धनतेरस 29 अक्टूबर, दिन मंगलवार को पड़ रहा है। धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी और कुबेर देव की पूजा का विधान है। ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति धनतेरस की पूजा करता है उसके घर में धन-धान्य का वास होता है और साथ ही आरोग्य का भी वरदान प्राप्त होता है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि धनतेरस की पूजा की क्या है विधि और क्या है सामग्री। साथ ही, जानें इस दिन पूजा के दौरान जपे जाने वाले मंत्रों के बारे में।
धनतेरस 2024 पूजा सामग्री
धनतेरस की पूजा के लिए सामग्री के तौर पर शामिल करें भगवान धनवंतरी और कुबेर देव की प्रतिमा या फोटो, लकड़ी की चौकी, पीला कपड़ा, गंगाजल, मिट्टी के दीपक, रूई, घी, कुबेर यंत्र, सुपारी, पान का पत्ता, जल भरकर रखने के लिए कलश, चांदी का सिक्का, कलावा, रोली, अक्षत, कौड़ी, मिठाई, धूप बत्ती, नए बर्तन, नए गहने, नई झाड़ू, चंदन, गेंदे के फूल, माला आदि।
धनतेरस 2024 पूजा विधि
धनतेरस के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करे लें। नए वस्त्र धारण करें और सूर्य को अर्घ्य दें। इसके बाद गंगाजल से पूजा स्थल को शुद्ध करें। चौकी बिछाएं, उसपर पीला कपड़ा बिछाएं, फिर भगवान धनवंतरी और कुबेर देव को स्थापित करें। धनवंतरी भगवान और कुबेर देव की चौकी के पास जल भरकर कलश की स्थापना भी करें। चौकी के सामने नए बर्तन, नए गहने, नई झाड़ू रखें।
इसके बाद पूजा शुरू करते हुए सबसे पहले धनवंतरी भगवान और कुबेर देव का ध्यान करें और उन्हें स्नान कराएं, वस्त्र के रूप में कलावा धारण कराएं, दोनों देवों को चंदन लगाएं, गेंदे के फूल और माला चढ़ाएं, कुबेर यंत्र को भी तिलक लगाएं और चौकी पर ही रखें। सुपारी, पान का पत्ता, चांदी का सिक्का, अक्षत, कौड़ी आदि चीजें धनवंतरी भगवान और कुबेर देव को अर्पित करें।
इसके बाद जो भी चीजें आप नई लाएं हैं उन्हें भी तिलक करें। धनवंतरी भगवान और कुबेर देव को खीर या पांच प्रकार की मिठाई का भोग लगाए। धनवंतरी भगवान और कुबेर देव के मंत्रों का जाप करें। फिर धनवंतरी भगवान और कुबेर देव के समक्ष धूप बत्ती जलाएं, घी का चौमुखी दीया जलाएं, अन्य 13 दीये भी घर के अलग-अलग स्थानों पर जलाएं। दोनों देवों की श्रद्धा से आरती गाएं।
धनतेरस 2024 पूजा मंत्र
धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी के 'ॐ नमो भगवते धन्वंतरये। अमृत कलश हस्ताय। सर्व रोग निवारिणे। ॐ शान्ति:।' और कुबेर देव के 'ॐ ह्रीं कुबेराय नमः' मंत्र का जाप करें। इससे घर में पसरी बीमारी दूर होगी। अगर घर में लंबे समय से बीमार हैं तो धनतेरस के दिन इन मंत्रों का जाप करने से बीमारी नष्ट होगी और आरोग्य कावरदान मिलेगा। साथ ही, धन लाभ के योग भी बनेंगे।
धनतेरस 2024 पूजा शुभ मुहूर्त
धनतेरस के दिन यानी कि 29 अक्टूबर को पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 31 मिनट से शुरू होगा और रात 8 बजकर 44 मिनट है पर इसका समापन होगा। धनतेरस के दिन शाम को 5 बजकर 38 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 13 मिनट तक प्रदोष काल रहने वाला है। वहीं, शाम 6 बजकर 13 मिनट से रात 8 बजकर 27 मिनट तक वृषभ काल का योग रहेगा।
आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि कैसे करें घर पर धनतेरस की पूजा और क्या है सामग्री एवं मंत्र जिन्हें पूजा के दौरान अवश्य जपना चाहिए।
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image credit: herzindagi
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