बचे हुए चावल को फेंकने के बजाए बनाएं ये 4 तरह के छत्तीसगढ़ी व्यंजन

 चावल तो सभी घरों में बनता है, लेकिन कभी-कभी रात या दोपहर में चावल बच जाता है, जिसे अब फेंकने या किसी को देने के अलावा आप स्वादिष्ट पकवान बना सकते हैं।

chhattisgarhi basi recipe

चावल खाना किसे पसंद नहीं, रात हो या दिन घरों में चावल तो बनते ही है। यदि आप भी चावल खाने के शौकीन हैं, तो साधारण चावल दाल सब्जी खाने के अलावा उससे टेस्टी और सिंपल व्यंजन बनाकर उसके जायके को बढ़ा सकती हैं। अक्सर घरों में दोपहर या रात के वक्त चावल बच जाता है, जिसे लोग दोबारा गर्म कर खाना पसंद नहीं करते हैं। ऐसे में महिलाएं बचे हुए चावल को गाय को दे देती हैं या फेंक देती हैं। यदि आपके भी घर में रात या दिन का चावल बच जाता है, तो उसे फेकने के बजाए उसे टेस्टी नाश्ता बनाकर चावल का रियूज कर सकती हैं।

छत्तीसगढ़ी फरा

छत्तीसगढ़ी फरा बनाने के लिए आपको करना कुछ नहीं है बचे हुए चावल को एक थाली या बाउल में लेकर हाथों से अच्छी तरह से मसल लें। मसलने के बाद उसमें चावल का आटा और नमक डालकर अच्छे से मिलाएं और फरा का आकार देते हुए एक थाली में रखें। तैयार फरा को स्टीम में पका लें और एक पैन में तेल गर्म करने के लिए रखें, तेल में कढ़ी पत्ता, हरी मिर्च, जीरा, राई और टमाटर डालकर भून लें। सब्जियों को पकाने के बाद फरा, नमक और धनिया डालकर मिक्स करें। गरमा गरम चावल का फरा परोसने के लिए तैयार है।

छत्तीसगढ़ी पीठा

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चावल का पीठा बनाने के लिए चावल को अच्छे से मसल कर उसमें चावल आटा मिलाएं और दोनों को अच्छे से गूंथ लें। एक पैन गर्म करें और उसमें अलसी (अलसी खाने के फायदे) को भूनकर मिक्सी में पीस लें। अलसी पाउडर में गुड़ पाउडर मिलाएं और छोटी छोटी लड्डू बनाकर एक तरफ रखें। चावल आटा की छोटी लोई लें और उसमें गुड़ लड्डू भरकर कवर करें और सभी लोई से ऐसे ही पीठा बनाकर भाप में पका लें। आपका चावल पीठा तैयार है खाने के लिए सर्व करें।

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अंगाकर रोटी

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अंगाकर रोटी को आप कंडे, कोयला या फिर गैस किसी में भी सेंक सकते हैं। रोटी बनाने के लिए बाउल में बचे हुए चावल और चावल के आटाको लेकर अच्छे से मसलते हुए नरम आटा गूंथ लें। आटा गूंथने के बाद उसमें नमक मिलाएं और बड़ी बड़ी लोई लेकर हाथों से मोटी-मोटी रोटी बेल लें। रोटी बनाने के बाद रोटी को पलाश के पत्ते से ढ़ककर कोयला या फिर गैस की आंच में सेंक लें। आंच कम रखें, नहीं तो रोटी जल जाएगी और अंदर से कच्ची रह जाएगी। रोटी सिक जाए तो पत्ते हटा लें और टमाटर, धनिया एवं मिर्च की चटनी के साथ सर्व करें।

बासी

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बासी तो हर छत्तीसगढ़ी लोगों को पसंद है, सर्दियों में रात में अगर चावल बच जाए तो उसमें पानी मिलाकर रातभर के लिए छोड़ दें। सुबह साफ फानी से चावल को धो लें और उसमें नमक, दही या मट्ठा मिलाकर टमाटर, धनिया, मिर्च की चटनी और मूली प्याज के साथ खाने के लिए सर्व करें।

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Image Credit: Instagram

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