गुड़हल का पौधा लगभग हर घर में मौजूद रहता है। इस पौधे के फूल कई तरह से इस्तेमाल किए जाते हैं। धार्मिक महत्व से लेकर स्किन केयर तक गुड़हल बहुत काम का पौधा साबित होता है। पर क्या आपको पता है कि इस पौधे में ढेरों फूल किस ट्रिक से आ सकते हैं? कई लोगों की शिकायत होती है कि उनके पौधे में पत्तियां तो बहुत ही अच्छी आ रही हैं, लेकिन फूल नहीं आ पा रहे हैं। ऐसे में गुड़हल का पौधा ठीक से फ्लावरिंग करे उसके कुछ हैक्स जान लीजिए।
गुड़हल के पौधे की मेंटेनेंस को लेकर हमने नोएडा सेक्टर 27 स्थित नर्सरी के माली कमलेश कुशवाहा से बात की। उन्होंने हमें नर्सरी वालों के कुछ सीक्रेट्स बताए जो अधिकतर लोग नहीं जानते।
गुड़हल के पौधे की छंटाई
आपको यह समझना होगा कि एक बार अगर गुड़हल फ्लावरिंग कर देता है, तो उसकी छंटाई भी जरूरी हो जाती है। अगर पौधा जमीन में लगा है, तो इसकी जरूरत कम होगी, लेकिन अगर पौधा गमले में लगा है, तो हर सीजन में यह करना होगा। फूल झड़ जाने के बाद उसका पॉड पौधे में रह जाता है। हमें उसके पॉड के पास से ही छंटाई करनी है। ऐसे में पौधे की खूबसूरती भी बनी रहेगी और छंटाई वाली जगह से ही नई कलियां भी आएंगी। आपको दो महीने में एक बार गमले के पौधे की छंटाई कर ही देनी चाहिए।
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गुड़हल में पानी की जरूरत
गुड़हल का पौधा अपनी क्षमता के हिसाब से ही पानी झेल सकता है। अगर आप कम पानी डालेंगी, तो भी फूल नहीं आएगा और अगर जरूरत से ज्यादा पानी डालती हैं, तो भी फूल देना बंद कर देता है। गमले में पौधा लगाया गया है तब तो पानी की मात्रा आपको मिट्टी की नमी के हिसाब से ही देखनी होगी। अगर आपने इसे कम या ज्यादा किया, तो आपके पौधे में पत्तियां तो भरपूर आएंगी, लेकिन फूल नहीं आएंगे। गर्मियों के मौसम में भी कई बार आप पानी देना स्किप कर सकती हैं। अगर मिट्टी गीली है, तो इसमें पानी ना डालें। मिट्टी को पूरी तरह से सूखने भी ना दें।
पौधे की मिट्टी को बदलें
गुड़हल के पौधे की मिट्टी अगर आप 6 महीने में बदलती रहेंगी, तो इसमें पूरे साल फूल आते रहेंगे। पौधे की मिट्टी जितनी पोषक होती है उतने ही उसमें फूल आने की संभावनाएं होंगी। आपके पौधे को रीपॉट नहीं भी किया जाए तो भी उसे गमले से निकालें, उसकी जड़ों को थोड़ा सा ट्रिम करें और फिर उसे गमले में डालें। इसमें अच्छे से गार्डन सॉइल भरें और खाद डालें। इससे आपका पौधा काफी लंबे समय तक चलता रहेगा। यह छोटा भी रहेगा तब भी इसमें ढेरों फूल आएंगे। इस तरीके से आप अपने पौधे की लाइफ बढ़ाएंगी।
गुड़हल में धूप की जरूरत
गुड़हल के पौधे को धूप और हवा दोनों ही जरूरी हैं। आपको इसे ऐसी ही जगह पर रखना होगा जहां दोनों ही इसे भरपूर मिलें। इसी के साथ, दो-तीन दिन में एक बार आप इसकी पत्तियों को भी धोती रहें। गर्मियों के सीजन में आप रोजाना पत्तियों को धोती रहें। इससे सफेद वाले मीली बग्स गुड़हल के पौधे से हटते रहेंगे। पौधा बीमारी से भी बचता है। (मीली बग्स गुड़हल में लग जाएं तो करें ये काम)
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10 रुपये की खाद जिससे आएंगे बहुत से फूल
जिस खाद की बात यहां हो रही है वो है Zyme खाद। यह लिक्विड और पाउडर के फॉर्म में आपको किसी भी मार्केट में मिल जाएगी। देसी खाद भी होती है जो कुछ बीज भंडारों में मिलती है। देसी खाद 100 ग्राम मुश्किल से 10 रुपये की आएगी, लेकिन इसका काम बहुत ज्यादा होगा। आपको करना यह है कि पाउडर वाली खाद अपने पौधे के हिसाब से ले लेनी है। छोटा पौधा है तो 1 चम्मच और अगर बड़ा पौधा है तो 1.5 चम्मच खाद जरूरी होगी।
इस खाद में नाइट्रोजन, फास्फोरस, और पोटेशियम तीनों ही होते हैं और यह आपके पौधे की ग्रोथ को बहुत बढ़ा देती है। आपको पहले पौधे की गुढ़ाई करनी है और उसके बाद हाथों से इसकी मिट्टी में खाद मिलानी है। आपको ध्यान रखना है कि इस खाद को मिलाते समय पौधे की मिट्टी गीली ना हो क्योंकि पानी हमें बाद में डालना है। इसके बाद आपको इस गमले में पानी डाल देना है। यह खाद आप 20 से 30 दिन में एक बार डाल सकती हैं। इसके साथ ही आप कीड़ों की दवा का छिड़काव भी महीने में एक बार करती रहें।
इन तरीकों से आपका गुड़हल का पौधा हमेशा हरा भरा रहेगा। ये तरीके देखने में भले ही ज्यादा लग रहे हों, लेकिन आधे घंटे से ज्यादा आपका समय नहीं लेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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