दिवली का त्योहार देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार हिन्दू कैलेंडर के कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर धूमधाम से मनाया जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, दिवाली हर साल अक्टूबर से नवम्बर के बीच आता है। यही एक खास मौका होता है जब परिवार के सभी सदस्य एक साथ मिलकर मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं। साथ ही, धन और समृद्धि की कामना भी करते हैं।
दीपावली को दीपों का त्योहार भी कहा जाता है, क्योंकि इस दिन घर को अंधकार से छुटकारा दिलाने के लिए दीपक जलाए जाते हैं। साथ ही, कई सोसायटी में दिवाली से पहले सा्ंस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जाते हैं, जिसमें बच्चे बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं। अगर आपके बच्चे या आप स्वयं किसी प्रोग्राम में हिस्सा ले रहे हैं और इस दिन दीवाली पर कुछ कवीताएं बोलना चाहते हैं, तो यहां से आइडिया ले सकते हैं।
दिवाली पर कविता (Diwali par Kavita)
जब प्रेम के दीपक जलते हों,
सपने जह सच में बदलते हों।
मन में हो मधुरता भावों की,
जब लहके फसलें चावों की।
उत्साह की आभा होती है,
उस रोज दिवाली होती है।
ज्योति पर्व है, ज्योत जलाएं,
मन क तम को दूर भगाएं
दीप जलाएं सबके घर पर
जो मन हैं आंखें,
उनके भी घर पर
हर मन में जब दीप जलेगा
तभी दीवाली का पर्व मनेगा।
दीपों का त्योहार दिवाली,
खुशियों का त्योहार दिवाली।
वनवास पूरा कर आए श्री राम,
अयोध्या के मन भाये श्री राम।
दीवाली की रौनक सजाने आए,
आओ सब मिलकर खुशियों का त्योहार मनाएं।
दीपों की रोशनी से घर को सजाएं,
खुशियों और उमंगों से दिल को भर जाएं।
छोड़-छाड़ कर द्वेष-भाव को,
क्या है तेरा क्या है मेरा,
दीवाली के शुभ अवसर पर,
मन से मन का दीप जलाओ।
जीवन चार दिन का फेरा,
दूर कर दो,निंदा नफरत व मन का गहन अंधेरा।
दिवाली पोएम इन हिंदी (Diwali Poems in Hindi)
दीवाली का त्योहार आया,
साथ में खुशियों की बहार लाया।
दीपों की सजी है कतार,
जगमगा रहा है सारा संसार।
अंधकार पर प्रकाश की विजय लाया,
मुबारक हो सबको दीपावली का त्योहार आया।
दीवाली त्योहार दीप का,
मिलकर दीप जलाएंगे।
सजा रंगोली से आंगन को
सबका मन हर्षाएंगे।
बम-पटाखे भी फोड़ेंगे,
खूब मिठाई खाएंगे।
दीवाली त्योहार मिलन का,
घर-घर मिलने जाएंगे।
इसे भी पढ़ें-Happy Diwali Wishes 2024: दिवाली के शुभ मौके पर इन Messages, Quotes और Captions के जरिए अपनों को दीजिए बधाई
वह मंगल दीप दिवाली थी
दीपों से जगमग थाली थी
कोई दुये जला कर छोड़ गया,
आशा की किरण को तोड़ गया।
इस बार ना ये हो पाएगा,
अंधियारा न टिक पाएगा।
कर ले कोशिश कोई लाख मगर,
कोई दीया न बूझ पाएगा।
जब रात में बारह बजते हैं,
सब लक्षश्र्मी पूजा करते हैं।
रात की काली मया के लिए,
दीपों से उजाला करते हैं।
दीवाली खूब मनाएंगे,
लड्डू और पेड़ा भी खाएंगे।
अंतर्मन के अंधेरे को.. दीपक से दूर भगाएंगे।
इसे भी पढ़ें-माता लक्ष्मी की ये सुंदर रंगोली की डिजाइन दिवाली को और भी कर देंगी रोशन, चम्मच और ईयर बड्स से करें तैयार
दिवाली पर दोहे (Short Poems on Diwali in Hindi)
घर को दीपक मिले, आकाश को महताब मिले..
इस दीवाली पर इन आंखों को तेरा ख्वाब मिले।
हर घर..हर दर..ब़ाहर..भींतर,
नीचें ऊ़पर, हर जगह सुघर,
कैंसी उजियाली हैं पग-पग
जग़मग जगमग जगमग जगमग!
छज्जो मे, छत मे, आलें मे,
तुलसी कें नन्हे थाले मे,
यह कौंन रहा हैं दृग को ठग?
जगमग जगमग जगमग जगमग!
पर्वत मे, नदियो, नहरो मे,
प्यारीं प्यारीं सी लहरो मे,
तैरतें दीप कैंसे भग-भग!
जगम़ग जगमग़ जगमग जगमग!
राजा के घर, कंगले कें घर,
है वहीं दीप सुन्दर सुन्दर!
दीवाली की श्रीं हैं पग-पग,
जगमग जगमग जगमग जगमग
- सोहनलाल द्विवेदी
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ
Image credit- Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों