Gardening Tips For Tomato Plants: टमाटर, भारतीय रसोई का सबसे अहम सब्जी है, जिसके बिना हर डिश मानो अधूरी सी लगती है। चटनी से लेकर हरी सब्जी तक न जाने कितने ऐसे आइटम हैं, जो टमाटर के बिना स्वादिष्ट नहीं लगते है। इस तरह भारतीय खाने में टमाटर का इस्तेमाल लोग खूब करते हैं। कई बार टमाटर के दाम इतने बढ़ जाते हैं कि इन्हें खरीदने की हिम्मत नहीं होती है।
इन्हीं कारणों से कुछ होम गार्डनिंग के शौक रखने वाले लोग टमाटर को गमले में ही उगाना शुरू कर दिए हैं। हालांकि, अच्छी देखभाल किए बिना पौधे में टमाटर अच्छी मात्रा में नहीं उग पाते हैं। इसके लिए सिर्फ मिट्टी और पानी ही नहीं, बल्कि अच्छी खाद की भी जरूरत होती है। गमले में टमाटर उगाते समय आपको मिट्टी के अलावा उसमें कुछ चीजों का मिश्रण देना बेहद जरूरी है। आइए उन खाद के बारे में विस्तार से जानते हैं।
टमाटर के पौधे में डालें इन चीजों का मिश्रण
पौधे से अगर आप टोकरी भर टमाटर उगाना चाहती हैं, तो इसके लिए आपको इसकी उचित देखभाल करनी चाहिए। गमले में सिर्फ मिट्टी डालने से पौधों का विकास तेजी से नहीं हो पाता है। मिट्टी जितना ही इसमें खाद की भी आवश्यकता होती है। इसके लिए आपको गमले में एक चौथाई कोकोपीट, एक चौथाई सरसों की खली, एक चौथाई नीम की खली और एक चौथाई वर्मी कंपोस्ट का मिश्रण तैयार कर लेना है। इसके बाद, इस मिश्रण को टमाटर के पौधे में अच्छी तरह डाल देना है। इस खाद में मौजूद कोकोपीट पानी को सोखने का काम करता है और पानी को धीरे-धीरे पौधों की जड़ों तक पहुंचाता है। इससे मिट्टी में हमेशा नमी बनी रहती है और पौधे का तेजी से विकास होता है।
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टमाटर के पौधे में कोकोपीट डालने से क्या होता है?
जानकारी के लिए आपको बता दें कि कोकोपीट नारियल के रेशों से बना एक प्राकृतिक उत्पाद होता है, जो टमाटर के पौधों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसका इस्तेमाल करने से मिट्टी में वायु संचार बेहतर होता है, जिससे पौधे की जड़ें तेजी के साथ विकास करती है और लंबे समय तक जड़ें स्वस्थ भी रहती हैं। इसके अलावा, कोकोपीट में पोषक तत्व होते हैं, जो पौधों की वृद्धि को बढ़ावा देने का काम करते हैं।
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टमाटर के पौधे को रोगों से बचाने में कारगर है यह मिश्रण
घर में तैयार इस मिश्रण में कोकोपीट मौजूद है, जिसमें प्राकृतिक एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं और यह पौधों को रोगों से बचाने का काम करता है। पौधे स्वस्थ रहते हैं और अच्छा उत्पादन देते हैं। कोकोपीट के साथ इस्तेमाल किया जाने वाला वर्मी कंपोस्ट भी पौधों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह पौधे के विकास के लिए जरूरी होते हैं।
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