ई-रिक्शा चालक पिंकी ऐसे बनी महिलाओं के लिए मिसाल

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आखिर क्यों बिहार में रहने वाली पिंकी ने ई-रिक्शा चलाना शुरू किया और वह कैसे आज सभी महिलाओं के लिए एक मिसाल बन चुकी हैं। 

story of pinky devi from bihar in hindi

हमारे देश में ऐसी कई महिलाएं हैं जो अपनी मेहनत से अपने परिवार का पालन-पोषण कर रही हैं। ई-रिक्शा चालक पिंकी देवी की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। आपको बता दें कि आर्थिक तंगी की वजह से पिंकी देवी खुद ई-रिक्शा चलाती हैं और इससे जो वह पैसे कमाती हैं उससे अपने बच्चों को पढ़ा रही हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि पिंकी ने कैसे ई-रिक्शा चलाना शुरू किया था और उनकी कहानी क्या है।

पिंकी देवी का परिवार

आपको बता दें कि बिहार के भागलपुर की ई-रिक्शा चालक पिंकी की उम्र 30 साल है। पिंकी की शादी भागलपुर के निवासी अमरजीत शर्मा से हुई है। पिंकी के घर में उनके पति, सास-ससुर और बच्चे रहते हैं। पिंकी के दो बेटियां हैं एक का नाम वर्षा है जिसकी उम्र 10 साल है और एक का नाम रिया है। वहीं उनके दो बेटों का नाम शिवम और सत्यम है जिनकी उम्र पांच साल है और तीन साल है।

क्यों चला रही हैं ई-रिक्शा?

who is pinky devi

आपको बता दें कि पिंकी देवी की जब शादी हुई थी तब उनके पति के नाम पर कोई भी जमीन नहीं थी और उनके परिवार की आर्थिक स्थिति भी सही नहीं थी। आपको बता दें कि पिंकी के पति ने कर्ज भी लिया हुआ था। यह कर्ज उनके पति नहीं चुका पाए थे और घर छोड़कर चले गए थे।(मिलिए ब्रेस्ट कैंसर विनर अनुप्रिया सिंह से जिन्होंने कभी नहीं मानी हार )

इसके बाद पिंकी ने घर की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए और कर्ज को चुकाने के लिए ई-रिक्शा चलाना शुरू किया। आपको बता दें कि पिंकी अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए वह यह काम कर रही हैं। उनकी रोजाना लगभग 800 रुपये की कमाई हो जाती है जिससे उनके घर की जरूरतें पूरी होती हैं।

इसे भी पढ़ें: World Toilet Day: कभी मैला उठाती थीं ऊषा चौमर, जानें कैसे जीता पद्मश्री अवार्ड

सिर्फ आठवीं पास हैं पिंकी

आपको बता दें कि पिंकी बचपन में अपनी पढ़ाई को पूरा नहीं कर पाई थी। वह अपने घर में सबसे बड़ी बेटी थी और पढ़ाई को पूरा करना चाहती थी लेकिन उनके घर में सभी की शिक्षा के लिए पैसे नहीं थे इस कारण से उन्होंने सिर्फ आठवीं तक पढ़ाई की और अब वह अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए ई-रिक्शा चलाती हैं ताकि उनके बच्चे अपनी शिक्षा को और अपने सपनों को पूरा कर पाएं।(मिलिए मलीशा खारवा से जिन्हें कहा जाता है स्लम प्रिंसेस ऑफ इंडिया)

अपनी मेहनत से पिंकी देवी अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधार रही हैं और इससे कई सारी महिलाओं को भी प्रेरणा मिल रही है कि वह अकेले अपने परिवार का ध्यान रख रही हैं। उम्मीद है कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। इसी तरह के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए हमें आर्टिकल के नीचे आ रहे कमेंट सेक्शन में कमेंट करके जरूर बताएं और जुड़े रहें हमारी वेबसाइट हरजिंदगी के साथ।

image credit- jagran

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP