हाल ही में एक ऐतिहासिक फैसला आया है। ये वो फैसला है जिसके बारे में सुनकर भारतीय क्रिकेट टीम की बांछें खिल गई होंगी और उनके फैन्स को भी उतनी ही खुशी हुई होगी। नहीं-नहीं मैं विराट कोहली की शानदार पारी और पाकिस्तानी टीम से जीत की बात नहीं कर रही हूं, मैं तो बात कर रही हूं भारत की दूसरी क्रिकेट टीम की जो है महिला क्रिकेट टीम। जब भी हम भारतीय क्रिकेट टीम की बात करते हैं तब हमारे दिमाग में पुरुष क्रिकेट ही आता है। यही नहीं गूगल पर भी इंडियन क्रिकेट टीम सर्च करके देखिए इसके नतीजों से आप चौंक जाएंगे।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम को शुरुआत से ही नजरअंदाज किया जाता रहा है और इसके बारे में सभी को पता है। मैं सुनी-सुनाई बातों को दोहराऊंगी नहीं और ना ही आपको ये कहानी सुनाऊंगी कि किस तरह से अपनी जेब से पैसे भरकर भी महिला क्रिकेट टीम एक वक्त में आगे बढ़ी थी। मैं बस BCCI के उस फैसले की तारीफ करूंगी जो हाल ही में लिया गया है। हाल ही में बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (BCCI) ने ये घोषणा की है कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम को भी अब उतनी ही सैलरी प्रति मैच दी जाएगी जितनी पुरुषों को दी जाती है।
ध्यान रखें यहां प्रति मैच सैलरी की बात हो रही है सालाना कॉन्ट्रैक्ट की नहीं।
I’m pleased to announce @BCCI’s first step towards tackling discrimination. We are implementing pay equity policy for our contracted @BCCIWomen cricketers. The match fee for both Men and Women Cricketers will be same as we move into a new era of gender equality in Cricket. pic.twitter.com/xJLn1hCAtl
— Jay Shah (@JayShah) October 27, 2022
बीसीसीआई सेक्रेटरी जय शाह ने इसके बारे में अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखकर जानकारी दी।
इसे जरूर पढ़ें- मिताली राज ने रचा इतिहास, 200 वनडे खेलने वाली विश्व की पहली महिला क्रिकेटर
पिछले कुछ समय में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने किया शानदार प्रदर्शन
पिछले कुछ समय में अगर हम भारतीय महिला क्रिकेट टीम के ट्रैक रिकॉर्ड को देखें तो बहुत ही शानदार प्रदर्शन देखने को मिलता है। टी20 वर्ल्ड कप 2020 में फाइनल्स तक पहुंचने के साथ-साथ 2022 एशिया कप जीतने और इनॉगरल कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने तक भारतीय महिला क्रिकेट टीम अपने नाम कई खिताब कर चुकी है।
जहां उनकी जीत का जश्न कॉमन मीडिया से दूर रहता है वहां ये कहना गलत नहीं होगा कि महिला क्रिकेट टीम मेहनत उतनी ही करती है जितनी पुरुष क्रिकेट टीम।
अब प्रति मैच मिलेगी सेम फीस
इस फैसले की मैं भरपूर तारीफ करना चाहती हूं कि अब महिला क्रिकेट टीम को भी उतनी ही फीस मिलेगी जितनी पुरुष क्रिकेट टीम को मिलती है यानी 15 लाख प्रति टेस्ट मैच, 6 लाख रुपए प्रति वन डे इंटरनेशनल और 3 लाख रुपए प्रति टीट्वेंटी मैच।
ये फैसला बहुत ही तारीफ के काबिल है क्योंकि एक रिपोर्ट बताती है कि इससे पहले महिलाओं को लगभग 20 हज़ार रुपए प्रति मैच दिए जाते थे जिसमें 1500% तक की बढ़त हुई है। अब आप सोच लीजिए कि इसके पहले महिलाओं की सैलरी कितनी कम थी।
आधे से भी कम है महिला क्रिकेट टीम का सालाना कॉन्ट्रैक्ट
अब बात करते हैं सालाना कॉन्ट्रैक्ट की जो मैच फीस से परे है। ये सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट है जिसका पेमेंट गैप देखकर आपको अभी भी झटका लग सकता है।
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट भारतीय महिला क्रिकेट टीम (2021-22)
- कैटेगरी ए (50 लाख)
- कैटेगरी बी (30 लाख)
- कैटेगरी सी (10 लाख)
अब इसमें अगर पुरुषों की कैटेगरीज को देखें तो इसमें एक एक्स्ट्रा कैटेगरी है जो A+ है।
इसे जरूर पढ़ें- भारत की मिताली राज ने क्रिकेट के क्षेत्र में कायम की मिसाल, जानें क्या है पूरी खबर
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम (2021-22)
- कैटेगरी ए+ (7 करोड़)
- कैटेगरी ओ (5 करोड़)
- कैटेगरी बी (3 करोड़)
- कैटेगरी सी (1 करोड़)
यानी यहां महिलाओं की क्रिकेट टीम के ए कैटेगरी प्लेयर को पुरुषों के सी कैटेगरी प्लेयर से आधे पैसों पर साइन किया जाता है।
हालांकि, इसमें कई सारे दांव-पेंच होते हैं और प्रति मैच फीस भी उसी आधार पर निश्चित की जाती है, लेकिन अभी तक इस पे पैरेटी में जितना गैप था वो हम सभी देख सकते थे। अभी भी ये नहीं कहा जा सकता कि पुरुषों की तरह ही महिलाएं भी क्रिकेट के जरिए उतने पैसे ही कमाएंगी, लेकिन ये जो हुआ है वो यकीनन एक बहुत अच्छी पहल है।
अभी भी लंबी दौड़ है बाकी
रास्ता अभी भी महिला क्रिकेट के लिए आसान नहीं है। अभी तो पहले उन्हें मेन स्ट्रीम मीडिया का हिस्सा बनना होगा। आपको शायद भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के बारे में पता हो, लेकिन महिलाओं का अगला मैच कब है या फिर टीम का हिस्सा कौन-कौन है इसके बारे में भी जानकारी नहीं होगी। मैं ये नहीं कह रही कि बदलाव एकदम से आ जाएगा, लेकिन अभी बदलाव बहुत जरूरी है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये महिला सशक्तिकरण को लेकर एक बेहतरीन कदम है।
भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में महिलाओं और पुरुषों की पे पेरेटी को लेकर बातें होती रहती हैं। हमेशा ये मांग उठती रहती है कि जब महिलाओं को भी उतनी ही मेहनत करनी होती है तब आखिर क्यों उन्हें पैसे कम दिए जाते हैं। ये जो समस्या है वो हर किसी के लिए है और जहां तक महिला क्रिकेट टीम की बात है तो उनकी दौड़ काफी लंबी है। उम्मीद है कि उनकी मेहनत देखकर शायद जल्द ही भारत में लोग उनके लिए भी उतने ही ज्यादा एक्साइटेड होंगे जितने पुरुष क्रिकेट टीम के लिए होते हैं।
आपका इस बारे में क्या कहना है ये हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों