Ganesh Puja 2022: जानिए क्यों 10 दिन बाद ही होता है गणेश विसर्जन?

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि क्यों 10 दिनों के बाद ही होता है गणेश विसर्जन।

 
ganesh visarjan after  days of ganesh puja

देश के कई राज्यों में गणेश उत्सव को बड़े ही उत्साह और धूमधाम के साथ लोग मनाते हैं। हर साल भाद्रपद चतुर्थी तिथि पर गणेश जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है। लोग भक्ति भाव से इस त्योहार को मनाते हैं।

गणेश चतुर्थी के बाद गणेश जी की 10 दिन तक विधि विधान के साथ पूजा की जाती है फिर 10 दिनों के बाद गणेश विसर्जन किया जाता है लेकिन आखिर क्यों 10 दिन बाद ही गणेश विसर्जन किया जाता है? इस लेख में हम आपको इसके पीछे की एक पौराणिक कथा को बताएंगे तो अंत तक यह लेख जरूर पढ़ें।

महाभारत से जुड़ा है खास कारण

ganesh puja

पौराणिक कथा के अनुसार भगवान गणेश जी का जन्म भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष (जिसे गणेश चतुर्थी भी कहते हैं)। माना जाता है कि गणेश चतुर्थी के दिन से ही महाभारत को लिखने का कार्य शुरू किया गया था। आप यह तो जानते ही होंगे कि महर्षि वेदव्यास ने महाभारत की रचना कि थी।

आपको बता दें कि महर्षि वेदव्यास ने महाभारत की रचना के लिए भगवान गणेश जी से इसे लिखने के लिए प्रार्थना की थी। लेकिन गणेश जी ने उनके आगे यह शर्त रख दी थी कि वह अगर लिखना शुरू करेंगे तो अपनी कलम को नहीं रोकेंगे। इसके साथ ही भगवान गणेश जी ने यह भी कहा था कि अगर उनकी कलम रुक गई तो वह वहीं पर लिखना बंद कर देंगे।

जिसके बाद महर्षि वेदव्यास ने गणेश जी से कहा था कि 'भगवान गणेश आप विद्वानों में सबसे आगे हैं और मैं साधारण ऋषि हूं'। उन्होंने यह भी कहा था कि 'यदि मुझसे किसी श्लोक में कोई गलती हो जाए तो आप उसे ठीक करते हुए लिख दीजिएगा।

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इसके बाद महाभारत लेखन शुरू हुआ था। महाभारत का लिखने का कार्य लगातार 10 दिनों तक चला था। अनंत चतुर्थी के दिन जब महाभारत लेखन का कार्य गणेश जी ने पूर्ण किया तो उनके शरीर पर धूल-मिट्टी जम चुकी थी। तब गणेश जी ने सरस्वती नदी में स्नान करके अपने शरीर की धूल-मिट्टी साफ की थी। यही कारण है कि गणपति स्थापना 10 दिन के लिए ही की जाती है। फिर 10 दिनों के बाद अनंत चतुर्दशी पर गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन करते हैं।

गणेश उत्सव पर मन हो जाता है साफ

ऐसा माना जाता है कि गणेश उत्सव के 10 दिनों तक शांत मन के साथ रहना चाहिए। आपको बता दें कि ऐसी मान्यता भी है कि जिस तरह गणेश जी का मैल साफ हुआ था उसी तरह से हमारे मन पर लगे मैल नाकारात्मक विचार को हटाकर उसे साफ करने का समय इस त्योहार में आता है।

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यह भी माना जाता है कि सच्ची श्रद्धा और विधि-विधान से भगवान गणेश जी की पूजा करने से जीवन के सभी संकट दूर हो जाते हैं।

तो यह थी गणेश पूजा से जुड़ी हुई जानकारी।

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Image credit- unsplash/freepik

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