herzindagi
find vehicle identification number chassis and engine number of second hand bike

Second Hand Bike: पुरानी बाइक लेने से पहले जरूर रखें इन तीन बातों का ध्यान

बाइक के रजिस्ट्रेशन पेपर (RC), इंश्योरेंस पेपर और अन्य कागजातों की जांच करें। ध्यान दें कि सभी कागजात वैलिड और अपडेटेड हैं। <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2024-04-12, 14:00 IST

अगर आप एंटीक बाइक को शौकीन हैं और आप पुरानी बाइक लेने की सोच रहे हैं, तो आपको इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इसलिए, सेकेंड हैंड बाइक खरीदने से पहले वाहन पहचान संख्या (VIN), चेसिस नंबर और इंजन नंबर का पता लगाना बहुत जरूरी है। ये नंबर गाड़ी की हिस्ट्री और उसकी कानूनी स्थिति को जानने में आपकी मदद करते हैं।

अक्सर ऐसी शिकायत सुनने में आती है कि पुरानी बाइक खरीदने के बाद खराब निकली। इसलिए, आमतौर पर बाइक को खरीदने से पहले अच्छी तरह से देखें और उसकी हालत का अंदाजा जरूर लगाएं। इंजन, गियर, ब्रेक, टायर, और अन्य भागों को ध्यान से चेक कर लें। बाइक चलाकर देखें और उसकी परफॉर्मेंस का अनुभव करें। किसी अच्छे मैकेनिक से बाइक की जांच करवाएं।

बाइक के रजिस्ट्रेशन पेपर (RC), इंश्योरेंस पेपर और अन्य कागजातों की जांच करें। ध्यान दें कि सभी कागजात वैलिड और अपडेटेड हैं या फिर सौदेबाजी करें। आमतौर पर गाड़ी खरीदते वक्त लोग यही चेक करते हैं पर आप चाहें तो इन बातों का भी रखें ध्यान।

Where can I find chassis and engine number

पुरानी बाइक खरीदते समय PDI (Pre-Delivery Inspection) चेक करें

PDI का मतलब है प्री-डिलीवरी इंस्पेक्शन। यह एक जरूरी प्रक्रिया है, जिसमें आप यह तय करते हैं कि आप जो बाइक खरीद रहे हैं वह अच्छी हालत में है और इसमें कोई खराबी नहीं है। बाइक की कंपनी खुद कई पैरा मीटर पर चेकमार्क लगाती है। नई बाइक खरीदते समय PDI आमतौर पर कंपनी द्वारा किया जाता है, लेकिन पुरानी बाइक खरीदते समय आपको इसे खुद करना होगा।

इसे भी पढ़ें: गाड़ी के नंबर से ही पता लगा सकते हैं कौन है मोटर मालिक? क्या है पूरा प्रोसेस

पुरानी बाइक खरीदते समय चेसिस नंबर देखें

चेसिस नंबर बाइक की एक अलग पहचान होती है। यह 17 अंकों का नंबर होता है, जो बाइक के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करता है, जैसे कि निर्माता, मॉडल, वर्ष और VIN (वाहन पहचान संख्या)। इसलिए बाइक खरीदते समय चेसिस नंबर या फ्रेम नंबर चेक करना बहुत जरूरी साबित हो सकता है। चेसिस नंबर आपको गाड़ी के कागजात और रजिस्ट्रेशन कार्ड पर लिखा मिल जाएगा। लेकिन इन सभी तरीकों से बेहतर होता है कि आप खुद से ही नंबर बाइक के इंजन या फ्रंट शॉक-अप के आस-पास लिखा होता है, इसे पढ़ें और बाइक से मैच करें। चेसिस नंबर में 10 वें नंबर का मतलब बाइक के बनने का साल और 12वें का मतलब महीना होता है।

Where can find chassis and engine number

इसके अलावा बाइक खरीदते समय इंजन नंबर चेक करना बहुत जरूरी है। इंजन नंबर बाइक के रजिस्ट्रेशन कार्ड (RC), इंश्योरेंस पेपर, और अन्य कागजातों पर लिखा होता है।

इसे भी पढ़ें: Interesting Facts: क्यों जारी होती है वाहन की नंबर प्लेट, जानिए नंबर प्‍लेट्स से जुड़ी ये खास बातें

टायर के बनने की तारीख कैसे चेक करें

टायर पर कई सारे नंबर लिखे होते हैं, जिनमें से कुछ टायर के बनने की तारीख बताते हैं। टायर के बनने की तारीख जानना जरूरी होता है, क्योंकि इससे आपको यह पता लगाने में मदद मिल सकती है कि टायर कितने पुराने हैं और क्या उन्हें बदलने का समय आ गया है। टायर के साइड वॉल पर आखिरी चार अंकों को देखें। ये चार अंक टायर के बनने का सप्ताह और वर्ष बताते हैं। पहले दो अंक टायर के बनने का सप्ताह बताते हैं। आखिरी दो अंक टायर के बनने का साल बताते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर टायर पर 1623 लिखा है, तो इसका मतलब है कि टायर 2023 के 16वें सप्ताह अप्रैल में बनाया गया था।

अगर आपको हमारी स्टोरी से जुड़े सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिये गए कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना न भूलें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए हर जिंदगी से जुड़े रहें।

आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें-

Image credit: Freepik

 

 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।