सोचिए, आप थके हुए हैं। दिन भर की भाग-दौड़ के बाद जैसे-तैसे बिस्तर पर आए हैं और अब बस थोड़ी चैन की नींद चाहिए। कमरे में अंधेरा है, हल्की ठंडी हवा चल रही है, लेकिन तभी चर्र...चर्र...चर्र... पंखे की आवाज होने लगे। ऐसे में आपकी नींद भी टूटेगी और गुस्सा भी आएगा। यह आवाज धीरे-धीरे आपके दिमाग में गूंजने लगती है और एक-एक मिनट भारी लगने लगता है।
कई बार जब पंखे पुराने हो जाते हैं, तो इनमें से आवाज आने लगती है। यह बताता है कि आपके पंखे को सर्विसिंग की कितनी जरूरत है। ऐसा अक्सर घरों में देखा जाता है, जहां पर पंखे के पुराने होने के बाद उसमें से आवाज आने लगती हैं। हालांकि, इसे भी आसीन से फिक्स किया जा सकता है। जी हां, यहां हम आपको बताएंगे ऐसे आसान और असरदार तरीके, जिनसे आप इस परेशानी को दूर कर सकते हैं।
आखिर क्यों आने लगती है पंखे से आवाज?
देखिए यह तो आम है कि पंखे से आवाज आती है। मगर पंखे से आवाज क्यों आती है यह जानना जरूरी है। कई बार यह इलेक्ट्रोनिक सिस्टम में गड़बड़ी के कारण होती। कई बार सही से सर्विसिंग न होने के चलते। ब्लेड पर जमी धूल से पंखे का वजन असमान हो जाता है, जिससे असंतुलन और झनझनाहट होती है। इससे भी आवाज आती है। अगर पंखे की मोटर पुरानी हो गई है या कैपेसिटर खराब हो गया है, तो वह आवाज करने लगता है और स्पीड भी कम हो जाती है।
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पंखे की आवाज को फिक्स करने के तरीके-
1. ब्लेड बैलेंस चेक करें
अक्सर पंखे के ब्लेड में हल्का असंतुलन आ जाता है। कभी किसी एक ब्लेड का वजन थोड़ा ज्यादा या कम हो सकता है। इससे पंखा वोबल यानी झूलने लगता है, जो चरमराहट और आवाज का कारण बनता है।
इसके लिए हर ब्लेड को मापें कि क्या वह सीधा है या थोड़ा टेढ़ा है। जरूरत हो तो थोड़ा वजन के लिए बैलेंसिंग किट का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर बैलेंसिंग किट न हो, तो छोटे से सेलोटेप का इस्तेमाल करके ब्लेड को संतुलित किया जा सकता है।
2. रबर या फोम पैड का इस्तेमाल करें
पंखे की माउंटिंग प्लेट और छत के बीच की जगह पर अक्सर हल्के-हल्के वाइब्रेशन होते हैं, जो समय के साथ तेज आवाज में बदल सकते हैं। खासकर तब जब स्क्रू ढीले हों या माउंटिंग ठीक से टाइट न हो। ऐसे में रबर गैसकेट या फोम पैड एक बेहतरीन समाधान है।
इसे लगाने के लिए पंखे को सावधानी से हटाएं और माउंटिंग ब्रैकेट व छत के बीच फोम या रबर की परत लगा दें। यह परत वाइब्रेशन को तेज नहीं होने देती, जिससे न सिर्फ आवाज कम होती है बल्कि पंखे की पकड़ भी मजबूत होती है। अगर आपके पंखे पुराने हैं, तो यह उपाय बेहद कारगर होगा।
3. ग्रीस या तेल लगाएं
पंखे की भी सर्विसिंग बहुत ज्यादा जरूरी है। पंखे के मोटर शाफ्ट में समय के साथ लुब्रिकेशन यानी ग्रीस की कमी आ जाती है। जब ये पार्ट्स ड्राई होंगे, तो जाहिर है कि फ्रिक्शन के कारण आवाज आएगी।
इस समस्या से बचने के लिए इन हिस्सों पर मोटर ऑयल या ग्रीस लगाना बेहद जरूरी है। पंखे को खोलकर खासकर उन जगहों पर ध्यान दें जहां ब्लेड मोटर से जुड़ते हैं। अगर पंखा कई साल पुराना है, तो हर 10-15 दिन में इसे साफ करके ग्रीस करवाना जरूरी है। ऐसा करने से मोटर की लाइफ भी बढ़ सकती है।
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4. कैपेसिटर को करें फिक्स
अगर पंखा चलते समय तेज आवाज करता है, बहुत धीरे घूमता है या बीच-बीच में रुक-रुक कर चलता है, तो इसका कारण कैपेसिटर खराब होना हो सकता है। कैपेसिटर पंखे की मोटर को सही पावर देता है और जब यह खराब हो जाता है तो पंखे से आवाज आने लगती है।
कई बार पंखा जल्दी गर्म भी हो जाता है और हो सकता है कि बीच-बीच में यह बंद हो जाए। इसे खुद ठीक करना मुश्किल होता है, इसलिए किसी अच्छे इलेक्ट्रिशियन से चेक करवाएं। अगर जरूरत हो, तो नया कैपेसिटर लगवाएं। यह सस्ता पार्ट होता है और बदलने के बाद पंखे की स्पीड भी सही होगी और वो बिना आवाज के चलेगा।
इसके अलावा, अगर आपको लगता है कि पंखा बहुत ज्यादा पुराना हो गया है, तो उसे बदलने पर गौर करें। कई बार काफी पुराना होने के कारण वह आवाज करने लगता है। उसके पार्ट्स खराब होने लगते हैं। अगर आपका पंखा 8-10 साल पुराना है और मरम्मत के बावजूद भी आवाज करता है, तो बेहतर होगा कि आप उसे बदल लें।
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Image credit: Freepik
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