दिवाली का पर्व पूरे पांच दिनों तक चलता है जिसमें हर एक दिन का विशेष महत्व होता है। यह उत्सव धनतेरस के दिन से शुरू होकर भाई दूज के दिन समाप्त होता है। पहले दिन धनतेरस मनाया जाता है। दूसरे दिन नरक चतुर्दशी। तीसरे दिन मुख्य दिवाली और चौथे दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले है कि कैसे आप इस त्योहार को आसानी से घर में मना सकते हैं।
गाय के गोबर से बनाएं गोवर्धन पर्वत
गोवर्धन पूजा को सभी अपने घर में ही करते हैं। इसके लिए कही जाने की जरुरत नहीं होती। घर की महिला एवं आस पड़ोस को लोग सभी एक साथ यह पूजा कर सकते हैं। इसे करने के लिए आपको गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाना होगा।
गोवर्धन पर्वत पर पेड़ पौधे लगाएं
बता दें कि इस बात का खास ख्याल रखें कि वहीं लोग इस पूजा में गोवर्धन पर्वत बनाएं जिन्हें पहले से बनाने आता हो। आपको पूजा में किसी भी तरह की गलती नहीं करनी चाहिए। पर्वत बनने के बाद आप इस पर पेड़ अवश्य ही लगाएं।
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गोवर्धन की कथा जरूर सुने
अगर आप 4 से 5 महिला है तो गोवर्धन पूजा करना आपके लिए कोई कठिन बात नहीं हैं। बता दें कि पूजा के दौरान हर एक विधि को अच्छे तरीके से करना काफी ज्यादा जरूरी होता हैं। ऐसे में आप गोवर्धन पूजा के दौरान कथा जरुर सुनें।
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गिरिराज चालीसा का पाठ करें
बता दें कि इस पूजा में गिरिराज चालीसा का पाठ अवश्य ही करना चाहिए साथ ही गिरिराज जी की आरती आप अवश्य ही करें। ऐसा करने से पूजा के संपूर्ण माना जाता हैं।
ब्राह्मण को खाना अवश्य खिलाएं
गोवर्धन पूजा के दिन आप अपने घर मे या फिर किसी मंदिर में भी किसी ब्राह्मण को भोजन जरुर करवाना चाहिए। ऐसा करना काफी ज्यादा शुभ माना जाता हैं। गोवर्धन पूजा के दिन यदि आप बिना किसी गलती के नियमों का पालन करते हुए विधि विधान के साथ पूजन करती हैं तो आपके घर में सदैव खुशहाली बनी रहेगी।
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image credit- freepik
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