख से मेरे पति को बचा कर उन्हें मेरे पास सखुशल भेज दें। अगर पत्नी के लिए यह मंत्र कर रहे हैं तो पति के बजाय पत्नी शब्द का उपयोग करना चाहिए।
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मां बगलामुखी के मंत्र का महत्व
इस मंत्र के महत्व की बात करें तो मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से व्यक्ति के पाप, संताप और मृत्यु जैसे घातक योग नष्ट हो जाते हैं। इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। कहावत है कि मानों तो पत्थर में भी भगवान और न मानो तो भगवान की मूरत भी मात्र एक निर्जीव पत्थर। ठीक उसी तरह मानो तो मंत्र शक्ति और न मानों तो बस शब्दों का ढेर।
मां बगलामुखी के मंत्र जाप की विधि
मां बगलामुखी के इस मंत्र जाप को अत्यंत शुद्धता के साथ करना चाहिए। बीमार व्यक्ति स्वयं नहीं कर सकते हैं तो कोई अन्य उनके लिए मंत्र जाप कर सकता है। इस मंत्र जाप (नौकरी की बाधा के लिए मंत्र जाप) की विधि बहुत सरल है। सिर्फ 2 नियमों का पालन करना आवश्यक है। पहला ये कि मंत्र जाप स्नान के बाद किया जाए और दूसरा ये कि पूर्ण श्रद्धा से किया जाए।
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मां बगलामुखी के मंत्र जाप के लाभ
मां बगलामुखी के इस मंत्र जाप से व्यक्ति को असाध्य से असाध्य रोग से मुक्ति मिल जाती है। मां बगलामुखी के इस मंत्र जाप से बीमारी व्यक्ति का शरीर छोड़ने लगती है।
इस मंत्र जाप के प्रभाव से कुंडली में में मौजूद अशुभ ग्रह और अकाल मृत्यु जैसे अशुभ योग भी नष्ट हो जाते हैं। साथ ही, इस मंत्र जाप से घर में भी सुख-समृद्धि और संपन्नता का वास बना रहता है।
तो ये था मां बगलामुखी का वो मंत्र जिसके जाप से आपको अनेकों लाभ मिल सकते हैं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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