कपड़े किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व की पहचान होते हैं। अगर हम साफ-सुथरे कपड़े पहनते हैं तो इससे हमारा फर्स्ट इंप्रेशन काफी अच्छा पड़ता है। यही कारण है कि लोग एक बार पहनने के बाद कपड़ों को मशीन वॉश करना पसंद करते हैं। लेकिन आपने कई बार देखा होगा कि जब आप कपड़ों को मशीन वॉश करते हैं तो अक्सर उनमें सफेद दाग नजर आते हैं। कपड़ों को धोने के बाद भी जब उन पर सफेद धारियां या धब्बे नजर आते है तो यकीनन मन में एक निराशा पैदा होती है।
ऐसे में कपड़ों को दोबारा धोने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं बचता है। लेकिन कपड़ों के पूरे बैच को दोबारा धोना यकीनन काफी समय लेने वाला होता है। हालांकि, क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि मशीन में कपड़े धोने के बाद भी उनमें सफेद दाग क्यों नजर आते हैं। दरअसल, इसके पीछे कई वजहें जिम्मेदार हो सकती हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ कारणों के बारे में बता रहे हैं, जिनकी वजह से मशीन वॉश करने के बाद भी कपड़ों पर सफेद दाग दिखाई देने लगते हैं-
पाउडर डिटर्जेंट का इस्तेमाल करना
कपड़ों को धोने के बाद उन पर सफ़ेद दाग नजर आने का एक मुख्य कारण पाउडर डिटर्जेंट का उपयोग है। अक्सर पाउडर डिटर्जेंट मशीन के पानी में उस तरह से घुलता नहीं है जैसा उसे घुलना चाहिए, जिससे कपड़ों पर धारियां पड़ जाती हैं। इसलिए, अगर आप कपड़ों पर नजर आने वाले इस सफेद दाग की समस्या से छुटकारा पाना चाहती हैं तो पाउडर डिटर्जेंट से लिक्विड डिटर्जेंट पर स्विच करने पर विचार करें।
डिटर्जेंट का अधिक इस्तेमाल करना
कपड़ों का धोते समय डिटर्जेंट की मात्रा भी बहुत मायने रखती है। कई बार लोग बेहतर सफाई के चक्कर में जरूरत से ज्यादा डिटर्जेंट का इस्तेमाल करने लग जाते हैं। हालांकि, ऐसा करने से अवशेष रह सकते हैं क्योंकि यह पूरी तरह से घुल नहीं सकता या धोने के दौरान बाहर नहीं निकल सकता। इसलिए, आप सीमित मात्रा में ही डिटर्जेंट का इस्तेमाल करें। अगर आपके कपड़ों पर किसी तरह के दाग है तो डिटर्जेंट की मात्रा बढ़ाने के स्थान पर पहले स्पॉट ट्रीटमेंट की मदद से दाग को क्लीन करें।
मशीन का ओवरलोड होना
अमूमन लोग एक बैच में ज्यादा से ज्यादा कपड़े धोने की कोशिश करते हैं, जिससे समय की बचत हो सके। लेकिन वास्तव में इसका खामियाजा कपड़ों को भुगतना पड़ता है। ओवरलोड वॉशिंग मशीन पानी के फ्लो और ड्रेनेज को बाधित कर सकती है। इसलिए, डिटर्जेंट पूरे लोड तक नहीं पहुंच पाता है, जिससे कपड़े सही तरह से धुल नहीं पाते हैं। कपड़ों पर बची हुई गंदगी, झाग, धूल के कारण सफेद अवशेष रह जाते हैं। ऐसे में उन कपड़ों को दोबारा धोना पड़ता है। इसलिए, आप अपनी मशीन में बहुत ज़्यादा पानी न भरें, चाहे आपके पास समय की कमी क्यों न हो।
यह भी पढ़ें-World Paper Bag Day & Date 2024: विश्व पेपर बैग दिवस क्यों मनाया जाता है? इतिहास और महत्व भी जानें
मशीन ड्रेनपाइप फ़िल्टर का बंद होना
अक्सर हमारा ध्यान इस ओर नहीं जाता है, लेकिन मशीन ड्रेनपाइप फ़िल्टर बंद हो जाने की स्थिति में लिंट, अघुलनशील डिटर्जेंट और गंदगी आपके कपड़ों पर फिर से जम सकती है। इसलिए, नियमित अंतराल पर फ़िल्टर को साफ़ करने का नियम बनाएं। जब आप ऐसा करते हैं तो आपके अधिक बेहतर साफ होते हैं।
यह भी पढ़ें-पेपर बैग को इन पांच अमेजिंग तरीकों से भी किया जा सकता है इस्तेमाल
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों