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बच्चों को Suicidal Thoughts से बचाने के लिए लें इन टिप्स की मदद

सुसाइड का विचार किसी भी परिस्थिति में आ सकता है। पढ़ाई के प्रेशर और अपेक्षाओं पर खरे ना उतरने जैसे कारणों की वजह से बच्चों के मन में भी आत्महत्या के विचार आ जाते हैं।&nbsp; <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2023-08-21, 10:29 IST

कुछ लोगों को लगता है कि सिर्फ बड़े लोगों को ही आत्महत्या के विचार आते हैं। ऐसा सोचना गलत है, क्योंकि ऐसा हर उम्र के लोगों के साथ होता है। बहरहाल बच्चों के मन में अगर ऐसे विचार आए तो उनके साथ अलग तरीके से डील करना चाहिए। आइए जानते हैं पेरेंट्स होने के नाते आप बच्चों के मन में आने वाले बुरे विचारों को कैसे दूर रख सकते हैं। 

बच्चों के मन में आत्महत्या के विचार क्यों आते हैं? 

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न्यूयॉर्क स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ द्वारा प्रकाशित एक लेख में बच्चों के मन में आत्महत्या के विचार आने के पीछे कई कारण बताए हुए हैं। बाल्यावस्था से लेकर किशोरवस्था तक, एक बच्चा अलग-अलग पढ़ाव से गुजरता है। ऐसे में किसी बात की ठेस पहुंचना, मानसिक या शारीरिक तकलीफ या अन्य किसी भी कारण की वजह से बच्चों के मन में आत्महत्या के विचार आ सकते हैं। (जानें कैसे रोज़ाना का स्ट्रेस बदल सकता है डिप्रेशन में)

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बच्चों को आत्महत्या के विचारों से दूर कैसे रखें? 

बच्चों के आगे कोई भी ऐसी बात ना करें जिससे उन्हें तकलीफ हो सकती है। जैसे बहुत बार रिजल्ट आने पर पेरेंट्स अन्य बच्चों को मार्केस से कंपेयर करते हैं, जो गलत है। ध्यान रखें कि बच्चे फोन का सही तरीके से इस्तेमाल करे। 

बच्चों को सुसाइड के विचारों से दूर रखने के लिए पेरेंट्स क्या करें? 

बच्चे बहुत चंचल होते हैं। ऐसे में उनके मन में क्या चल रहा है, इस बात का ख्याल रखना भी पेरेंट्स की ही जिम्मेदारी है। बच्चों को सुसाइड के विचारों के बचाने के लिए पेरेंट्स को उनके साथ समय बिताना चाहिए, परिवार में सभी उनके साथ सही से व्यवहार करें इस बात का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही बच्चा स्कूल और घर पर किन साथियों के साथ रह रहा, उसे कोई परेशानी तो नहीं है, इसपर भी गौर करना चाहिए। 

बच्चों को स्ट्रांग कैसे बनाएं? 

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आत्महत्या जैसे विचारों से बच्चों को दूर रखने के लिए उन्हें ऐसी फिल्में और वीडियोज दिखाएं, जिनसे उन्हें सिख मिले। बच्चों को अलग-अलग तरीकों से समझाने की कोशिश करें कि लाइफ में हर पढ़ाव को एक गेम की तरह लें, जिसमें हारने के बाद हमें दोबारा ट्राई करने रहना चाहिए। (बच्चों का आत्मविश्वास कैसे बढ़ाएं)

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Photo Credit: Freepik    

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