शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी लोग फल का सेवन करते हैं। लेकिन इससे निकलने वाले बीज और छिलके को अक्सर लोग बेकार समझकर कूड़ेदान में फेंक देते हैं। लेकिन बता दें कि आप इसका सही इस्तेमाल कर बगीचे में लगे पौधों को स्वस्थ रखने के लिए उपयोग कर सकती हैं। सेब, अमरूद को अधिकतर लोग बिना छिले खा लेते हैं। लेकिन अनार एक ऐसा फल है, जिसे छीलकर उसके अंदर से बीज निकाले जाते हैं।
इसके बाद उसके छिलके को फेंक देते हैं। लेकिन आज इसका इस्तेमाल खाद और पेस्टिसाइड स्प्रे बनाने के लिए कर सकती हैं। इस लेख में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप अनार के छिलके को बगीचे में कितने प्रकार से इस्तेमाल कर सकती हैं।
हम सभी अपने पौधे के लिए बाजार से खाद खरीद कर लाते हैं। लेकिन आप बिना पैसे खर्च किए अनार के छिलके से नेचुरल खाद बनाकर तैयार कर सकती हैं। इसके लिए अनार के छिलके को गोबर खाद के साथ मिक्स करके ढककर रख दें। एक सप्ताह पूरा होने के बाद खाद को आप पौधे में डाल सकते हैं। ध्यान रखें कि खाद बनाते वक्त उसे बीच-बीच में चलाते रहे।
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अनार के छिलके को सुखाकर उसका पाउडर बनाकर पौधे में इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके लिए छिलकों को इकट्ठा कर उसे धूप में सुखाएं। इसके बाद ग्राइंडर में डालकर मिक्स करें। पीसने के बाद इसे एयर टाइट कंटेनर में भरकर रखें। साथ जब पौधों को खाद देने की जरूरत पड़े, तो उस समय आप मिट्टी की गुड़ाई कर उसमें पाउडर को डालकर मिक्स करें।
अनार के छिलकों का इस्तेमाल पत्तियों पर छिड़कने के लिए घोल बनाने में भी किया जा सकता है। स्प्रे बनाने के लिए एप्सम सॉल्ट, अंडे के छिलके और पानी डालकर मिक्स करें। अनार के छिलके, अंडे के छिलके का पाउडर और एप्सम सॉल्ट को आधा लीटर पानी में डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
कुछ समय बाद समय-समय पर पौधों पर लगाते रहें। इस घोल को दो या तीन दिन तक सावधानी से लगाया जा सकता है। साथ ही छिलकों को कद्दूकस कर लें, फिर थोड़ा पानी डालें। जब गाढ़ापन प्यूरी जैसा हो जाए, तो इसे 1:5 के अनुपात में पानी से पतला करें और फूलों को घर पर बने पोषक उर्वरक से पानी दें।
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खाद के अलावा आप इसका इस्तेमाल कीटों को दूर करने के लिए कर सकती हैं। इसके लिए पौधों के चारों ओर अनार के छिलके लपेटने से मिट्टी से उत्पन्न होने वाले जीवाणु और फफूंद संक्रमण को दूर रखने में मदद मिलती है।
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