खूबसूरत फूलों से लदे पौधे देखने में सुंदर तो लगते ही हैं, साथ ही दिल-दिमाग को सुकून भी देते हैं। यही वजह है कि इन दिनों लोग अपनी बालकनी और छत पर तरह-तरह के खूबसूरत फूलों वाले पौधे लगा रहे हैं। अगर आप भी अपनी बालकनी या छत पर कोई सुंदर-सा पौधा लगाने के बारे में सोच रही हैं, तो फ्लेमिंगो फ्लावर अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
फ्लेमिंगो फ्लावर प्लांट को एंथुरियम के नाम से भी जाना जाता है। इस पौधे के फूल लाल या गुलाबी रंग के होते हैं और शेप दिल या पान के पत्ते की तरह होती है। फ्लेमिंगो फ्लावर पौधे के फूल ही नहीं, पत्तियां भी चमकदार और आंखों को अपनी तरफ अट्रेक्ट करने वाली होती हैं। अगर आप यह खूबसूरत लाल फूल वाला पौधा अपनी बालकनी में लगाना चाहती हैं, तो यहां स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस बताया गया है।
इन टिप्स की मदद से गमले में लगा सकती हैं फ्लेमिंगो फ्लावर
हाई क्वालिटी के बीज
इस खूबसूरत दिल की शेप वाले फूल का पौधा आप नर्सरी से भी ला सकती हैं। वहीं, अगर आप बीज से पौधा लगा रही हैं, तो हाई क्वालिटी वाले सीड्स का ही चुनाव करें। जब बीज ले आएं, तो उन्हें डायरेक्ट मिट्टी या गमले में नहीं डालें। पहले बीज को एक थाली में डालकर कुछ घंटों के लिए धूप में रखकर सूखा लें।
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मिट्टी का रखें ध्यान
फ्लेमिंगो फ्लावर का पौधा लगाने के लिए ज्यादा रेतीली मिट्टी न लें। जब भी पौधा लगाएं, तो पहले 50 परसेंट गार्डनिंग सॉयल, 30 परसेंट रेतीली मिट्टी और 20 परसेंट वर्मिकम्पोस्ट का इस्तेमाल करें। फिर तीनों को अच्छी तरह से मिक्स कर लें और फिर गमले में डालें।
बीज लगाएं
धूप में सुखाने के बाद बीज को मिट्टी में 1 से 2 सेंटीमीटर की गहराई में डालें। बीज पर हल्की मिट्टी की परत डालें। ज्यादा मोटी परत डालने से पौधा जल्दी नहीं ग्रो कर पाता है। बीज मिट्टी में लगाने के बाद मिट्टी को गीला करने लायक पानी ही डालें। ध्यान रहे कि फ्लेमिंगो फ्लावर के पौधे में ज्यादा पानी डालने की जरूरत नहीं होती है। ऐसे में पौधे को जब भी पानी दें, तो मिट्टी को जांच लें। सूखी मिट्टी होने पर ही पौधे को पानी दें।
सूरज की रौशनी
अगर आप चाहती हैं आपका फ्लेमिंगो फ्लावर का पौधा तेजी से ग्रो करे और उसमें भर-भरकर फूल आएं, तो उसे ऐसी जगह रखें जहां दिन में कम से कम 5 से 6 घंटे धूप आती हो। ताजे बीज डालने के बाद पौधे को प्लास्टिक बैग या शीट से कवर कर देना फायदेमंद हो सकता है, इससे ह्यमूडिटी और माइश्चर बना रहता है। ध्यान रहे, जब पौधा थोड़ा बड़ा हो जाए तो उसे डायरेक्ट सूरज की रौशनी में न रखें।
फर्टिलाइजर का इस्तेमाल
जब पौधे एक से दो इंच के हो जाएं, तो उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी और फर्टिलाइजर दें। फ्लेमिंगो फ्लावर की ग्रोथ के लिए आप नेचुरल फर्टिलाइजर का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके लिए आप चाहें तो गाय का गोबर, वर्मिकम्पोस्ट या सरसों की खली का फर्टिलाइजर बनाकर भी दे सकती हैं।
ध्यान रहे, फ्लेमिंगो फ्लावर के पौधे में फर्टिलाइजर डेढ़ से दो महीने में ही एक बार दें। ज्यादा मात्रा में न्यूट्रिएंट्स और खाद मिलने से भी यह पौधा खराब हो सकता है।
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पेस्ट कंट्रोल
फ्लेमिंगो फ्लावर के पौधे पर ऐसे तो कम ही कीट-कीड़े लगते हैं। लेकिन, अगर किसी वजह से पौधे पर कीड़े लग जाएं तो नीम का तेल आपकी मदद कर सकता है। नीम तेल का डायरेक्ट पौधे पर इस्तेमाल न करें, इसे पहले पानी के साथ डायल्यूट करें और फिर स्प्रे बोतल की मदद से उन जगहों पर छिड़काव करें जहां कीट-कीड़े लगे हो।
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