भारत के दक्षिण-पूर्व में स्थित, श्रीलंका हिंद महासागर का एक छिपा हुआ रत्न है। यह प्राचीन मंदिरों, आधुनिक शहरों, हरे-भरे वर्षावनों और शुष्क रेगिस्तानों का देश है। श्रीलंका वह जगह है जहां अतीत और वर्तमान टकराते हैं। यहां पर प्राकृतिक और मानव निर्मित कई अद्भुत संरचनाएं देखने को मिलती हैं। श्रीलंका एक ऐसा देश है जिसका अपना एक समृद्ध इतिहास और संस्कृति है। यह दुनिया की कुछ सबसे पुरानी सभ्यताओं का घर है, और इसके लोगों में अपनी परंपराओं के लिए एक अलग जुड़ाव है।
यही वजह है कि दुनियाभर से लोग यहां पर घूमने के लिए आते हैं। श्रीलंका प्राकृतिक सुंदरता का भी देश है। इसके समुद्र तट दुनिया के सबसे खूबसूरत समुद्र तटों में से कुछ हैं, और इसके जंगल विभिन्न वन्यजीवों का घर हैं। यह एक ऐसा देश है, जिसे अक्सर ट्रैवल लवर्स एक्सप्लोर करना पसंद करते हैं। हालांकि, अगर आप भी इस देश में घूमने की योजना बना रही हैं तो आपको श्रीलंका से जुड़े कुछ अमेजिंग फैक्ट्स के बारे में भी जान लेना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको श्रीलंका से जुड़े कुछ ऐसे ही फैक्ट्स के बारे में बता रहे हैं-
श्रीलंका के हैं कई नाम
यूं तो पूरी दुनिया में श्रीलंका को इसी नाम से जाना जाता है, लेकिन इसके दो अन्य बेहद प्यारे नाम भी हैं। श्रीलंका को हिंद महासागर का मोती और भारत की अश्रु-बूंद कहा जाता है। हिंद महासागर का मोती शायद इसकी अविश्वसनीय प्राकृतिक सुंदरता, असाधारण जैव विविधता और साथ ही इसके कीमती रत्नों के कारण दिया गया है। इसके अलावा, द्वीप का आकार अश्रु-बूंद जैसा है और यह भारत के तट से दूर है, जिसे मानचित्र से देखना आसान है। इसलिए इसे भारत की अश्रु-बूंद भी कहा जाता है। वैसे श्रीलंका को पहले सीलोन कहा जाता था। 16वीं शताब्दी में श्रीलंका ने अपनी आजादी खो दी और पुर्तगालियों और डचों के बाद अंग्रेजों ने आखिरकार इस पर नियंत्रण कर लिया, जिसके बाद श्रीलंका का नाम सीलोन रखा गया था।
हाथी की मदद से बनते हैं कागज
सुनने में आपको शायद अजीब लगे, लेकिन श्रीलंका में कागज बनाने के लिए हाथियों का इस्तेमाल किया जाता है। दरअसल, हाथी न केवल श्रीलंका का प्रतीक हैं, बल्कि उनके मल की मदद से ईको-फ्रेंडली कागज भी तैयार किया जाता है। इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार पैदा होता है और साथ ही पेड़ों की सुरक्षा भी होती है। आप पिन्नावाला हाथी अनाथालय में हाथी के गोबर से बने कागज की दुकान, फैक्ट्री और म्यूजियम देख सकते हैं।
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जानवरों की कई प्रजातियां हैं मौजूद
श्रीलंका केवल 25,332 वर्ग मील के क्षेत्र में फैला हुआ है, जो अमेरिका के वेस्ट वर्जीनिया राज्य से थोड़ा ही बड़ा है। लेकिन फिर भी यहां का वाइल्डलाइफ अविश्वसनीय रूप से विविध है। यह स्तनधारियों की 123 प्रजातियां, पक्षियों की 227 प्रजातियां, सरीसृपों की 178 प्रजातियां सहित कई अन्य जानवरों की प्रजातियों का घर है। अगर आप एक वाइल्डलाइफ प्रेमी हैं तो आपको एक बार श्रीलंका जरूर जाना चाहिए। यहां पर आपको याला नेशनल पार्क ज़रूर जाना चाहिए।
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दालचीनी का घर
श्रीलंका एक ऐसा देश है, जिसे दालचीनी के घर के रूप में भी जाना जाता है। यह देश मुख्य रूप से चाय व दालचीनी उत्पादक के रूप में पहचाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि दालचीनी को पहली बार 2000 ईसा पूर्व में मिस्रवासियों ने खोजा था। श्रीलंका आज भी दुनिया के दालचीनी का एक प्रमुख निर्यातक है।
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Image Credit- freepik
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