आपने अक्सर घर में देखा होगा कि आपकी मम्मी हमेशा आटे को छानकर ही उसकी रोटी बनाती है। लेकिन आपने कभी आटा छानने की मेहनत नहीं की होगी। क्योंकि आपको लगता होगी कि आटा शुद्ध होता है। वैसे भी अब तो ऐसी बड़ी-बड़ी कंपनियों ने आटा बेचना शुरू कर दिया है और अपनी शुद्धता के लिए इतने बड़-बड़े विज्ञापन चलाते हैं कि शायद ही इनपर किसी को शक हो। लेकिन फिर भी मम्मियां आटे को छानकर ही उसकी रोटी बनाती हैं।
क्यों? और क्या हम और आप (आज की जेनरेशन) जिस तरह से बिना छानकर आटे से रोटी बनाते हैं वह गलत है? आज हम इस पर ही बात करेंगे कि रोटी, आटे को छानकर बनाना सही होती है कि बिना छाने।
पैकेट वाले आटे अभी आठ-दस साल पहले से ही आने शुरू हुए हैं। पहले भी पैकेट में आटा आता था लेकिन इसका इस्तेमाल बड़े घर के लोग ही करते थे। मीडिल क्लास के लोगों के यहां तो चक्की से आटा पिस कर आता था। इसलिए हमारी मम्मी आटे को छानकर ही उनकी रोटियां बनाती थीं और ये अब उनकी आदत बन चुकी है। इसलिए वे मार्केट से लाए आटे को भी छानकर रोटी बनाती हैं।
अब हर लड़की इंडिपेंडेंट और सबके यहां मार्केट वाला आटा आता है। इस आटे को छानने की जरूरत नहीं पड़ती है। इसलिए आजकल की लड़कियां आटे को छानकर रोटी नहीं बनाती हैं। मार्केट से लाए जाने वाले आटे को छानकर रोटी बनाने से इसमें से चोकर निकल जाता है और फिर इसे बेकार समझकर फेंक दिया जाता है। जबकि चोकर निकाल देने से आटे की रोटी हेल्दी नहीं होती है।
चोकर निकाल दिए जाने वाले आटा महीन बन जाता है जिससे रोटी मुलायम बनती है। लेकिन ये मुलायम रोटी सेहत को काफी नुकसान पहुंचाती है। इससे कब्ज की समस्या होती है क्योंकि ये महीन आटा आंतों से चिपक जाता है। वैसे भी चोकर निकाल देने से आटे की पौष्टिकता कम हो जाती है।
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।