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क्या आपके बच्चे भी करते हैं ऐसी बातें? आज ही रोक दें वरना...जानें सही पेरेंटिंग का तरीका

बच्चे बुरी संगत में पड़कर कुछ ऐसी चीजें बोलना शुरू कर देते हैं, जिनका नकारात्मक प्रभाव उनके भविष्य पर पड़ता है। ऐसे में माता-पिता को समय रहते उन पर रोक लगानी चाहिए।
Editorial
Updated:- 2025-09-05, 12:24 IST

बच्चे मन के सच्चे होते हैं, लेकिन कभी-कभी बुरी संगत के कारण वे कुछ ऐसी चीज करना शुरू कर देते हैं, जिनका नकारात्मक प्रभाव उनके जीवन पर पड़ता है। ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी है कि अपने बच्चों पर ध्यान दें। वहीं बच्चे गलत बातें करना शुरू कर देते हैं, इन बातों का प्रभाव न केवल दूसरों पर पड़ता है बल्कि उनकी परवरिश पर भी सवाल उठते हैं। ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी है कि समय रहते बच्चों पर रोक लगाएं। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। यहां हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि ऐसी कौन-सी बातें हैं, जिन्हें समय रहते माता-पिता को रोक देना चाहिए। जानते हैं, कोच और हीलर, लाइफ अल्केमिस्ट, साइकोथेरेपिस्ट डॉ. चांदनी तुगनैत (Dr. Chandni Tugnait) से...

बच्चों की ये बातें कभी ना करें बर्दाश्त

  • बच्चों को कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए। यदि वे झूठ बोलना शुरू कर दें तो इसका मतलब है, किसी गलत संगत में पड़ गए हैं। ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी है कि उन्हें समय रहते रुक जाना चाहिए।

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  • अगर बच्चा गाली गलौज करने लग जाए तो इससे न केवल उनकी भाषा खराब होती है बल्कि व्यवहार भी खराब होने लगता है। ऐसे माता-पिता की जिम्मेदारी है, उन्हें समझाएं कि गाली गलोज करना कितना बड़ा है।
  • अगर बच्चे अपशब्दों का उपयोग करना शुरू कर दें तो इसका नकारात्मक प्रभाव उनके भविष्य पर पड़ सकता है। ऐसे में माता-पिता तुरंत उन्हें अपशब्द बोलने से रोकें।
  • यदि बच्चा जरूर से ज्यादा बातें करें तो इससे न केवल उसका आत्मविश्वास कमजोर होने लगता है बल्कि उसके मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ता है। ऐसे उसे सकारात्मक सोच की तरफ लेकर जाएं।
  • अगर बच्चा किसी की आलोचना करें या किसी की बुराई करें तो इससे न केवल उसके संबंधों पर बल्कि रिश्तों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में आप उन्हें आलोचना करने से रोक दें।
  • यदि बच्चा अनावश्यक बातें करें तो वह अपनी ऊर्जा बर्बाद कर रहा है और उसका समय भी खराब हो रहा है। ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी है कि अपने बच्चों को अनावश्यक बातें करने से रोकें।

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  • जब बच्चा जरूरत से ज्यादा शिकायतें करने लगे तो इसका मतलब उसके मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में सबसे पहले आप यह जानें कि वे किस विषय पर ज्यादा शिकायत कर रहा है। फिर उसकी समस्या का हल ढूंढें।

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Image Credit- Freepik

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