पूजा में भोग लगाने की सही विधि क्या है, जानें नियम

हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना करने का सही तरीका विस्तार से बताया गया है। वहीं भोग के बिना कोई भी पूजा अधूरी मानी जाती है। 

How to offer bhog in Puja

(how to offer bhog in puja) सनातन धर्म में पूजा-पाठ करने के लिए शुभ तिथि, मुहूर्त और नियम बताया गया है। जिनका पालन करना बेहद जरूरी होता है। अगर इनकी सही से पालन किया जाए, तो व्यक्ति को शुभ परिणाम मिलने लग जाते हैं। इसलिए पूजा-पाठ करने के दौरान सही विधि और नियम का पालन करना बेहद जरूरी है। पूजा में हर छोटी से छोटी चीजों के ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि पूजा के दौरान किस विधि से भोग लगाना शुभ होता है और किन नियमों का पान करना जरूरी है।

भोग लगाने समय रखें इस बात का ध्यान (Keep these thing in mind)

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पूजा-पाठ करने के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भगवान (भगवान पूजा-पाठ) को चढ़ाया जाने वाला भोग साफ और स्वच्छ होने के साथ-साथ सात्विक होना चाहिए। भगवान को चढ़ाए जाने वाले भोग को तैयार करते समय रसोई को अच्छी तरह साफ जरूर करें। साथ ही खुद को साफ रखें। अगर आप पूजा के लिए भोग बना रहे हैं, तो हमेशा स्नान करने के बाद साफ वस्त्र पहनकर ही भगवान का प्रसाद तैयार करें।

कैसा होना चाहिए भोग लगाने का पात्र (What should be the offering vessel?)

भोग लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि जिस भी पात्र में भोग (भोग नियम) लगया जा रहा है। वह सोने, चांदी, तांबे या पीतल से बना हुआ होना चाहिए। अगर चाहें तो मिट्टी या फिर लकड़ी के पात्र में भी भोग लगा सकते हैं, लेकिन भूलकर भी एल्यूमिनियम, लोहे, स्टील या प्लास्टिक के बर्तनों में भोग लगाने से बचना चाहिए। इससे अशुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है और पूजा-पाठ को पूर्ण नहीं माना जाता है।

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भोग लगाने के दौरान मंत्र जाप (Mantra chanting while offering bhog)

Puja Bhog Niyam

भोग लगाने के बाद प्रसाद को मंदिर में न छोड़े। ऐसा करने से घर में नकारात्मकता आती है। भोग लगाने के बाद उसे परिवार के सदस्यों को बांट देना चाहिए और भोग लगाने के दौरान इस मंत्र का उच्चारण जरूर करें। इससे सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति हो सकती है।

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  • त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।

इस मंत्र का आश्य यह है कि हे प्रभु मेरे पास जो भी है, वह सभी चीजें आपका दिया हुआ है। आपका दिया आपको समर्पित करता हूं। कृरा करके इसे ग्रहण करें और मेरे ऊपर अपनी कृपा बनाएं रखें।

अगर आप भी भोग लगाते हैं, तो यहां बताए गए बातों का विशेष ध्यान रखें और इसके अलावा अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Image Credit- Freepik

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