तुलसी के पौधे को हिंदू धर्म में बहुत महत्व दिया गया है। हालांकि, आयुर्वेद में भी तुलसी को एक औषधीय पौधा बताया गया है। इसलिए तुलसी को कोई धर्म और आस्था से जोड़ कर देखता है, तो कोई सेहत के लाभ उठाने के लिए तुलसी का प्रयोग करता है। यही वजह है कि तुलसी का पौधा हर घर में पाया जाता है। मगर तुलसी के पौधे को लेकर अमूमन लोगों की शिकायत होती है कि वह बहुत जल्दी सूख जाता है।
आपको बता दें कि तुलसी का पौधा सूखने के कई कारण हो सकते हैं। इस बारे में हमने बांदा के कृषि विज्ञान केंद्र के सीनियर साइंटिस्ट एवं हेड डॉक्टर आनंद सिंह से बातचीत की, जिससे हमें कई ऐसे तथ्य पता चले जिन्हें आप भी जान लें तो अपने सूखे हुए तुलसी के पौधे को दोबारा हरा-भरा कर सकते हैं।
डॉक्टर आनंद सिंह कहते हैं, 'बहुत से लोग यह अनुमान लगाते हैं कि तुलसी का पौधा गर्मी में लू लगने के कारण सूख जाता है, तो कोई सोचता है कि सर्दियों में ओस का शिकार होने पर तुलसी का पौधा खराब हो जाता है। मगर जब बारिश के मौसम में भी कुछ लोगों का तुलसी का पौधा सरवाइव नहीं कर पाता है, तो उनके सभी अनुमान गलत पड़ जाते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि तुलसी के पौधे को बहुत अधिक पानी की भी जरूरत नहीं पड़ती है। एक तरह से यह कहा जा सकता है कि तुलसी के पौधे को बहुत ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह एक ट्रॉपिकल प्लांट है इसलिए तुलसी का पौधा कम पानी, कम धूप और कम हवा में भी सरवाइव कर सकता है। लेकिन यदि यह सूख रहा है, तो कुछ उपाय करके उसे दोबारा हरा-भरा बनाया जा सकता है।'
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अगर आपके घर पर लगा तुलसी का पौधा पूरी तरह से सूख चुका है और आप चाहते हैं कि वह दोबारा हरा-भरा नजर आने लगे, तो इसका एक अचूक उपाय बताते हुए डॉक्टर आनंद सिंह कहते हैं, 'हर महीने केवल 2 चम्मच नीम की पत्ती को सुखा कर उसका पाउडर अगर तुलसी के पौधे में डाला जाए, तो पौधे में नई पत्तियां भी आने लगेगी और पौधा सूखने भी नहीं।' इसका तरीका यह है कि आपकोनीम की पत्तीके पाउडर कोपौधे की मिट्टी में अच्छी तरह से मिलाना होगा। ऐसा करने पर तुलसी के पौधे को बहुत फायदा पहुंचेगा।
बारिश के मौसम में जब तुलसी के पौधे में अधिक पानी इकट्ठा हो जाता है, तो पत्ते झड़ना शुरू हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पौधे को जरूरत से ज्यादा मॉइश्चर मिल रहा होता है। ऐसे में पौधे की जड़ें सांस नहीं ले पाती हैं और स्थिति यह आ जाती है कि धीरे-धीरे तुलसी का पौधा सूखने लगता है। डॉक्टर आनंद सिंह इस स्थिति के लिए भी एक आसान रेमेडी बताते हैं। वह कहते हैं, 'पौधे से 15 सेंटीमीटर हट कर मिट्टी को 20 सेंटीमीटर गहराई तक खोदें, आप पाएंगे कि मिट्टी में मॉइश्चर है। यदि ऐसा हो तो इसमें सूखी मिट्टी और बालू को भरें, इससे पौधे की जड़ें दोबारा सांस लेने लगेंगी।'
अधिक मॉइश्चर के कारण अगर तुलसी के पौधे में फंगल इंफेक्शन हो गया है, तो इस समस्या को दूर करना भी जरूरी है। इसके लिए डॉक्टर आनंद सिंह उपाय बताते हैं, 'नीम की खली का पाउडर आपको बाजार में आसानी से मिल जाएगा। इसे नीम सीड पाउडर के नाम से भी जाना जाता है। यदि आप 15 ग्राम पाउडर को सॉइल में मिला दें, तो फंगल इंफेक्शन दूर हो जाता है। अगर आपके पास पाउडर नहीं है, तो आप घर पर ही नीम की पत्तियों का पानी में उबाल लें। जब पानी में हरापन आ जाए तो उसे ठंडा करके बॉटल में भर लें। अब आप हर 15 दिन में एक बार खुरपी से मिट्टी को खोदें और उसमें 2 चम्मच इस पानी को डाल दें।'
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डॉक्टर आनंद सिंह कहते हैं, 'तुलसी के पौधे से लोगों की आस्था जुड़ी हैं, इसलिए अगर आप इस पौधे की पूजा करते हैं तो जरूर करें। मगर कोशिश करें कि रोज तुलसी की पत्ती(तुलसी की पत्ती को खाने का तरीका)न तोड़ें, दिया या अगरबत्ती जलाते हैं तो पौधे से इन चीजों को दूर रखें। दरअसल, धुएं और तेल से भी तुलसी को नुकसान पहुंचता है।'
अगर आप ऊपर बताई गई टिप्स को फॉलो करते हैं, तो महीने भर में ही आपको सूखे हुए तुलसी के पौधे में नई पत्तियां आती हुई नजर आ जाएंगी।
अगर आपके घर में भी तुलसी का पौधा सूख रहा है, तो एक्सपर्ट द्वारा बताई गई टिप्स को फॉलो करें। यह जानकारी पसंद आई हो तो आर्टिकल को शेयर और लाइक करें। इसी तरह और भी आर्टिकल्स पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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