आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी ने शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले अरविंद केजरीवाल की जगह लेने वाली आतिशी राष्ट्रीय राजधानी की 8वीं और सबसे युवा मुख्यमंत्री बन गईं। आतिशी के अलावा उनके मंत्रिपरिषद के सदस्यों सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और नए मंत्री मुकेश अहलावत ने भी नई दिल्ली के राज निवास में आयोजित समारोह में शपथ ली। उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आतिशी और उनके मंत्रिपरिषद को पद की शपथ दिलाई।
कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली और नि वर्तमान दिल्ली मंत्रिमंडल में एकमात्र महिला मंत्री आतिशी को 17 सितंबर को पार्टी विधायकों की बैठक के दौरान आप विधायकों द्वारा सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री पद के लिए चुना गया था। इस लेख में आज हम आपको उन महिलाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने कम उम्र में मुख्यमंत्री की कमान संभाली थी।
दिल्ली मंत्रिमंडल में नया सदस्य शामिल
नए मंत्रिपरिषद में गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज, इमरान हुसैन और सुल्तानपुर माजरा से पहली बार विधायक बने मुकेश अहलावत शामिल हैं। राय, गहलोत, भारद्वाज और हुसैन पिछली केजरीवाल सरकार में भी मंत्री थे।
#WATCH | AAP leader Atishi takes oath as Chief Minister of Delhi pic.twitter.com/R1iomGAaS9
— ANI (@ANI) September 21, 2024
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आतिशी के अलावा ये महिलाएं संभाल कम उम्र में मुख्यमंत्री की कमान
सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज को भारत के इतिहास में पहली और सबसे कम उम्र की महिला मुख्यमंत्री होने का गौरव प्राप्त है। 27 वर्ष की आयु में, वह 1998 में थोड़े समय के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री बनीं। केवल 52 दिनों तक सेवा दी थी।
राबड़ी देवी
बिहार की ताकतवर महिला के रूप में मशहूर राबड़ी देवी एक और प्रमुख हस्ती जिन्होंने कम उम्र में मुख्यमंत्री की भूमिका निभाई थी। साल 1997 में, 41 साल की उम्र में, वे अभूतपूर्व परिस्थितियों में बिहार की मुख्यमंत्री बनीं। उनके पति, लालू प्रसाद यादव, जो उस समय बिहार के मुख्यमंत्री थे।
कोई पूर्व राजनीतिक अनुभव न होने के कारण, राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने आठ साल तक पद संभाला और लचीलेपन और राजनीतिक दृढ़ता का प्रतीक बन गईं।
उमा भारती
उमा भारती, जिन्हें अक्सर संन्यासी राजनीतिज्ञ के रूप में जाना जाता है। साल 2003 में 44 वर्ष की आयु में मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं। साधारण पृष्ठभूमि से आई थीं और भारतीय जनता पार्टी की नेता के रूप में प्रमुखता से उभरीं, जिन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भारत की सबसे गतिशील महिला नेताओं में एक विशेष स्थान रखती हैं। हालांकि वह सीएम की भूमिका संभालने वाली सबसे कम उम्र की नहीं हैं, लेकिन एक लंबे और गहन राजनीतिक करियर के बाद, वह 2011 में 56 साल की उम्र में मुख्यमंत्री बनीं।
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Image credit- Freepik
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