चांदी को ज्योतिष में बहुत ही पवित्र धातु माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि चांदी के आभूषण मन को शांत रखने और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए आवश्यक होते हैं। चांदी को एक ऐसी धातु के रूप में जाना जाता है कि ये भावनाओं को नियंत्रित करने के साथ, धैर्य और दृढ़ता लाने में भी मदद करती यही।
हाथों में चांदी का ब्रेसलेट पहनने से मिलते हैं कई फायदे
चांदी धातु का किसी भी रूप में इस्तेमाल मन, मस्तिष्क और शरीर के लिए फायदेमंद होता है। अगर आप हाथ में चांदी का ब्रेसलेट पहनती हैं तो इसके कई ज्योतिष लाभ हैं। आइए विस्तार से इसके फायदे जानें।
वहीं इस धातु के गहने शरीर के सही हिस्सों में पहनने से प्रेम भाव में बढ़ोत्तरी होती है। हमारी संस्कृति चांदी पहनने के आध्यात्मिक लाभों को विशेष महत्व देती है। चांदी पहनने के ज्योतिषीय, आध्यात्मिक और उपचारात्मक लाभों को प्राप्त करने के लिए हममें से कई लोग इसी धातु की पायल, नेकलेस या ब्रेसलेट और कड़ा पहनते हैं।
आपने कई लोगों को चांदी की ब्रेसलेट पहनते हुए देखा होगा। आइए Life Coach और Astrologer Dr. Sheetal Shaparia से जानें आखिर क्यों चांदी का कड़ा या ब्रेसलेट आपके लिए लाभदायक हो सकते हैं।
हाथ में चांदी धातु पहनने के फायदे
चांदी को शुक्र और चन्द्रमा की धातु माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस धातु की यदि आप हाथों में धारण करते हैं तो ये आपको शुक्र और चंद्रमा ग्रह के शुभ फल मिलते हैं।
चन्द्रमा को मन का कारक भी माना जाता है, इसलिए यदि आप चांदी का ब्रेसलेट हाथों में पहनते हों तो इसका प्रभाव आपकी नसों से आपके मस्तिष्क तक पहुंचता है और मन को शांत रहने में मदद मिलती है। वहीं चांदी का कड़ा या ब्रेसलेट पहनने से नकारात्मकता दूर रहती है। चंद्रमा के प्रभाव से शरीर ऊर्जावान बना रहता है और इसीलिए चांदी का ब्रेसलेट लाभकारी माना जाता है।
इसे जरूर पढ़ें: Astro Tips: अगर आप भी पहनती हैं चांदी की पायल तो जरूर जानें इसके ज्योतिष लाभ
चांदी का कड़ा धारण करने के ज्योतिषीय लाभ
भारतीय ज्योतिषियों का भी मानना है कि हाथ में चांदी धारण करने से जीवन में सौभाग्य बना रहता है। चांदी धातु गुस्से को नियंत्रित करने में मदद करती है। यदि आपको बात-बात पर गुस्सा आता है और इसे शांत कर पाना मुश्किल होता है तो आप हाथों में चांदी का ब्रेसलेट जरूर पहनें।
ये आपका किसी भी काम में ध्यान केंद्रित करने में मदद करती है। यदि आपको मानसिक समस्या या घबराहट होने लगती है तो आपको चांदी का ब्रेसलेट जरूर धारण करना चाहिए। चांदी का कड़ा या ब्रेसलेट किसी भी व्यक्ति के शरीर में ऊर्जा का प्रवाह बनाए रखने में मदद करती है। यह अपनी तरफ सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है और नकारात्मकता को दूर करती है।
चांदी का ब्रेसलेट किस दिन धारण करना चाहिए
हिंदू धर्म में, चांदी (शादी के बाद क्यों पहनी जाती है चांदी की बिछिया) कब और कैसे पहननी है, यह निर्धारित करने के लिए भी कुछ ज्योतिष नियम बनाए गए हैं। यदि आप चांदी का कोई आभूषण खरीद रहे हैं तो इसे गुरुवार के दिन खरीदना सबसे ज्यादा शुभ होता है।
गुरुवार का दिन भगवान् विष्णु को समर्पित होता है और यदि आप इस दिन चांदी खरीदते हैं तो भगवान विवषनु की कृपा बनी रहती है। यदि आप हाथों में चांदी का ब्रेसलेट या कड़ा धारण कर रहे हैं तो इसे सोमवार या शुक्रवार के दिन धारण करना सबसे शुभ माना जाता है। चूंकि सोमवार को भगवान शिव का दिन माना जाता है और चांदी धातु का संबंध चंद्रमा से है, इसलिए सोमवार को चांदी के गहने धारण करना सबसे शुभ होता है।
इसे जरूर पढ़ें: छोटे बच्चों के हाथों -पैरों में चांदी के कड़े और पायल पहनाना क्यों माना जाता है जरूरी, जानें
राहु के प्रकोप को कम करती है चांदी धातु
ऐसा माना जाता है कि यदि आप कुंडली में राहु की स्थिति ठीक बनाए रखना चाहती हैं तो आपको चांदी की ब्रेसलेट जरूर धारण करनी चाहिए। यह आपके स्वास्थ्य, सौभाग्य और मानसिक शांति बनाए रखने में मदद करती है। राहु को छाया ग्रह माना जाता है। इसलिए यदि आप इसे प्रसन्न रखना चाहते हैं तो एक उपायों में से चांदी पहनना भी है।
जब आप हाथों में चांदी की ब्रेसलेट पहनते हैं तो ये कई तरह से लाभदायक होने के साथ आपको सकारात्मक बनाए रखने में भी मदद करती है।
आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Recommended Video
images: freepik.com