क्रेडिट कार्ड पेमेंट लेट होने पर कितना लगता है ब्याज? यहां समझें कैसे और कब किया जाता है इसे कैलकुलेट

वर्तमान में अधिकतर लोगों के पर्स में क्रेडिट कार्ड देखने को मिल जाता है। क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाले रिवार्ड प्वाइंट और विभिन्न बेनिफिट की वजह लोग इसका इस्तेमाल ज्यादा करते हैं। चलिए जानते हैं कि बिल ना भरने पर कितना और कैसे चार्ज लगता है।
how to calculate credit card late bill penalty

एटीएम कार्ड के इस्तेमाल के अलावा आज हम बहुत सारे काम क्रेडिट कार्ड की मदद से करते हैं। इस बात से हम सभी वाकिफ हैं, कि क्रेडिट कार्ड पेमेंट लेट होने पर ब्याज लगना एक नॉर्मल प्रोसेस है। अगर आप समय पर बिल नहीं चुकाते हैं, तो आपके बचे हुए पैसे पर इंटरेस्ट लगाया जाता है। हालांकि इसके लिए 14 से 50 दिन का समय दिया जाता है। इसके भीतर बिल न चुकाने पर ही क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली कंपनी पैनेल्टी लगाती है। इस लेख में आज हम आपको क्रेडिट कार्ड पेमेंट लेट होने पर कितना ब्याज लगता है इसके बारे में बताने जा रहे हैं।

कब लगता है क्रेडिट कार्ड पर बिल?

credit card interest rates rules

क्रेडिट कार्ड पर बिल समय से न चुकाने पर बकाया राशि पर ब्याज लगाया जाता है। यह ब्याज आमतौर पर सालाना प्रतिशत रेट के रूप में होती है, जिसे एपीआर यानी एनवल परसेंट रेट कहा जाता है। बता दें कि कई बार न केवल ब्याज लगता है बल्कि लेट पेमेंट शुल्क भी जोड़ा जाता है। इसके अलावा बकाया राशि पर इंटरेस्ट हर दिन कैलकुलेट किया जाता है, जो एपीआर के बेस पर कैलकुलेट होता है।

  • लेट पेमेंट शुल्क- अगर आप बिल की पेमेंट समय पर नहीं करते हैं, तो क्रेडिट कार्ड कंपनी एक एक्स्ट्रा लेट पेमेंट शुल्क भी लगा सकती है, जो आमतौर पर 300 रुपये से 1200 रुपये तक हो सकता है।
  • मिनिमम पेमेंट- यदि आप केवल न्यूनतम पेमेंट करते हैं, तो भी ब्याज और शुल्क बढ़ते जाते हैं क्योंकि बकाया कम नहीं होता।

कैसे कैलकुलेट किया जाता है ब्याज?

credit card late payment calculator

जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि एपीआर के आधार पर इंटरेस्ट रेट 14 प्रतिशत से लेकर 40 प्रतिशत के बीच होती है। अगर आप दिए गए समय सीमा के भीतर पेमेंट नहीं करते हैं, तो कार्ड के बकाया राशि पर ब्याज बढ़ जाता है। ब्याज कैलकुलेटर को समझने के लिए सबसे पहले कार्ड होल्डर को यह क्रेडिट कार्ड की एपीआर को जानना होगा। इसके बाद, एपीआर को 365 से डिवाइड करना होगा। इससे आप एक दिन का इंटरेस्ट रेट निकाल सकते हैं। इसके बाद बकाया राशि के साथ इस इंटरेस्ट रेट को जोड़ कर आप लेट पेमेंट ब्याज कैलकुलेट किया जाता है। ऐसे में यदि आप 50 दिन के भीतर पेमेंट नहीं करते हैं, तो इंटरेस्ट पेमेंट बढ़ा दी जाती है।

इसे भी पढ़ें-Credit Card Limit: क्या बैंक ने घटा दी है आपके क्रेडिट कार्ड की कैश लिमिट? यहां जानिए इसका कारण और उपाय, खत्म हो जाएगी सारी टेंशन

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

Image credit-Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP