कोलकाता देश का सबसे सुरक्षित शहर, लेकिन इस शहर में महिलाओं के साथ अपराध का टूटा रिकॉर्ड

हर साल चाहे कितनी भी रिपोर्ट पेश कर दी जाए, लेकिन महिलाओं के साथ होने वाले अपराध का दर कभी कम नहीं हो पाता। 

 

kolkata safest city least

एक बार फिर 'सिटी ऑफ जॉय' नाम से कोलकाता पूरे देश में एक सुरक्षित शहर के रूप में सामने आया है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी जारी की गई वार्षिक रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है।

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यह लगातार तीसरी बार है जब कोलकाता को यह स्थान मिला है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या कोलकाता महिलाओं के रहने के लिए भी सुरक्षित है। इस साल भारत में महिलाओं के साथ अपराध के दर में 4% की वृद्धि हुई है, तो आखिर कोलकाता में इसके क्या हालात हैं।

कोलकाता में महिला सुरक्षा रेट

safest city in india list

भले ही कोलकाता शहर देश में सबसे सुरक्षित शहर में पहले नंबर पर हो, लेकिन यहां महिलाओं के साथ अपराध का दर कम नहीं हुआ है। भारत में चाहे कोई भी शहर हो, हर साल महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में कमी देखना एक सपना ही बनकर रह गया है। (तीन साल में 13 लाख महिलाएं गायब)

वैसे तो सरकार द्वारा महिलाओं पर होने वाले अपराधों को रोकने के लिए कई तरह के अभियान चलाए जाते हैं, लेकिन इसके बावजूद इस साल महिला अपराध की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।

दरअसल, कोलकाता में जहां 2021 में महिलाओं के साथ अपराध के 1,783 मामले दर्ज किए गए थे, तो वहीं 2022 में यह बढ़कर 1,890 हो गया है। जो रिपोर्ट NCRB द्वारा जारी की गई है, वह डेटा शहर ने हिंसक अपराध को रोकने का है।

इसे भी पढ़ें- हर महिला जानें अपने इन कानूनी अधिकारों के बारे में और इस्तेमाल करें क्योंकि अब समझौता नहीं कर सकते

महिलाओं के साथ अपराध दर में कमी नहीं

safest city in india list

एनसीआरबी डेटा से पता चला है कि पेश की गई रिपोर्ट, हत्या और अन्य तरह के क्राइम से जुड़ा हुआ है। कोलकाता में साल 2022 में केवल 34 हत्या के मामले दर्ज हुए थे। जबकि 2021 में 45 और 2020 में 53 थे।

वहीं महिलाओं के साथ अपराध दर 2021 के मुकाबले 2022 में बढ़ गए हैं। शहर में 2021 में 1,783 मामले दर्ज हुए थे, जबकि यह बढ़कर 2022 में 1,890 हो गए हैं।

यहां महिलाओं के आत्महत्या के 16 मामले दर्ज हुए हैं। महिला पर एसिड डालने का एक मामला और महिला के लज्जा भंग करने के 241 मामले दर्ज हुए हैं। (हर रोज बढ़ रहे हैं महिलाओं के खिलाफ जुर्म)

इसके सिवा महिला का पीछा करने के 54 और महिलाओं पर ताक-झाक करने के 21 केस दर्ज हुए हैं।

इसे भी पढ़ें-सुविधा या भ्रम? आंकड़े बताते हैं महिला सुरक्षा के की सारी बातें

महिलाओं के साथ अपराध में इस शहर का नाम सबसे ऊपर

अब सवाल यह है कि आखिर महिलाओं के साथ अपराध की लिस्ट में सबसे ऊपर कौन सा शहर आया है। आपको यह जानकर हैरानी नहीं होगी क्योंकि इस लिस्ट में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का ही नाम सबसे ऊपर है।

साल 2021 की तुलना में दिल्ली में महिलाओं के साथ अपराध के दर में 1.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। दरअसल, दिल्ली में साल 2021 में 13982 मामले दर्ज हुए थे और अब साल 2022 की रिपोर्ट के अनुसार 14,158 केस दर्ज हुए हैं।

इसके पहले साल 2020 में दिल्ली में 9,782 मामले दर्ज हुए थे। साल दर साल इसमें कमी की बजाय बस तेजी आती जा रही है।

साल 2022 की जारी हुई रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में बलात्कार के 1204 केस दर्ज हुए, 129 दहेज और हत्या के मामले दर्ज हुए हैं। इसके सिवा आपको हैरानी होगी कि 3,909 घटनाएं दिल्ली में महिलाओं के अपहरण के दर्ज हुए हैं।

महिलाओं के साथ अपराध में टॉप 3 शहरों के नाम

एनसीआरबी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं के खिलाफ अपराध में दिल्ली के बाद मुंबई का नाम दूसरे नंबर पर आता है। यहां साल 2022 में 6,176 केस महिलाओं के साथ अपराध के दर्ज हुए हैं, जबकि तीसरे नंबर पर बेंगलुरु का नाम है, यहां 3,924 मामले दर्ज किए गए हैं।

अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे।

साथ ही आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।

Image Credit- Freepik, INSTA

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP