जब भी इन्वेस्टमेंट की बात होती है तो महिलाएं अधिकतर पीछे हटने की कोशिश करती हैं। इसका कारण ये है कि उन्हें कई बार फाइनेंशियल प्लानिंग के बारे में जानकारी नहीं होती है। पैसे बैंक अकाउंट में रखने या फिर घर में कैश रखने के अलावा भी पैसे बचाने के कई तरीके होते हैं। निवेश को लेकर रिस्क हो सकते हैं, लेकिन आपको ये पता होना चाहिए कि कौन सी जगह पर निवेश करना सही है। हमने महिलाओं की फाइनेंशियल प्लानिंग से जुडे़ कुछ सवाल मास्टर ट्रस्ट की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और फाइनेंशियल एक्सपर्ट पल्का अरोड़ा चोपड़ा से पूछे।
पल्का ने हमें बताया कि कब फाइनेंशियल प्लानिंग करनी चाहिए, कब निवेश करना चाहिए और शुरुआत कैसे करें।
1. महिलाओं को कब शुरू करनी चाहिए अपनी इन्वेस्टमेंट जर्नी?
कई बार महिलाओं को फाइनेंशियल मार्केट में निवेश से डर लगता है। हालांकि, रिसर्च और किसी एक्सपर्ट की सलाह से ये काम ज्यादा आसान हो सकता है। इसे स्मार्ट मनी डिसीजन ही कहा जाएगा। अगर आप शुरुआत करने जा रही हैं तो सबसे पहले पैसे के इनफ्लो और आउटफ्लो का लेखा-जोखा रख लें। आपके पास खर्च का पूरा हिसाब होना चाहिए। आपको ये भी तय करना होगा कि शुरुआती दौर में आप निवेश कैसे करना चाहेंगी।
होम मेकर्स को पहले डिजिटल रिसर्च कर लेनी चाहिए और फाइनेंशियल टूल्स के बारे में जानना चाहिए। इससे उन्हें कहां निवेश करना है और कहां नहीं उसकी जानकारी मिलेगी।
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2. महिलाओं के लिए पैसे बचाने के टिप्स
महिलाओं के सामने अधिकतर फाइनेंशियल समस्याएं आती हैं जिनका असर सेविंग्स पर पड़ता है। सेविंग एडवाइस इस कारण ही महिलाओं को फाइनेंशियली इंडिपेंडेंट होने में मदद कर सकती है। सबसे पहली टिप तो यही होगी कि आप अपने खर्च का लेखा-जोखा रखें। दूसरी टिप ये होगी कि अपनी सैलरी का 10% सेविंग्स में जरूर डालें। ये सोच लें कि वो पैसा आपको मिला ही नहीं। बजट बनाकर काम शुरू करेंगी तो बिल्कुल गलत नहीं होगा।
हर काम का अलग बजट बना लें। ऐसे में पैसे बचाने में आपको ज्यादा आसानी होगी। एक मंथली प्लान रखें जिसको ध्यान से फॉलो करें।
3. जिस महिला ने नई नौकरी शुरू की हो उसे कैसे निवेश करना चाहिए?
फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस किसी भी महिला के जीवन में बहुत ही बड़ा फैक्टर हो सकता है। ऐसे में शुरुआती दौर में आप रिस्क कम रखें और मैक्सिमम रिटर्न के बारे में सोचें। आपको शुरुआत से ही सही मनी सोर्सेस के बारे में पता होना चाहिए और उसके लिए किसी फाइनेंशियल एडवाइजर की मदद लें। नई नौकरी में अगर आप ज्यादा रिस्क वाले एसेट्स में निवेश करती हैं तो इससे आपकी सेविंग्स पर असर पड़ेगा। SIP में रिस्क फैक्टर कम होगा और इक्विटी मार्केट में रिटर्न ज्यादा आएगा। ऐसे में आप अपने बजट के हिसाब से तय करें कि शुरुआत किस्से करनी है।
4. 20 साल की उम्र में महिलाओं के कैसे फाइनेंशियल गोल होने चाहिए?
अगर आप 20 साल की उम्र से ही फाइनेंशियल गोल्स सेट कर लेती हैं तो आप सही फाइनेंशियल ट्रैक पर रह सकती हैं। सेविंग्स जितनी जल्दी शुरू की जाएं उतना कम रिस्क फैक्टर होता है। अगर आप फाइनेंशियल सिक्योरिटी चाहती हैं तो हमेशा से ही अपने पास मौजूद पैसे का 10% सेव करने के बारे में सोचें। खर्च को कम करें और उधार ना लें। अगर आप सेव करने के लिए अपने माता-पिता से पैसे ले रही हैं तो वो भी एक उधार ही है। आपको जो भी पॉकेट मनी, सैलरी, स्टाइपेंड आदि मिलती है उसे इस्तेमाल करें। हमेशा 10% सेव करने की आदत रहेगी तो आप 20 या 30% सेविंग्स के गोल तक भी पहुंच पाएंगी।
5. रिटायरमेंट प्लान करते समय महिलाओं के सामने सबसे बड़ी समस्या क्या होती है?
महिलाएं रिटायरमेंट प्लानिंग से पहले ऐसे कई चैलेंज फेस करती हैं जो पुरुष नहीं करते। इसमें सबसे पहले जेंडर पे गैप है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं को कम वेतन मिलता है ये जगजाहिर है। इसी के साथ, बच्चों को पालने की कॉस्ट, घर चलाने की जिम्मेदारी, सेविंग्स करने की दिक्कत आदि सब कुछ महिलाओं के जिम्मे आती हैं। इसलिए ये जरूरी है कि महिलाएं समय रहते अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग कर लें। रिटायरमेंट प्लानिंग सभी के लिए एक जैसी नहीं होती।
अपने रिटायरमेंट के लिए अगर आप सेविंग्स शुरू कर रही हैं तो अपनी लाइफस्टाइल को जरूर ध्यान रखें। ये ना सोचें कि आपको रिटायरमेंट की प्लानिंग 40 के बाद करनी चाहिए। ये जितनी जल्दी शुरू करेंगी उतना अच्छा होगा।
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6. कैश सेव करने की जगह महिलाओं के लिए निवेश करना क्यों बेहतर है?
कैश को हमेशा बहुत ही सुरक्षित एसेट माना जाता है, लेकिन कैश की वैल्यू समय के साथ कम होती जाती है। महंगाई के बढ़ने के साथ-साथ अगर आपकी सेविंग्स भी बढ़ें तभी आपको फायदा होगा। यही कारण है कि पैसे सेव करने की जगह अगर आप उन्हें निवेश करने के बारे में सोचेंगी तो आपको ज्यादा फायदा होगा।
ये बहुत जरूरी है कि आप पहले निवेश के बारे में किसी एक्सपर्ट से जानकारी लें और फिर मार्केट में उतरें। अगर आप रिस्क फ्री फैक्टर चुनना चाहती हैं तो पोस्ट ऑफिस स्कीम्स या फिर एफडी में निवेश करें। अगर आपको ज्यादा रिटर्न चाहिए तो फाइनेंशियल प्लानिंग करें।
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