हमारे देश में शादी करना काफी जरूरी माना जाता है और अगर आप लड़की हो तो, पढ़ाई की चिंता बाद में होती है, शादी की training घर में पहले शुरू हो जाती है। साथ ही लड़की अगर घर में कभी जोर से हंस देती है या ऊंचे आवाज में कुछ बोल देती है तो उसे टोककर हमेशा याद दिलाया जाता है कि लड़कियां ऐसे हंसती-बोलती नहीं।
( ridiculous. क्या ढकोसला है। )
खैर मुझ को कभी ऐसी बातें, घर में सुनने को नहीं मिली लेकिन रिश्तेदार थे, तो उनसे सुन ली। किस्मत इतनी ज्यादा अच्छी रही कि कभी शादी की ट्रेनिंग भी नहीं दी गई। लेकिन हर किसी की किस्मत मेरी जैसी नहीं होती। मेरी एक दोस्त है। उसे शुरू से ही शादी की ट्रेनिंग मिली और उसे भी बचपन से शादी करने का शौक था।
चार साल में हुआ तलाक
चार साल पहले उसकी शादी हुई। तब वो बहुत खुश थी। हनीमून में जाने के दौरान भी काफी खुश थी और वहां से आई थी तो इतनी अधिक खुश थी की... मुझे भी एक पल को लगा था कि शादी सच में बहुत खुबसूरत शुरुआत होती है। हनीमून से वापस आने पर उसने कुछ personal बातें मेरे साथ share की जो लड़कियों के बीच में होती ही हैं। उसने शर्माते और खुश होते हुए बताया कि "पहली रात को मेरे पति से तो मेरे ब्लाउज के बटन खुले ही नहीं थे, तो मैंने खुद ही खोल दिए।" इस बात को लेकर हमने उसके पति का खूब मजाक उड़ाया।
लेकिन आज वो बहुत दुखी है। आज वो तलाक के लिए कोर्ट के चक्कर लगा रही है। उससे लास्ट टाइम मिली थी तो उसकी आंखें सूजी हुई थीं और मुंह से शब्द निकलने से पहले आंखों से आंसू निकलने लगते हैं। उसके पति ने उसे तलाक देने के लिए कोर्ट में केस दायर कर दिया था और इसी एक बात को आधार बनाया था। उसके पति का कहना था कि जो महिला अपने ब्लाउज के बटन खुद खोल सकती है तो उसका केरेक्टर कैसा होगा? और वर्जिन तो वो बिल्कुल भी नहीं हो सकती। हां, उसके पति की इस बात को कोर्ट ने भी पूरी तरह से बेतुका बताया और कोई reasonable दलील मांगी।
खैर, मेरी दोस्त ने भी अपना और अपने मां-बाप का तमाशा बनते देख, बिना किसी दलील और तर्क-वितर्क के अपने पति को तलाक दे दिया।
क्या है सच्चाई
मेरी दोस्त ने दो कारणों से तलाक दिया। एक तो वो कहती है कि उसके पति का चक्कर ऑफिस के ही किसी लड़की से चल रहा है और दूसरा वो अपने मां-बाप को ऐसे ज़लील होते हुए नहीं देख पा रही थी।
साथ में वो अपने पति के भी तलाक देने का कारण बताती है। वो कहती है शादी के चार साल हो गए थे। बच्चा नहीं हो रहा था। उसके मां-बाप काफी दबाव दे रहे थे। इसलिए ...।
केवल इसलिए...
मतलब की अगर हम लड़कियां बच्चे पैदा नहीं कर पाईं तो क्या हमें तलाक दे दिया जाएगा?
हमारे रिश्ते की नींव और अंत एक बच्चे पर टिकी है?
फिर तो ऐसे रिश्ते से तो रिश्ते का ना होना ही बेहतर है। Just go to hell यार।
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