बैंक में अकाउंट खुलवाना हो या फिर बंद करवाना हो, इसके लिए हमें बैंक की ओर से जारी की गई कई मामूली बातों का ध्यान रखना पड़ता है, वरना अकाउंट में बचे पैसे ऑपरेशन चार्ज के तौर पर कट जाते हैं या फिर आपके अकाउंट को लॉक कर दिया जाता है। बेकार पड़े अकाउंट को समय रहते बंद कर देने से हमें एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना पड़ता है। कई बार तो ऐसा भी होता है कि बैंक से अकाउंट होल्डर के खिलाफ अच्छा सिविल स्कोर सही न होने की वजह से नोटिस भी आ जाता है। इसलिए आपके साथ ऐसा न हो इससे पहले अपने बिना इस्तेमाल वाले अकाउंट को बंद कर लेना चाहिए।
बैंक खाता बंद करने के लिए इन आसान चरणों का पालन करें:
- सबसे पहले अपने बैंक अकाउंट के ब्रांच से संपर्क करें और उन्हें इस बात से सूचित करें कि आप अपना खाता बंद करना चाहते हैं। आप इसे अपनी ब्रांच में जाकर, ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल करके या ग्राहक सेवा को कॉल करके भी बंद कर सकते हैं।
- अकाउंट से सभी बचे पैसे निकाल लें। अगर आपके अकाउंट में कोई क्रेडिट बैलेंस है, तो आपको अकाउंट बंद करने से पहले उसे वापस निकाल लेना चाहिए।
- बैंक से मांगे गए सभी जरूरी दस्तावेज जमा कर दें। इसमें आमतौर पर एक अकाउंट बंद करने का फॉर्म और आपके हस्ताक्षर के साथ एक वेरिफिकेशन दस्तावेज शामिल होता है, जैसे कि आधार कार्ड, पैन कार्ड या पासपोर्ट आदि।
- अकाउंट बंद करने के लिए शुल्क का भुगतान करें। कुछ बैंक खाता बंद करने के लिए शुल्क लेते हैं। शुल्क की राशि आपके बैंक और खाते के प्रकार के आधार पर निर्भर करती है।
- अकाउंट बंद होने की पुष्टि जरूर कर लें। एक बार जब आप सभी जरूरत की कार्रवाई पूरी कर लेते हैं, तो बैंक आपको अकाउंट बंद होने के बाद लेटर जारी करता है। ये आपके पास पोस्ट के माध्यम से भी भेज सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: कैसे बंद करें अपना पुराना SBI बैंक अकाउंट?
अगर आपके अकाउंट पर किसी भी तरह का लोन या क्रेडिट कार्ड है जो आपके बैंक अकाउंट से जुड़ा है, तो आपको अकाउंट बंद करने से पहले इसे निपटाना बेहतर विकल्प हो सकता है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो बैंक आपके अकाउंट में पहले से मौजूद पैसे निकालना जारी रखता है। अगर आपको बैंक खाता बंद करने में कोई सहायता चाहिए, तो आप अपने बैंक की ग्राहक सेवा नंबर पर कॉल या मेल कर सकते हैं।
बैंक अकाउंट पर एक्स्ट्रा चार्ज क्यों देना पड़ता है
- मिनिमम बैलेंस मेंटेनेंस चार्ज: कुछ बैंक अपने ग्राहकों से न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की जरूरत होती है। अगर आप अपने खाते में न्यूनतम बैलेंस नहीं रखते हैं, तो आपको मिनिमम बैलेंस मेंटेनेंस चार्ज देना होता है।
- एटीएम ट्रांजेक्शन चार्ज: कुछ बैंक अपने ग्राहकों से एटीएम से पैसे निकालने के लिए शुल्क लेते हैं। शुल्क की राशि आपके बैंक और एटीएम के प्रकार यानी सेविंग या करेंट अकाउंट के आधार पर अलग अलग होती है।
- डेबिट कार्ड चार्ज: कुछ बैंक अपने ग्राहकों से डेबिट कार्ड के लिए शुल्क लेते हैं। शुल्क की राशि आपके बैंक और डेबिट कार्ड के प्रकार के आधार पर भिन्न होगी।
- ऑनलाइन बैंकिंग चार्ज: कुछ बैंक अपने ग्राहकों से ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं के लिए शुल्क लेते हैं। शुल्क की राशि आपके बैंक के आधार पर भिन्न होगी।
इसे भी पढ़ें: आधार कार्ड से बैंक अकाउंट लिंक है या नहीं, घर बैठे जानिए
अगर आपको हमारी स्टोरी से जुड़े सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिये गए कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना न भूलें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए हर जिंदगी से जुड़े रहें।
Image credit: Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों