टमाटर के बिना लगभग हर भारतीय व्यंजन अधूरा है क्योंकि हर दूसरी सब्जी में टमाटर का इस्तेमाल होता ही है। इसलिए, बहुत-से लोग टमाटर अपने घर के गार्डन में ही उगाना पसंद करते हैं। हालांकि, इसके पौधों को गमलों, घर या खेतों में लगाना बहुत ही आसान है। लेकिन, पौधा लगाने के बाद उसकी समय-समय पर देखभाल करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। अगर पौधे की सही समय पर देखभाल नहीं की जाती है, तो वह खराब होने लग जाते हैं या टमाटर नहीं आते हैं।
पौधे की ग्रोथ में मिट्टी भी एक आवश्यक तत्व है। हालांकि, मिट्टी की प्रकृति पौधे के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है। इसलिए अगर आप घर में टमाटर का पौधा लगा रहे हैं तो मिट्टी तैयार करते समय कुछ बातों का ध्यान रखें, लेकिन क्या? तो चलिए जानते हैं पौधे की मिट्टी तैयार करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
मिट्टी को ऊपर से नीचे की ओर मिक्स करें
टमाटर के पौधे की ग्रोथ के लिए जरूरी है मिट्टी के पोषक तत्वों बीजों तक पहुंचें। क्योंकि बीजों को जब सही पोषक तत्व नहीं मिलते हैं, तो पौधे की ग्रोथ पूर्ण रूप से नहीं हो पाती है। साथ ही, बहुत से लोगों कि यह शिकायत भी है कि मिट्टी में सभी पोषक तत्व डालने के बाद भी पौधे की सही ग्रोथ नहीं होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ऊपर से पोषक तत्व डालने के बाद वह गमले के नीचे तक नहीं पहुंच पाते हैं। इसलिए आप पौधे की मिट्टी समय-समय पर देखते रहें और उसे ऊपर से नीचे (मिलाते) करते रहें।(चायपत्ती से बनाएं पौधों के लिए खाद)
मिट्टी में खाद डालते रहें
कई लोग टमाटर का पौधा लगाने के बाद भूल जाते हैं कि मिट्टी को खाद की भी जरूरत होती है क्योंकि खाद बगीचे की मिट्टी में एक जरूरी तत्व है। ज्यादातरवेजिटेबल प्लांट्सको मैग्नीशियम की जरूरत होती है। इसलिए मैग्नीशियम की कमी को दूर करने के लिए आप पौधे की मिट्टी में समय-समय पर खाद डालें। यह मिट्टी को पोषण और पौधों को सही खुराक देगा और आपके पौधों की सही ग्रोथ भी होगी।
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पानी की मात्रा का रखें ध्यान
मिट्टी की प्रकृति को पहचानें
पौधे की सही ग्रोथ के लिए सबसे पहले आपको यह देखना होगा कि पौधे के हिसाब से मिट्टी की प्रकृति क्या होगी? आप जब भी पौधे में मिट्टी डालें तो उसकी प्रकृति का ध्यान रखें और टमाटर के पौधे की प्रकृति के हिसाब से मिट्टी तैयार करें।
इन बातों का रखें ध्यान
- पौधे को रोपने के समय फास्फोरस, नाइट्रोजन और पोटाश को मिट्टी में गोबर की खाद के साथ इस्तेमाल करें।
- आप 4 महीने के बाद आप पौधे की नियमित रूप से कटाई कर सकते हैं।
- पौधे में किसी भी तरह की कीटनाशक या रासायनिक युक्त खाद का सीधा इस्तेमाल ना करें।
- अगर आप पौधे में कीड़ों को लगने से रोकना चाहते हैं, तो नीम के तेल को पानी में घोलकर इसका स्प्रे बनाकर भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
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इन टिप्स की सहायता से आप अपनी मिट्टी तैयार कर सकते हैं। अगर आपको लेख अच्छा लगा हो, तो उसे लाइक और शेयर ज़रूर करें। साथ ही, जुड़े रहे हरजिन्दगी के साथ।
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