इन दिनों भारत में गर्मी का मौसम चल रहा है और कई जगहों पर टेम्परेचर 45 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर चला गया है। गर्मी केवल इंसानों को ही नहीं, बल्कि गाड़ियों को भी परेशान करती है। हर साल समर सीजन के दौरान गाड़ियों में आग लगने की खबरें हम पड़ते रहते है, खासतौर पर इलेक्ट्रिक वाहनों में। वहीं, EV मालिकों को समर सीजन में थोड़ी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले हैं कि गर्मी के सीजन में EV मालिकों को किन 5 गलतियों को करने से बचना चाहिए।
धूप में चार्ज करना(Charging Under Direct Sunlight)
गर्मी के मौसम में कई EV मालिक अपनी गाड़ी को धूप में ही चार्जिंग पर लगा देते हैं, लेकिन ऐसा करने से बैटरी खराब हो सकती है। दरअसल, इलेक्ट्रिक गाड़ियों में लिथियम-आयन बैटरियां लगी होती हैं, जो गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर पाती हैं। अगर आप तेज धूप में इलेक्ट्रिक गाड़ी को चार्ज करते हैं, तो बैटरी का टेम्परेचर काफी बढ़ जाता है और आग भी लग सकती है। इसलिए, समर सीजन में EV को किसी छायादार जगह पर खड़ा करके चार्ज करना चाहिए। सुबह या शाम को चार्ज करना बढ़िया रहेगा।
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100% चार्ज करना सही नहीं(Regularly Charging to 100%)
अक्सर EV मालिक अपनी गाड़ी की बैटरी को रोजाना 100 फीसदी चार्ज करना सही समझते हैं, लेकिन रियलिटी में ऐसा करना बैटरी की सेहत के लिए ठीक नहीं होता है। लिथियम-आयन बैटरियों को रोजाना पूरा चार्ज करने से उनकी उम्र घट सकती है। फुल चार्ज करने से बैटरी पर ज्यादा प्रेशर पड़ता है और उनकी कैपिसिटी घट जाती है। इसलिए, रोजाना बैटरी को 20 से 80 फीसदी के बीच चार्ज करना बढ़िया रहता है। कई इलेक्ट्रिक गाड़ियों में Battery Optimization या Charging Limit जैसे फीचर्स होते हैं, जिसका गर्मी में इस्तेमाल करना जरूरी होता है।
फास्ट चार्जिंग का इस्तेमाल सही नहीं(Overusing Fast Charging Stations)
इलेक्ट्रिक गाड़ियों में फास्ट चार्जिंग जैसा फीचर होता है, जिससे बैटरी जल्दी चार्ज हो जाती है। लेकिन, गर्मियों में बैटरी चार्ज करने के लिए इस ऑप्शन का इस्तेमाल करने बचना चाहिए। फास्ट चार्जिंग के दौरान, बैटरी का तापमान 6 से 10 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाता है। वहीं, बाहर का तापमान भी 40 से ऊपर होता है, ऐसे में बैटरी पर प्रेशर पड़ता है और उसकी लाइफ घट सकती है। इसलिए, जरूरत के समय ही फास्ट चार्जिंग ऑप्शन को चुनें और नॉर्मल चार्जिंग से ही बैटरी को रोजाना चार्ज करें।
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प्री-कंडीशनिंग को इग्नोर करना(Ignoring Cabin Preconditioning)
अक्सर लोग गर्मी के मौसम में जब गाड़ी के अंदर बैठते हैं, तब तुरंत एसी को चला लेते हैं। ऐसे में बैटरी पर ज्यादा लोड पड़ता है क्योंकि उसे केबिन को ठंडा करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इसलिए, जब गाड़ी चार्जिंग पर लगी हो, तब ही आप ग्रिड से बिजली लेकर केबिन को पहले ही ठंडा कर सकते हैं। ऐसा करने से बैटरी पर प्रेशर नहीं पड़ता है और आपकी गाड़ी की रेंज भी बचती है।
तेज ड्राइविंग करना(Aggressive Driving Habits)
गर्मी के मौसम में, EV को तेज स्पीड या अचानक स्पीड बढ़ाकर चलाने से बैटरी जल्दी गर्म हो जाती है और ज्यादा खर्च होती है। बैटरी पर ज्यादा प्रेशर पड़ता है और इससे गाड़ी की रेंज घट जाती है। इसलिए, इलेक्ट्रिक गाड़ियों को इको मोड पर चलाना चाहिए।
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